तुम म्हारे घर आवो जी प्रीतम प्यारा चुन चुन कलियाँ मैं सेज बनाऊँ

तुम म्हारे घर आवो जी प्रीतम प्यारा चुन चुन कलियाँ मैं सेज बनाऊँ, भोजन करूँ मैं सारा।। ये किनकी पंक्तियाँ हैं?

तुम म्हारे घर आवो जी प्रीतम प्यारा चुन चुन कलियाँ मैं सेज बनाऊँ, भोजन करूँ मैं सारा।। ये किनकी पंक्तियाँ…

5 years ago