आर्थिक भूगोल व अर्थशास्त्र
आर्थिक भूगोल व अर्थशास्त्र का आपस में घनिष्ट सम्बन्ध है। अर्थशास्त्र वस्तुओं के उत्पादन, वितरण व उपभोग का अध्ययन करता है, जबकि शामिल विभिन्न मानवीकृत आर्थिक क्रियाओं के धरातल पर भिन्नता का अध्ययन करता है। आर्थिक भूगोल व अर्थशास्त्र में परस्पर आदान-प्रदान होता रहता है। आर्थिक भूगोल का दृष्टिकोण वैज्ञानिक होता है। आर्थिक भूगोल प्राकृतिक परिस्थितियों का अवलोकन करके आर्थिक विकास की मार पर विचार करता है जबकि अर्थशास्त्र का दृष्टिकोण समस्यामूलक होता है। अर्थशास समस्याओं का समाधान प्राकृतिक व सांस्कृतिक परिस्थितियों में ढूँढता है।
आर्थिक भूगोल व इतिहास
भूगोल क्षेत्र का अध्ययन करने के कारण क्षेत्रीय विज्ञान है, जबकि इतिहास समय का अध्ययन करने के कारण समय का विज्ञान है। किसी भी क्षेत्र पर उसके अतीत में होने वाली घटनाओं का भी प्रभाव पड़ता है।
आर्थिक भगोल व राजनीतिक विज्ञान
किसी भी क्षेत्र के आर्थिक विकास पर उस क्षेत्र के राजनैतिक प्रभाव का भी असर पड़ता है, क्योंकि आर्थिक स्थिरता और विकास उस देना अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डालते हैं। विश्व के अनेक भागों में राजनैतिक विवादों का मूल आधार आर्थिक समस्याएँ ही होती हैं।
आर्थिक भूगोल क्या है? आर्थिक भूगोल की प्रकृति एवं क्षेत्र की व्याख्या
आर्थिक भूगोल व मानव विज्ञान
मानव विज्ञान किसी भी क्षेत्र के निवासियों के रहन-सहन, खान-पान, वेशभूषा, समाज आदि का अध्ययन करता है। इन सब पर मनुष्य की आर्थिक क्रियाओं का भी प्रभाव पड़ता है। अतः आर्थिक भूगोल व मानव विज्ञान का घनिष्ट सम्बन्ध है।
आर्थिक भूगोल व जलवायु विज्ञान
किसी भी क्षेत्र की जलवायु वहां की आर्थिक क्रियाओं को प्रभावित करती है। आर्थिक क्रियाओं का चुनाव वहां की जलवायु को ध्यान में रख कर किया जाता है।
आर्थिक भूगोल व भूगर्भ शास्त्र
भूगर्भ विज्ञान में हम प्रधानतः पृथ्वी की उत्पत्ति, धरातलीय चट्टान व खनिज आदि का अध्ययन करते हैं। किसी भी क्षेत्र के खनिज पदार्थ उस क्षेत्र के औद्योगिक विकास को प्रभावित करते हैं। धरातलीय उच्चावच अथवा संरचना उस प्रदेश की कृषि, परिवहन व अन्य आर्थिक क्रियाओं को प्रभावित करती है।
आर्थिक भूगोल व वनस्पति शास्त्र
वनस्पति शास्त्र में विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों के प्रकार का अध्ययन किया जाता है। आर्थिक भूगोल में वनस्पतियों के वितरण व उनके आर्थिक महत्व का अध्ययन किया जाता है। जो वनस्पति आर्थिक दृष्टि से उपयोगी होती है, वह उस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डालती है।
आर्थिक भूगोल एवं समुद्र विज्ञान
समुद्र विज्ञान समुद्र में पाए जाने वाले खनिज, वनस्पति, जीव आदि का अध्ययन करता है। समुद्र में पाए जाने वाले खनिज आर्थिक क्रियाओं को बढ़ावा देते हैं। इन्हीं आर्थिक क्रियाओं का अध्ययन आर्थिक भूगोल में किया जाता है। मछली पालन इन आर्थिक क्रियाओं में से सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक क्रिया है।