1844 ई. भारत में रेलवे के निर्माण के लिए प्रथम ब्रिटिश में एक रेल अभियंता संघ द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी के पास किया गया. 1849 में ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा से मिर्जापुर तक 160 किमी की रेलवे लाइन निर्माण.
1850 ई. में भारतीय प्रदीप रेलवे द्वारा किए गए अनुबंध के तहत मुंबई से कल्याण तक एक रेलवे लाइन का निर्माण.
1853 ई. में बोरीबन्दर (बोम्बे वीटी) और ठाणे (32 किमी) के बीच प्रथम रेल का परिचालन.
1854 ई. पश्चिम बंगाल में हावड़ा और हुगली (39 किमी) के बीच पहले ट्रेन का परिचालन.
1855-60 ई. भारत में आठ रेलवे कंपनियों की स्थापना.
1866 ई. कोलकाता से दिल्ली तक की रेलवे लाइन का निर्माण कार्य संपन्न, जिसमे नेनी (इलाहाबाद) दिल्ली में यमुना नदी के ऊपर रेल- सह-रोड पुल और सोन नदी पर बना पुल शामिल है.
1867 ई. जीआईपी रेलवे के मुंबई भुसावल-इटारसी-जबलपुर का समापन और इसका नैनी में पूर्व भारतीय रेलवे से जुड़ाव.
1869-81 ई. सरकार द्वारा रेलवे लाइनों का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया और कंपनियों को नया अनुबन्ध देने की समाप्ति की गई.
1874-79 ई. के दौरान विनाशकारी दूसचक्रो की वजह से रेलवे का तेजी से विस्तार की मांग की गई.
1890 ई. भारतीय रेलवे अधिनियम का पास होकर 1 मई, 1890 को लागू होना.
1902 ई. भारतीय रेलवे सम्मेलन यातायात के आदान-प्रदान के नियमों और नियमों के निर्माण और संशोधित करने के लिए स्थापना.
1907 ई. रेलवे की वित्तीय समस्याओं की जांच के लिए मैके समिति की नियुक्ति.
1980 ई. रेलवे बोर्ड का पुनर्गठन.
1914 ई. रेलवे लाइन की कुल लंबाई 56 किमी करने हेतु 495 करोड की पूंजी का प्रिव्यय.
1923 ई. रेलवे के राष्ट्रीयकरण की शुरुआत है.
1925 ई. सरकार ने पूर्व भारतीय और भारतीय प्रायद्वीप रेलवे का प्रबंध संभाला प्रथम इलेक्टिक ट्रैक्शन को बोम्बे वीटी से कुर्ला और स्थानीय रेलगाड़ी का परिचालन बोम्बे से कुर्ला का प्रारंभ.
1929-30 ई. रूट किलोमिट्रेज (किमी 66,358 तक और बढ़ा और पूंजी निवेश की सीमा 857 करोड़ तक पहुंची.
1949 ई. स्टीम लोकोमोटिव के उत्पादन हेतु चितरंजन लोकोमोटिव वर्क की स्थापना.
1949-50 ई. सरकार द्वारा पुतली की कंपनियों को छोड़कर रेलवे पर नियंत्रण की स्थापना (रियासतों के एकीकरण से पहले भारत सरकार और प्रांतीय राज्य द्वारा संचालित 21 रेलवे क्षेत्र थे ).
1950 ई. रेलवे का पुनर्गठन कर इसे 6 रेलवे जोन में बांटा गया.
1953 ई. इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, पेरांबुर (मद्रास) की स्थापना.
1969 ई. प्रथम बार राजधानी एक्सप्रेस का परिचालन.
1980 ई. भारतीय रेलवे का तीव्र गति से विद्युतीकरण.
2000 ई. भारतीय रेलवे द्वाराआईआरसीटीसी (IRCTC) कि यात्रियों तक पहुंच बन गई.