भोजन से मिलने वाले मुख्य अवयव(Main ingredients of food) कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, खनिज लवण, विटामिन, जल तथा मोटा चारा होते हैं|
कार्बोहाइड्रेट पॉली हाइड्रोक्सी एल्डिहाइड(Aldehyde) अथवा कीटोन व्युत्पन्न होते है|यह प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं| जैसे – कड़ी एवं कपास में सेल्यूलोस, अनाजों में स्टार्च, गन्ने एवं चकुंदर में शर्करा, एवं दूध में लैक्टोज आदि|
जंतुओं में ग्लाइकोजन एवं रुधिर में ग्लूकोस भी कार्बोहाइड्रेट है| रासायनिक रूप से यह कार्बन, हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन से बने होते हैं|
प्रोटीन कोशिका का एक मुख्य अवयव है| जो कोशिका द्रव एवं प्लाज्मा कला में पाया जाता है| रासायनिक रूप से प्रोटीन अमीनो अम्लों के बहुलक होते हैं अर्थात अमीनो अम्लों(Amino Acid) के संयोजन से प्रोटीन का निर्माण होता है|
प्रोटीन में लगभग 20 प्रकार के अमीनो अम्ल पाए जाते हैं|
क्वाशियोरकर(Kwashiorkar) यह 6 माह से 3 वर्ष की आयु के बच्चों में प्रोटीन की कमी से होने वाला रोग है, जिस के कुछ मुख्य लक्षण निम्नलिखित है:=
बाल पतले, सीधे, रूखे हो जाते हैं तथा जल्दी झड़ जाते हैं| दालों के निचले भाग में सूजन आ जाने के कारण चेहरा चोड़ा एवं ढीला प्रतीत होता है|
गैसों के एक्टर होने के कारण पेट में सूजन आ जाती है| पेशियां कमजोर हो जाती है, वजन कम हो जाता है तथा वृद्धि रुक जाती है, कल की त्वचा, और इस रोग के कुछ अन्य लक्षण है|
वसा, वसीय(adipic) अम्लों, एवं ग्लिसरॉल से बना यौगिक है. यह कार्बन (C) हाइड्रोजन(H) एवं ऑक्सीजन(O) का बना होता है|
जंतु वसाएं अर्ध ठोस होती है, जबकि वनस्पति वसाएं तरल रूप में होती है, घी, मक्खन, बादाम, पनीर, अंडा, मांस, सोयाबीन और सभी वनस्पति तेल वसा के मुख्य स्रोत है|
मैरेसमस(Marasmus) रोग भी कुपोषण के फलस्वरूप होता है. यह भोजन के रूप में कम ऊर्जा ग्रहण करने के कारण होता है. यह रोग मुख्यतया 1 वर्ष से कम आयु के शिशुओं में होता है|
इस के मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं- पतला- दुबला एवं कमजोर शरीर, त्वचा झुर्रीदार, आंखें धसी हुई एवं चेहरा वृद्धों की भांति दिखाई देता है|
पतली पेशियां पतले हाथ पैर एवं शरीर में वसा की कमी हो जाती है, वजन घट जाता है, पसलियां उभरी हुई होती है तथा सदैव भूख की स्थिति बनी रहती है, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है|
धातु, अधातु, एवं उनके लवण खनिज लवण कहलाते हैं| यह हमारे शरीर का लगभग 5% भाग बनाते हैं| खनिज लवण शरीर के ऊतकों का निर्माण के लिए कच्चा पदार्थ है| यह एंजिन तथा विटामिन के आवश्यक अंग है|
यह एक अकार्बनिक(inorganic) पदार्थ है और मानव शरीर के 70% से 85% भाग को बनाता है| यह पसीने एवं वाष्पन द्वारा शरीर का ताप नियंत्रित करता है तथा पाचन परिवहन एवं उत्सर्जन(Emission) में सहायक है|
इसके मुख्य स्रोत है इसके मुख्य स्रोत उपापचयी जल, तरल भोजन और पीने का जल है, यह अपने आयनों में विघटित होकर रासायनिक प्रतिक्रियाओं में भाग लेता है| जल की कमी से निर्जलीकरण(Dehydration) हो जाता है|
वह जिसमें सभी आवश्यक पोषक पदार्थ अर्थात प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट. वसा, खनिज. लवण, विटामिन, मोटा चारा, एवं जल त्रापर्याप्त मा उचित अनुपात में उपस्थित होते हैं, संतुलित आहार कहलाता है|
यह कुछ भोज्य पदार्थों में पाया जाने वाला तंतुमय पदार्थ है| यह शरीर की वृद्धि नहीं करता, क्योंकि हम इसका पाचन नहीं कर पाते| यह खपत को रोकने हेतु अधिक मात्रा में भोजन में लिया जाता है| इसका मुख्य स्त्रोत सलाद, अनाजों की बाह्य परत, सब्जियां एवं दलिया है|
आज इस आर्टिकल में हमने आपको भोजन से मिलने वाले मुख्य अवयव(Main ingredients of food), भोजन के कार्य, भोजन के स्रोत, भोजन के पोषक तत्व, भोजन के मुख्य घटक, आहार क्या है? और शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व के बारे में बताया है|
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