पादप हार्मोन के चार कार्य

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

पादप हार्मोन के चार कार्य, जिबरेलिन के कार्य, पादप हार्मोन है, साइटोकाइनिन हार्मोन, ऑक्सीन हार्मोन, पादप हार्मोन किसे कहते हैं, जिबरेलिन क्या है, साइटोकाइनिन के कार्य को लिखे, ऑक्सिन की खोज किसने की

पादप हार्मोन के चार कार्य

ऑक्सीन का प्रभाव

  • यह शीर्ष कलिका के शीर्ष प्रभाव को बढ़ाता है।
  • यह कोशिका विभाजन तथा कोशिका वृद्धि को बढ़ाता है।
  • यह कैलस तथा कलम में जड़ों के बनने को बढ़ावा देता है।
  • यह पारथेनोकोर्पी-बिना निषेचन के बीज रहित फलों के विकास को बढ़ावा देता है।

जिब्बेरेलिन के प्रभाव

  • यह बीजों के अंकुरण तथा बीजों की प्रसुप्त अवस्था को तोड़ने में सहायक है।
  • यह एक बौने पौधे को लंबा कर देता है।
  • यह निम्न प्रकाश परिस्थितियों में दीर्घ प्रकाश पौधे में फूल आने की प्रक्रिया को बढ़ावा देता।
  • यह मादा पादप में नर फूलों को बनने में बढ़ावा देता है।

साइटोकिनिन के प्रभाव

  • यह बीजों की प्रसुप्त अवस्था को तोड़ने में सहायक है।
  • यह कोशिका विभाजन की दर को बढ़ावा देता है।
  • यह पौधों में एंजिग (बुढ़ापा) को धीमा कर देता है।
  • ऑक्सिन के साथ यह भी पौधों में अंग बनाने की क्रिया को बढ़ावा देता है।

इथाइलीन के प्रभाव

  • यह फलों को पकाने में सहायक है।
  • यह एजिंग की दर को बढ़ाता है।
  • यह आम तथा अनानास में फूलों के आने की शुरुआत कर देता है।
  • यह पत्ते, फूल व फलों के समय से पहले गिरने को बढ़ावा देता है।

एब्सिसिक अम्ल के प्रभाव

  • यह बीच प्रसुप्तता तथा कलिका प्रसुप्तता को बढ़ावा देता है।
  • यह पत्तों के समय से पहले गिरने को बढ़ावा देता है।
  • यह पौधों में एंजिग को बढ़ावा देता है।
  • यह बीज अंकुरण को दबा देता है।

More Important Article

Leave a Comment