Bihar D.El.Ed विद्यालय की समझ व कक्षा का प्रबन्धन – 2 Paper

आज इस आर्टिकल में हम आपको Bihar D.El.Ed विद्यालय की समझ व कक्षा का प्रबन्धन – 2 Paper के बारे में बताने जा रहे है जिससे आप Bihar D.El.Ed के 4th sem के एग्जाम की तैयारी कर सकते है.

Bihar D.El.Ed विद्यालय की समझ व कक्षा का प्रबन्धन - 2 Paper
Bihar D.El.Ed विद्यालय की समझ व कक्षा का प्रबन्धन – 2 Paper

Bihar D.El.Ed विद्यालय की समझ व कक्षा का प्रबन्धन – 2 Paper

विद्यालय की समझ व कक्षा का प्रबन्धन – 2
प्रत्येक प्रश्न संख्या के अन्तर्गत दिए गए विकल्पों में से आपने जिस प्रश्न को उत्तर देने के लिए चुना है,
उसके आगे बने बॉक्स पर निशान अवश्य लगाएँ अन्यथा आपका उत्तर अमान्य हो सकता है ।
लघु-उत्तर वाले प्रश्न (लगभग 100 शब्दों में उत्तर दें)।
प्रत्येक प्रश्न के लिए अधिकतम अंक 5 है ।

1. विद्यालय में आपदा प्रबन्धन की शिक्षा क्यों जरूरी है ? उदाहरण देते हुए समझाएँ ।

अथवा

विद्यायल में समय प्रबन्धन क्यों आवश्यक है ? उदाहरण देते हुए स्पष्ट करें ।

2. विद्यालय के प्रबन्धन में बाल संसद की क्या भूमिका है ? अपने विद्यालय के बाल संसद के गतिविधियों का उदाहरण देते हुए समझाएँ ।

अथवा

विद्यालय के संदर्भ में मीना मंच की क्या उपयोगिता है ? अपने विद्यालय के मीना मंच के गतिविधियों को उदाहरण देते हुए समझाइए ।

3. शिक्षा के अधिकार के अन्तर्गत विद्यालयी व्यवस्था में कौन-कौन से बुनियादी परिवर्तनों की अपेक्षा है ? क्या वे परिवर्तन आपको अपने विद्यालय में नज़र आते हैं ? कुछ उदाहरण दें ।

अथवा

विद्यालय भवन का सृजनात्मक प्रयोग सीखने-सिखाने में कैसे किया जा सकता है ? उदाहरण देते हुए समझाएँ ।

4. समावेशी शिक्षा के सम्बन्ध में विद्यालयी व्यवस्था में क्या बदलाव अपेक्षित है ? उदाहरण प्रस्तुत करें । ।

अथवा

आपके विद्यालय में शैक्षिक प्रबन्धन की प्रक्रिया से सूचना एवं संचार तकनीक (आई० सी० टी०) किस प्रकार . जुड़ी हुई है ? उदाहरण के माध्यम से स्पष्ट करें ।

5. विद्यालय के शिक्षकों में किस प्रकार का नेतृत्व गुण होना चाहिए और क्यों ? उदाहरण देते हुए समझाएँ ।

अथवा

विद्यालय में शिक्षकों के तनाव के मुख्य कारण क्या-क्या होते हैं ? उसे कैसे दूर किया जाना चाहिए ।

6. शिक्षक अपने वृत्तिक विकास के लिए अपने सहकर्मी-शिक्षकों से क्या सहायता ले सकते हैं ? कुछ उदाहरण प्रस्तुत करें ।

अथवा

डी० एल० एड० (ओ० डी० एल०) कार्यक्रम को करने से आप में और आपके शिक्षण में क्या वास्तविक बदलाव आया ? कम से कम एक-एक उदाहरण देते हुए समझाएँ ।

7. राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् के द्वारा क्या कार्य किया जाता है ? कम से कम चार कार्यों का उल्लेख करें ।

अथवा

राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद् के द्वारा कौन-कौन से कार्य किए जाते हैं ? कम से कम चार का उल्लेख करें ।

8. सर्व शिक्षा अभियान क्या है ? इसके उद्देश्यों एवं प्रभावों की चर्चा करें ।

अथवा

अपने विद्यालय में चलनेवाली किसी एक सरकारी योजना का उल्लेख करें । साथ में, उसके उद्देश्यों एवं प्रभावों की चर्चा करें।

दीर्घ-उत्तर वाले प्रश्न (न्यूनतम 350 शब्दों में उत्तर दें)।
प्रत्येक प्रश्न के लिए अधिकतम अंक 10 है ।

9. विद्यालय प्रबन्धन की आवश्यकता क्यों पड़ती है ? इसकी संरचना एवं संचालन का विश्लेषण करते हुए समझाएँ । विश्लेषण में अपने विद्यालय प्रबन्धन के अनुभवों से उपयुक्त उदाहरणों को भी प्रस्तुत करें ।।।

अथवा

विद्यालय में हो रहे कुछ महत्त्वपूर्ण परिवर्तनों की चर्चा करें, जो सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मददगार हैं । आपके विद्यालय में उन परिवर्तनों की क्या स्थिति है, उदाहरण देते हुए विश्लेषण करें ।।।

10. आपके अनुसार, एक अच्छे शिक्षक या शिक्षिका में क्या-क्या गुण होने चाहिए ? आप उन गुणों को क्यों
महत्वपूर्ण मानते हैं ? क्या वृत्तिक विकास के माध्यम से उन गुणों को प्रोत्साहित किया जा सकता है ? उदाहरण देते हुए समझाएँ ।

अथवा

विद्यालयी शिक्षा को बेहतर बनाने में प्रखण्ड संसाधन केन्द्र (बी० आर० सी०) तथा संकुल संसाधन केन्द्र (सी० आर० सी०) की क्या भूमिका हो सकती है ? अपने अनुभवों के आधार पर उदाहरण सहित व्याख्या करें । क्या आपके विद्यालय से सम्बन्धित प्रखण्ड संसाधन केन्द्र तथा संकुल संसाधन केन्द्र उन भूमिकाओं को निभा रहे हैं ? क्यों या क्यों नहीं ? तर्क देते हुए स्पष्ट करें ।

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