दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच अपने पूर्वजों द्वारा किए गए संतानोत्पत्ति के आधार पर बनाए गए आपसी मधुर, सद्भावनापूर्ण सुदृढ़ रिश्ते या संबंध को रक्त संबंध कहते हैं. रक्त संबंधी परीक्षा में आपसे रिश्ते संबंधी ज्ञान की जांच की जाती है. इसमें एसे प्रश्न दिए जाते हैं, जिनमें किन्ही दो या दो से अधिक व्यक्तियों के संबंध दिए गए होते हैं, इन्हीं संबंधों के आधार पर किसी अन्य व्यक्तियों का संबंध ज्ञात करना होता है.
क्षेत्रमिति से जुडी जानकारी – मैथ के सवाल
प्रश्नों को हल करने के लिए सर्वप्रथम प्रश्न में दी गई जानकारियों के अनुसार यह तय करना चाहिए कि किन दो व्यक्तियों के बीच संबंध ज्ञात करना है.
तत्पश्चात प्रश्न में दिए गए मध्यवर्ती संबंधों को सुनिश्चित कर लेना चाहिए. यह जबरदस्ती संबंध अपेक्षित व्यक्तियों के बीच संबंध को घुमा-फिराकर प्रस्तुत करते हैं, जिसमें प्रश्नों और जटिल हो जाते हैं.
दो व्यक्तियों के बीच प्रत्यक्ष संबंध को ज्ञात कर पूछे गए प्रश्न का उत्तर देना चाहिए, सामान्यतः देखा जाता है कि विद्यार्थी व्यक्ति का अर्थ पुरुष मान लेता है परंतु व्यक्ति का अर्थ पुरुष या स्त्री दोनों माना जा सकता है, सामान्यतः देखा जाता है कि विद्यार्थी किसी के नाम के आधार पर उसके लिंग का निर्धारण कर लेते हैं, जिसे प्रश्न का उत्तर कभी-कभी गलत हो जाता है, अतः आप केवल दी गई जानकारियों के आधार पर ही लिंग का निर्धारण करें.
यह पूछा जाता है कि A B से किस प्रकार संबंधित है? विजय सुधा से किस प्रकार संबंधित है? या विजय का सुधा से क्या संबंध है? इसका अर्थ यह होता है कि A रिश्ते में B का क्या लगता है? या विजय रिश्ते में सुधा का क्या लगता है? पिता या भाई या पति या चाचा या दादा.
तस्वीर की ओर इशारा करके यह कहा जाए कि तस्वीर स्वयं की भी हो लेकिन किसी व्यक्ति की ओर इशारा करते हुए कहा जाए, तो वह स्वयं नहीं हो सकता है. किसी सांकेतिक भाषा में A + B का अर्थ है कि A, B का पिता है, तो ऐसी स्थिति में A पिता है और पुलिंग है यह निश्चित है लेकिन B पुत्र या पुत्री है यह निश्चित नहीं है. इसके अंतर्गत निम्न बातों पर ध्यान दें.
यदि किसी पद को निश्चित करना हो कि वह पुलिंग है या स्त्रीलिंग, तो उसे किसी अन्य पद द्वारा उपयुक्त कूट संकेत से अग्रसारित किया जा सकता है.
अंत से प्रारंभ की और उपयोग द्वारा संबंधों को व्यवस्थित करना चाहिए, पूछे गए संबंधों के लिए मध्यस्था वाले संबंध को इस प्रकार से व्यवस्थित करना चाहिए, जिसका सांकेतिक रूप दिए गए प्रश्न में सम्मिलित हो. प्रश्न के तहत दिए गए संबंधों को अपने परिवारिक संबंधों के रूप में व्यक्त कर लें, तो प्रश्नों को हल करना सरल हो जाता है.
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