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कुछ रेशे संश्लेषित क्यों कहलाते हैं?
कुछ रेशे प्रकृति में नहीं पाए जाते हैं, बल्कि मनुष्य द्वारा रासायनिक विधियों द्वारा तैयार किए जाते हैं. इसलिए यह रेशे संश्लेषित रेशे कहलाते हैं.
नायलॉन देशों से निर्मित वस्तुओं के नाम बताइए जो नायलॉन रेशे की प्रबलता दर्शाती है?
पर्वतारोहण के काम आने वाली रसिया वे पैराशूट की रस्सीयां नाइलॉन की इसलिए बनी होती है, क्योंकि नाईलॉन एक अत्यधिक प्रबलता वाला रेशा है.
खाद्य पदार्थों का संचयन करने हेतु प्लास्टिक के पात्रों के उपयोग के तीन प्रमुख लाभ बताइए?
खाद्य पदार्थों का संचयन प्लास्टिक पात्रों में इसलिए किया जाता है क्योंकि-
- प्लास्टिक के पत्र मजबूत व हल्के होते हैं।
- प्लास्टिक के पात्रों में रखे खाद्य पदार्थ बाहर की नमी से एकदम सुरक्षित रहते हैं, क्योंकि प्लास्टिक के नमीरोधक होता है।
- प्लास्टिक पात्र इन में रखे खाद्य पदार्थों से क्रिया नहीं करते जिसके कारण खाद्य पदार्थ संदूषित नहीं होते हैं।
थर्मोप्लास्टिक और थर्मोसेटिंग प्लास्टिक के मध्य अंतर को स्पष्ट कीजिए?
थर्मोप्लास्टिक और प्रमोशन टिक प्लास्टिक के मध्य अंतर निम्नलिखित है-
थर्मोप्लास्टिक | थर्मो सेटिंग प्लास्टिक |
इसे पिघलाया जा सकता है। | इसे पिंघलाया नहीं जा सकता। |
इसी अनेक प्रकार इच्छाअनुसार आकृति प्रदान की जा सकती है। | |
इसे मोड़ना संभव है। | इसे मोड़ना संभव नहीं है। |
यह ऊष्मा का सुचालक है। | यह ऊष्मा का कुचालक है। |
समझाइए थर्मोसेटिंग प्लास्टिक से निम्नलिखित क्यों बनाए जाते हैं- डेगजी की हथे, विद्युत पलग\ स्विच, पलग बोर्ड।
डेगजी का हत्था थर्मोसेटिंग प्लास्टिक का इसलिए बना होता है क्योंकि यह ऊष्मा का कुचालक होता है। इसलिए डेगजी गर्म होने पर भी हथा गर्म न होने के कारण इसे आसानी से पकड़ा जा सकता है। भोजन पकाते समय भी डेगजी को हत्थे के द्वारा पकड़ा जा सकता है।
विद्युत पलग, स्विच व प्लग बोर्ड थर्मोसेटिंग प्लास्टिक के इसलिए बनाए जाते हैं क्योंकि यह प्लास्टिक विद्युत का कुचालक होता है। जब विद्युत उपकरणों का इस्तेमाल हो रहा हो उस समय भी विद्युत प्लग , स्विच व प्लग को हैंडल करना सुरक्षित रहता है।
किन -किन पदार्थों को पुनः चक्रित किए जा सकते हैं, और पुन चक्रित नहीं किए जा सकते हैं। मैं वर्गीकृत कीजिए-
टेलीफोन यंत्र, प्लास्टिक खिलौने, कुकर के हत्थे, सामग्री लाने वाले थेले, बॉल पॉइंट पेन, प्लास्टिक के कटोरे, विद्युत तारों के प्लास्टिक आवरण, प्लास्टिक की कुर्सियां, विद्युत स्विच।
पुन:चक्रित किए जाने वाले- प्लास्टिक खिलौने, सामग्री लाने वाले थेले, प्लास्टिक के कटोरे, प्लास्टिक की कुर्सियां, बॉल पॉइंट पेन, विद्युत तारों के प्लास्टिक आवरण।
पुन:चक्रित नहीं किए जा सकने वाले- टेलीफोन यंत्र, कुकर केई हत्थे, विद्युत स्विच।
उदाहरण देकर प्रदर्शित कीजिए कि प्लास्टिक की प्रकृति अंसक्षारक होती है।
प्लास्टिक की प्रकृति अंसक्षारक होती है इसलिए इससे-
- प्रयोगशाला में रसायनों के संग्रह हेतु पात्र बनाए जाते हैं।
- प्रत्येक प्रकार के खाद्य पदार्थों के संग्रहण के लिए पात्र बनाए जाते हैं।
- वायुमंडल में काम आने वाले उपकरण व अन्य सामग्री का निर्माण किया जाता है जिनका सीधा संपर्क वायु व जल से होता है।
क्या दांत साफ करने के ब्रुश का हैंडल और शुक (ब्रिस्टल) एक ही पदार्थ के बनने चाहिए? अपना उत्तर स्पष्ट कीजिए।
नहीं, दांत साफ करने वाले ब्रुश का हैंडल और ब्रिस्टल एक ही प्रकार के पदार्थ के नहीं बनाए जा सकते। ब्रिस्टल हमेशा गर्म पदार्थ के बने होने चाहिए क्योंकि उनका संपर्क मसूड़ों से होता है तथा सख्त ब्रिस्टल मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। दूसरी ओर, हैंडल सख्त पदार्थ से बनाया जाना सही है ताकि इसे पकड़ने में किसी प्रकार की असुविधा ना हो।
जहां तक संभव हो प्लास्टिक के के उपयोग से बचिए, इस कथन पर सलाह दीजिए।
प्लास्टिक के एक जैव अनिम्नीकरणीय पदार्थ है इसलिए सूक्ष्मजीव इसका अपघटन नहीं कर सकते। अंतः प्लास्टिक हमारे पर्यावरण को दूषित करने वाला पदार्थ है। अत: जहां तक संभव हो प्लास्टिक के उपयोग से बचना चाहिए अन्यथा इसका अनावश्यक भंडार हमारे पर्यावरण में जमा हो जाएगा।
“संश्लेषित रेशों का औद्योगिक निर्माण वास्तव में वनों के संरक्षण में सहायक हो रहा है।” टिप्पणी कीजिए।
संश्लेषित रेशे रसायनों से बनाए जाते हैं और यह रसायन वनों से प्राप्त नहीं होते। संश्लेषित रेशों के निर्माण में वनों को काटने व वन्य जीवन को हानि पहुंचाने की आवश्यकता भी नहीं पड़ती। इसलिए संश्लेषित रेशों के औद्योगिक निर्माण से वास्तव में वन संरक्षित हो रहे हैं।
यह प्रदर्शित करने हेतु एक क्रियाकलाप का वर्णन कीजिए कि थर्मोप्लास्टिक विद्युत का कुचालक है।
थर्मोप्लास्टिक विद्युत का कुचालक है, इसलिए इसका आवरण विद्युत की तारों पर चढ़ाया जाता है ताकि जब तार में से विद्युत का प्रवाह हो रहा हो तो उसे छूने पर धक्का ना लगे। सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा किया जाता है।
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