संचार तंत्र (नेटवर्किंग)
इसका तात्पर्य टर्मिनलों को परस्पर जोड़ना है, जिसमें यह सर्वर से जुड़े होते हैं तथा प्रत्येक टर्मिनल का अपना प्रोसेसर होता है. संचार तंत्र के निम्न लाभ है-
- डाटा का आदान प्रदान
- फाइलों का अंतरण फ्लोपिस के बिना संभव होना
- चिकित्सा, अभियांत्रिक आदि में संपर्क लाभ होना.
- डाटा सुरक्षा
- कम मेमोरी का उपयोग.
नेटवर्क का वर्गीकरण
लोकल एरिया नेटवर्क
यह एक निश्चित और छोटे भौगोलिक क्षेत्र ( लगभग 1 किलोमीटर) मैं आपस में जुड़े कंप्यूटरों का जाल होता है, जैसे- ऑफिस
वाइड एरिया नेटवर्क
यह एक विस्तृत भौगोलिक क्षेत्र, कई देश, महाद्वीपीय संपूर्ण विश्व में पहले कंप्यूटरों का नेटवर्क है- जैसे- रेलवे
मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क
यह किसी बड़े भौगोलिक क्षेत्र ( लगभग 100 किलोमीटर) में स्थित कंप्यूटरों का नेटवर्क है. जैसे- शहर (MCD)
वाई-फाई
यह वाई- फाई एलायन्स का एक ट्रेडमार्क है और किसी प्रकार स्थानीय क्षेत्र यंत्रों के वृत से संबंधित होता है. वाई-फाई स्थानीय उपकरणों तथा इसके अनुप्रयोगों के लिए प्रयुक्त किया जाता है. WIFI के अनुप्रयोगों को WLAN के तौर पर रेखांकित किया जाता है.
नेटवर्क टोपोलॉजी
टोपोलॉजी, नेटवर्क में कंप्यूटर को जोड़ने की भौगोलिक व्यवस्था होती है. इसके द्वारा विभिन्न कंप्यूटर एक दूसरे से परस्पर संपर्क स्थापित कर सकते हैं.
नेटवर्क टोपोलॉजी निम्नलिखित प्रकार की होती है-
बस टोपोलॉजी
इस प्रकार के नेटवर्क टोपोलॉजी का प्रयोग ऐसे स्थानों पर किया जाता है, जहां अत्यंत उच्च गति के कम्युनिकेशन चैनल का प्रयोग सीमित क्षेत्र में किया जाता है.
स्टार टोपोलॉजी
इस टोपोलॉजी के अंतर्गत एक होस्ट कंप्यूटर है, जिससे विभिन्न लोकल कंप्यूटरों (नोड) को सीधे जोड़ा जाता है. यह होस्ट कंप्यूटर हब कहलाता है.
ट्री टोपोलॉजी
इस टोपोलॉजी में एक केबल से दूसरे केबल एवं दूसरी केबल से तीसरी केबल, किसी ट्री की शाखाओं की तरह निकलती है.
रिंग टोपोलॉजी
इस टोपोलॉजी में कोई हब या एक लंबी केबल नहीं होती है. सभी कंप्यूटर एक वृत्ताकार आकृति के रूप में केवल से जुड़े होते हैं.
मेष टोपोलॉजी
इस टोपोलॉजी में प्रत्येक कंप्यूटर, नेटवर्क में अन्य सभी कंप्यूटरों से सीधे जुड़ा होता है. इसका डाटा के आदान-प्रदान कर निर्णय प्रत्येक कंप्यूटर स्वयं ही लेता है.