आज इस आर्टिकल प्रमुख दार्शनिक प्रवर्तक के बारे में बता रहे है.

भारतीय प्रमुख राजवंश व उनके संस्थापक

प्रमुख दार्शनिक प्रवर्तक

प्रमुख दार्शनिक प्रवर्तक
प्रमुख दार्शनिक प्रवर्तक

Q. सांख्य दर्शन के प्रवर्तक कौन थे?

Ans. कपिल

Q. न्याय दर्शन के प्रवर्तक कौन थे?

Ans. गौतम

Q. पूर्व मीमांसा दर्शन के प्रवर्तक कौन थे?

Ans. जैमीनी

Q. लोकायत दर्शन के प्रवर्तक कौन थे?

Ans. चार्वाक

Q. योग दर्शन के प्रवर्तक कौन थे?

Ans. पतंजलि

Q. वैशेषिक दर्शन के प्रवर्तक कौन थे?

Ans. कनाद या उलूक

Q. उत्तर मीमांसा दर्शन (वेदांत) के प्रवर्तक कौन थे?

Ans. वादरायण (व्यास)

Q. भारतीय दर्शन की आरम्भिक विचारधारा है-

Ans: सांख्य

Q. भारतीय दर्शन की प्रारम्भिक शाखा कौन सी है ?

Ans: साख्य

Q. भारत का प्राचीनतम दर्शन है –

Ans: सांख्य

Q. सांख्य दर्शन प्रतिपादित किया गया है-

Ans: कपिल द्वारा

Q. योग दर्शन के प्रतिपादक कौन है ?

Ans: पतंजलि

Q. वैशेषिक दर्शन के प्रणेता कहे जाते है –

Ans: कणाद

Q. मीमांसा दर्शन का संस्थापक किसे माना जाता है ?

Ans: जैमिनी

Q. लोकायत दर्शन का प्रतिपादक कौन हैं?

Ans: चार्वाक

Q. शून्यवाद के प्रतिपादक कौन माने जाते हैं

Ans: नागार्जुन

Q. अद्वैतवाद सिद्धांत के प्रतिपादक कौन हैं?

Ans: शंकराचार्य

Q. द्वैतवाद सिद्धांत के प्रतिपादक हैं

Ans: माधवाचार्य

Q. द्वैताद्वैत सिद्धांत के प्रवर्तक हैं-

Ans: निम्बकाचार्य

Q. शंकराचार्य ने कौन-सा सिद्धांत प्रतिपादित किया?

Ans: अद्वैत वेदांत

Q. निम्नलिखित मे से कौन-सा दर्शन भागवत धर्म का प्रमुख आधार है ?

Ans: विशिष्टताद्वैत

Q. भक्ति को दार्शनिक आधार प्रदान करने वाले प्रथम आचार्य कौन थे?

Ans: रामानुज

Q. कपिल मुनि द्वारा प्रतिपादित दार्शनिक प्रणाली है-

Ans: सांख्य दर्शन

Q. पतंजलि का सम्बन्ध है –

Ans: योग दर्शन से

Q. महर्षि गौतम का संम्बन्ध किस दर्शन से है ?

Ans: न्याय दर्शन से

Q. महर्षि कपिल का नाम दर्शन की किस विधि से जुड़ा हुआ है?

Ans: सांख्य दर्शन

Q. रामानुजाचार्य किससे संम्बन्धित है?

Ans.विशिष्टाद्वैत

Q. अष्टांगिक मार्ग किस धर्म से संम्बन्धित है ?

Ans: बौद्ध धर्म

Q. पुष्टि मार्ग के दर्शन की स्थापना किसने की थी?

Ans: बल्लभाचार्य

Q. आजीवक सम्प्रदाय के संस्थापक कौन थे ?

Ans: मक्खली गोपाल

Q. न्याय दर्शन का लेखक था –

Ans: गौतम

Q. जब तक जीवित रहो सुखी रहो सुख से से जीवित रहो, चाहे इसके लिए ऋण ही लेना पड़े,क्यूंकि शरीर के भस्मीभूत हो जाने पर पुनरागमन नहीं हो सकता |पुनर्जन्म का निषेध करने वाली यह युक्ति किसकी है?

Ans: चार्वाकों की

Q. कर्म का सिद्धांत संबंधित है –

Ans: मीमांसा से

Q. आदिशंकर को बाद में शंकराचार्य बने,उनका जन्म हुआ था-

Ans: केरल में

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