इस आर्टिकल में हम आपको बिहार सोशलिस्ट पार्टी का इतिहास बताने जा रहे है जो आपको एग्जाम क्लियर करने में हेल्प करेगा.
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बिहार सोशलिस्ट पार्टी का इतिहास
1931 में गंगाशरण सिंहा, बेनीपुरी और रामानंद मिश्रा आदि ने बिहार सोशलिस्ट पार्टी नामक एक संगठन स्थापित किया. 1934 में पटना के अंजुमन इस्लामिया हॉल में बिहार सोशलिस्ट पार्टी की औपचारिक की स्थापना हुई, जिसके अध्यक्ष आचार्य नरेंद्र देव और सचिव जयप्रकाश नारायण थे.
इसके अन्य सदस्यों में रामवृक्ष बेनीपुरी, गंगाशारण सिन्हा, योगेंद्र शुकल, अब्दुल बारी, कर्पूरी ठाकुर और बसावन सिंह आदि प्रमुख थे. एक और जहां इन का तालमेल कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी से रहा वहीं दूसरी ओर इन्होंने किसानों और मजदूरों को संगठित करने और राजनीतिक स्तर पर सचेत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भी इन की गतिविधियां बहुत बड़े पैमाने पर रही. इन नेताओं ने इस आंदोलन के दौरान सर्वस्व त्याग का ज्वलत आदर्श देशवासियों के समक्ष रखा. ऐसे ही उदेश्यों से प्रेरित एक अन्य संगठन फॉरवर्ड ब्लॉक था, जिस के संस्थापक सुभाष चंद्र बोस थे. 20 अक्टूबर, 1940 को बिहार प्रांतीय फॉरवर्ड ब्लॉक की कार्यकारिणी की बैठक पटना में हुई थी. इस संगठन पर सरकार की कड़ी निगरानी थी और मार्च, 1942 तक ही इसके प्रमुख नेता बिहार में कैद किए जा चुके थे.