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घोल या विलयन से जुडी जानकारी

जब हम किसी दो पदार्थो को परस्पर मिलाते है तो उससे बनने वाले मिश्रण को विलयन या घोल कहा जाता है. इसको कई भागों में भी बांटा गया है. जिसके बारे में आपको पूरी जानकारी नीचे दे रहे है.

घोल या विलयन से जुडी जानकारी

विलयन या घोल (Solution)

दो या दो से अधिक पदार्थ का समांग मिश्रण विलयन या घोल कहलाता है.

विलयन या घोल (Solution)
picture from www.tes.com

जिसमे एक निश्चित ताप पर विलेय या विलायक की आपेक्षिक मात्राए एक निश्चित सीमा तक निरन्तर परिवर्तित हो जाती है, जैसे चीनी या नमक का जल में विलयन, यहाँ चीनी या नमक विलेय है जबकि जल विलायक.

विलयन के प्रकार

विलयन को कई और भागों में बाँटा गया है.

  • संतृप्त विलयन
  • असंतृप्त विलयन
  • अतिसंतृप्त विलयन
  • सांद्र विलयन और तनु विलयन

संतृप्त विलयन (Saturated Solution)

निश्चित ताप पर बना एक ऐसा विलयन, जिसमे विलेय पदार्थ की अधिकतम मात्रा घुली हो उसे संतृप्त विलयन कहते है.

असंतृप्त विलयन (Unsaturated Solution)

निश्चित ताप पर बना एक ऐसा विलयन, जिसमे विलेय पदार्थ की और अधिक मात्रा उस ताप पर घोली जा सकते है, उसे असंतृप्त विलयन कहते है.

अतिसंतृप्त विलयन (Supersaturated Solution)

संतृप्त विलयन, जिसमे विलेय की मात्रा उस विलयन को संतृप्त करने के लिए आवश्यक विलेय की मात्रा से अधिक घुली हुई हो तो अतिसंतृप्त विलयन कहते है.

सांद्र विलयन और तनु विलयन (Concentrated Solution And Dilute Solution)

सांद्र विलयन में प्रति इकाई आयतन विलेय की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक होती है.

तनु विलयन में प्रति इकाई आयतन विलेय की मात्रा अपेक्षाकृत कम होती है.

विलायनो के सांद्रण को ग्राम प्रति लीटर, नाँर्मलता, मोलरता एव मोललता आदि से व्यक्त किया जाता है.

विलेयता (Solubility) क्या है?

विलेय का वह भार है जो विलायक के 100 ग्राम को एक संतृप्त घोल बना दे, विलेयता कहलाता है.

कोलाइड (Colloid) क्या होता है?

जब किसी विलायक में प्रिक्षेपित कणों का आकार 10-5 सेमी० से  10-7 सेमी० तक होता है तो ऐसे विलयनो को कोलाइड कहा जाता है.

कोलाइड के प्रिक्षेपित कणों में विलग (अलगाव) होने की प्रवृति नहीं होती है, जैसे- धुँआ, कोहरा, दुध आदि.

पायस (Emulsion) क्या है?

जब किसी कोलाइड में एक द्रव के सारे कण दुसरे द्रव के सारे कणों में प्रक्षेपित तो हो जाते है, लेकिन घुलते नहीं है, तो इस कोलाइड को पायस (Emulsion) कहते है. दुध एक प्राकृतिक पायस है, जबकि फेंट एक कृत्रिम पायस का उदहारण है.

बफर विलयन (Buffer Solution) क्या है?

वह विलयन जो की अम्ल या क्षार की साधारण मात्राओं को अपनी प्रभावी अम्लता या क्षारता में पर्याप्त परिवर्तन किये बिना अवशोषित कर लेता है, इसे बफर विलयन कहते है जैसे –

सोडियम ऐसीडेट तथा ऐसीटिक अम्ल का मिश्रण एक प्रभावी बफ़र है, जब उसे पानी में विलीन किया जाता है.

टिंडल प्रभाव क्या होता है?

जब किसी कोलाइडी विलयन में तीव्र प्रकाश गुजारते है और इसके लम्बवत रखे सूक्ष्मदर्शी से देखते है तो कोलाइडी कण काली पृष्ठभूमि में आलपिन की नोक की भांति चमकने लगते है इसे टिंडल प्रभाव कहते है.

टिंडल प्रभाव का कारण प्रकाश की प्रकीर्णन है.

ब्राउनी गति (Brownian Movement) क्या है?

कोलाइडी विलयन के कण लगातार इधर-उधर भागते रहते है इसे ब्राउनी गति कहते है.

यह गति कोलाइडी कणों की प्रकृति पर निर्भर नहीं करती है कण जितने ही सूक्ष्म होते है तथा माध्यम की श्यानता जितनी ही कम होती है एवं  ताप जितना ही अधिक होता है यह गति उतनी ही तेज होती है.

रासायनिक बंधन और इसके प्रकार

कुछ महत्वपूर्ण बिंदु

  • द्रव में गैस का परिक्षेपण झाग कहलाता है ये साबुन से उत्पन्न होते है.
  • सामान्यत: ठोस पदार्थ की विलेयता ताप बढ़ने से बढती है तथा गैसों की घुलनशीलता ताप की वृद्धि से साथ घटती है दाब घटने से गैसों की घुलनशीलता घटती है.
  • जल में नमक का मिश्रण एक भौतिक परिवर्तन है.
  • कोहरा गैस व द्रव का कोलाइडी विलयन है.
  • विलेय को विलायक में घोलने पर उसका क्वंथनाक बढ़ जाता है.
  • जल को सार्वत्रिक विलायक कहा जाता है.
  • सोडावाटर कार्बन डाई आक्साइड गैस का जल में विलयन है.
  • भिन्न विलेयता वाले कार्बनिक यौगिको को धीरे-धीरे अपघटित करने की घटना को किण्वन (Fermentation) कहते है.

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