प्लास्टिक के गुणों पर आधारित उपयोग
- प्लास्टिक धातुओं की तुलना में हल्का होने के कारण इसका उपयोग कारो, वायुयान व अंतरिक्षयान में भी किया जाता है।
- प्लास्टिक के नमीरोधक होता है इसलिए इसके द्वारा रसोई घर के डिब्बे में रसायनों के संचय हेतु डिब्बे व बोतलें बनाई जाती है।
- प्लास्टिक अनभिक्रियाशील होता है,इसलिए प्लास्टिक के बर्तन व प्रयोगशाला में रसायनों के पत्र बनाए जाते हैं।
- प्लास्टिक हल्का, सस्ता, प्रबल व चीरस्थाई होता है, इसलिए इसका उपयोग दैनिक जीवन की हर क्षेत्र में बढा है। साथ ही प्लास्टिक ने धातुओं का स्थान ले लिया है। घरों, कल-कारखानों में उद्योगों में प्लास्टिक निर्मित वस्तुओं की संख्या बढ़ी है।
- प्लास्टिक की विद्युत व्यवस्था का कुचालक होने के कारण इसे खाना पकाने के बर्तनों के हथे, विद्युत उपकरणों के हैंडल व तारों के आवरण बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है।
- प्लास्टिक के का आसानी से रंग बदला जा सकता है, इसलिए प्लास्टिक से रंग बिरंगी वस्तुओं का निर्माण किया जा सकता है।
प्लास्टिक का प्रमुख उद्देश्यों के लिए उपयोग
वैसे तो प्लास्टिक के विशेष गुण व इसकी सहज उपलब्धता के कारण है इसकी उपयोगिता अत्यधिक बढी है। चारों तरफ प्लास्टिक से बनी वस्तुओं की भरमार है.
स्वास्थ्य देखभाल उद्योग में-
दवा की गोलियों की पैकिंग, टांके लगाने या धागा बनाने, सीरीज, दस्ताने, दवाइयां रखने के लिए बोतलें, नलिया आदि अनेक ऐसी वस्तु है जो इस उद्योग में प्लास्टिक से बनाई जाती है।
भोजन पकाने में-
माइक्रोवेव ओवन में भोजन पकाने की विधि से इसे विशेष गुणों वाले प्लास्टिक से बने बर्तनों का उपयोग किया जाता है जिसमें भोजन तो पक जाता है, परंतु प्लास्टिक स्वय अप्रभावी होता है।
टेफलॉन-
यह एक विशेष गुणों वाला प्लास्टिक है जिस पर तेल और जल चिपकता नहीं है। इसलिए टेफलॉनकी तह उन चढाई जाती है जो नॉन- सिटीकिंग के उद्देश्य के लिए उपयोग में लाए जाते हैं।
अग्निसह प्लास्टिक –
आग बुझाने वाले कर्मचारियों के वस्त्र इसे प्लास्टिक से बनाए जाते हैं, क्योंकि इससे बने वस्त्रों को आग नहीं लगती। इन वस्तुओं पर मेलामाइन, जो अग्नि रोधक प्लास्टिक है, की परत चढ़ा दी जाती है।