प्लासी का युद्ध
गुरु रामदास ने
गुरु गोविंद द्वारा ‘खालसा पंथ’ की स्थापना 1699 ई. में की गई थी उनके द्वारा आरम्भ पाहुल प्रणाली में दीक्षित होने वाले व्यक्ति को क्या खालसा कहा गया, अब गुरुपद समाप्त कर दिया गया और ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ को ही प्रमुख रूप से गुरु का स्थान प्रदान किया गया.
सिखों के छठवें गुरु, गुरु हरगोविंद ने अकाल की तख्त की स्थापना की थी तथा उन्होंने सिखों को एक लड़ाकू जाति में बदला उन्होंने अमृतसर की रक्षा हेतु लौहगढ़ किले का निर्माण भी कराया था.
गुरु नानक का जन्म स्थान पाकिस्तान के तलवंडी (ननकाना साहिब) में 1459 ई. इनके पिता का नाम कालू मेहता तथा माता का नाम तृप्ता देवी था.
गुरु नानक के उत्तराधिकारी गुरु अंगद (1539-1552 ई.) थे इन्होने खादुर में गुरु गद्दी बनाई.
गुरु अर्जुन देव ने स्वयं को सच्चा बादशाह कहा था इन्होंने 1604 ई. में आदिग्रंथ की रचना की खुसरो को समर्थन देने के कारण जहांगीर ने 1606 ई. में इन्हें मृत्युदंड दे दिया.
सिखों के 10वें एवं अंतिम गुरु गुरु गोविंद सिंह थे इनको गुरुपद 1675 ई. में प्राप्त हुआ था, जिस पर यह अपनी मृत्यु 1708 ई. तक बने रहे.
रणजीत सिंह की राजनीतिक राजधानी लाहौर जबकि धार्मिक राजधानी अमृतसर थी. इनका शासनकाल 1801 से 1839 ई. तक था.
गवर्नर-जनरल विलियम बैंटिक ने 1831 ई. में रोपण में रणजीत सिंह का बड़े सम्मान के साथ स्वागत किया था.
नादिरसिंह ने 1739 ई. में आक्रमण किया था इस दौरान दिल्ली का शासक मुहम्मदशाह था. नादिरशाह ने 1739 ई. में करनाल के युद्ध में मुहम्मदशाह को पराजित करके दिल्ली के शाही खजाने, मोती, हीरे, जवाहरात एवं संसार भर में प्रसिद्ध मयूर सिंहासन पर अधिकार कर लिया. डेढ़ नादिरशाह के नाम का खुतबा पढ़ा गया तथा सिक्के जारी किए गए नादिरशाह दिल्ली में लगभग 2 मास ठहरा वापस जाते समय नादिरशाह ने मुहम्मदशाह को पुन: मुगल साम्राज्य का सम्राट घोषित कर दिया खुत्बा पढ़ने और सिक्के चलाने का अधिकार भी लौटा दिया.
नादिरशाह ने करनाल के युद्ध 13 फरवरी 1739 में मुहम्मदशाह को पराजित किया था. नादिरशाह जिसे ‘ईरान का नेपोलियन’ कहा जाता है ने मार्च 1739 ई. में दिल्ली पर आक्रमण कर लूटपाट और कत्ले-आम किया.
अवध राज्य अंग्रेजी और मराठा राज्यों के बीच में था. यह पश्चिम में कन्नौज से लेकर पूर्व कर्मनाशा नदी तक फैला हुआ था. इसे बफर राज्य के रूप में भी जाना जाता है अवध राज्य में अंग्रेजी साम्राज्य के पोषण में धाय की भूमिका निभाई. अवध के स्वतंत्र राज्य का संस्थापक सआदत खान (बुरहांनुलमुल्क) था.
द्वितीय आंग्ल मैसूर युद्ध (1780-84) के समय बंगाल का गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग्स (1775-85) था. इस युद्ध के दौरान घायल होने 7 दिसंबर, 1782 हैदरअली की मृत्यु हो गई.
टीपू सुल्तान मैसूर का शासक था 20 नवंबर, 1750 में जन्मे टीपू सुल्तान का पूरा नाम सुल्तान फतेह अली खान साहब था, जो अपने पिता हैदर अली की मृत्यु के बाद 1782 ई. में मैसूर का शासक बना.
‘काल कोठरी’ की घटना पश्चिम बंगाल में 20 जून, 1756 को घटित हुई थी, जिसमें 123 अंग्रेजों को एक छोटे से कमरे में तथाकथित कैद किया गया जिसके परिणामस्वरूप उनमें से अधिकांश की मृत्यु हो गई.
ब्लैक होल त्रासदी 20 जून, 1756 को कोलकाता में गठित हुई थी.
23 जून 1757 को हुए प्लासी के युद्ध में सिराजुद्दौला के साथ मीरजाफर ने विश्वासघात किया था. इस युद्ध में मीरजाफर नवाब का नायक था इस युद्ध के बाद कंपनी को 24 परगने की जमींदारी प्राप्त हुई.
सिराजुद्दौला
प्लासी की लड़ाई (23 जून, 1757) बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला व बंगाल के गवर्नर रॉबर्ट क्लाइव के बीच लड़ी गई थी. मीर जाफर के विश्वासघात के कारण नवाब की हार हुई बंगाल का अगला नवाब मीर जाफर को बनाया गया.
लॉर्ड डलहौजी ने गुजरात युद्ध के बाद1849 ई. में पंजाब का विलय ब्रिटिश साम्राज्य में किया था. 1849 ई. में पंजाब की प्रशासनिक व्यवस्था 3 सदस्यों की एक कमेटी को सौपी गई हेनरी लारेंस को प्रशासनिक व्यवस्था जॉन लॉरेंस को भू-राजस्व प्रबंध तथा चार्ल्स में मैस्सन को न्याय विभाग का अध्यक्ष बनाया गया इस प्रकार पंजाब ब्रिटिश साम्राज्य का अंग बन गया.
पुर्तगाली संस्कृति के व्यापक अवशेष भारत के गोवा राज्य में पाए जाते हैं. इसके कुछ अवशेष को चीन से भी प्राप्त हुए हैं.
वांडीवाश की लड़ाई
वांडीवाश की लड़ाई
आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की अपने डॉक्यूमेंट किससे Attest करवाए - List…
निर्देश : (प्र. 1-3) नीचे दिए गये प्रश्नों में, दो कथन S1 व S2 तथा…
1. रतनपुर के कलचुरिशासक पृथ्वी देव प्रथम के सम्बन्ध में निम्नलिखित में से कौन सा…
आज इस आर्टिकल में हम आपको Haryana Group D Important Question Hindi के बारे में…
अगर आपका selection HSSC group D में हुआ है और आपको कौन सा पद और…
आज इस आर्टिकल में हम आपको HSSC Group D Syllabus & Exam Pattern - Haryana…