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जैव प्रक्रम से जुड़े सवाल

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मनुष्य में वृक्क एक तंत्र का भाग है जो संबंधित है-

उत्सर्जन

पादप में जाइलम उत्तरदाई है-

जल का वहन

स्वपोषी पोषण के लिए आवश्यक है-

कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल, क्लोरोफिल, सूर्य का प्रकाश

पायरुवेट के विखंडन से यह कार्बन डाइऑक्साइड, जल तथा ऊर्जा देता है और यह क्रिया होती है

माइटोकॉन्ड्रिया

हमारे शरीर में वसा का पाचन कैसे होता है? यह प्रक्रम कहाँ होता है?

वसा को एंजाइमों के एक समूह लाइपेजिज द्वारा सूचित किया जाता है जो अग्न्याशयिक रस (जो अग्नाशय से स्त्रावित होता है) तथा क्षुदांत्र से स्त्रावित रस में विद्यमान है।

वसा का इमल्सीकरण

यह पित्त रस के द्वारा किया जाता है जो यकृत से स्त्रावित होता है। पित्त रस में बहुत सारे लवण होते हैं जो वसा को छोटी-छोटी गोलियों में तोड़ देते हैं जिससे लाइपेज को क्रिया करने के लिए बड़ा सतही क्षेत्र उपलब्ध हो जाता है। इमल्सीकृत वसा पर लाइपेज क्रिया कर लेते हैं।

भोजन के पाचन में लार की क्या भूमिका है?

लार, पानी की तरह एक तरल पदार्थ है जो मुख गुहा में लार ग्रंथियों के द्वारा स्त्रावित किया जाता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट का पाचन करने वाला एंजाइम एमीलेज (टायलिन) होता है। टाइलीन pH 6.8 पर अधिक क्रियाशील होता है। यह मंड (स्टार्च) पर क्रिया करता है तथा इसे शर्करा, जैसे माल्टोज, आइसोमाल्टोज तथा डैक्सट्रिन में परिवर्तित कर देता है।

स्वपोषी पोषण के लिए आवश्यक परिस्थितियां कौन सी है और उसके उपोत्पाद क्या है?

क्लोरोफिल की उपस्थिति, कार्बन डाइऑक्साइड की उपस्थिति, जल की उपस्थिति, प्रकाश संश्लेषण एंजाइम की उपस्थिति, सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति।

प्रकाश संश्लेषण के उत्पाद- उत्पादक, रासायनिक उर्जा।

वायवीय तथा अवायवीय श्वसन में क्या अंतर है? कुछ जीवो के नाम लिखिए जिनमें अवायवीय श्वसन होता है।

वायवीय श्वसन अवायवीय श्वसन
इसमें ग्लूकोज का ऑक्सीकरण के लिए O2  का प्रयोग होता है अर्थात यह है O2 की उपस्थिति में होने वाला प्रक्रम है। इसमें O2 प्रयुक्त नहीं होता अर्थात यह O2 की अनुपस्थिति में होने वाला प्रक्रम है।
इसमें ग्लूकोस के एक अणु के ऑक्सीकरण से 38  ATP अनु बनते हैं। इसमें ग्लूकोज के एक अणु के ऑक्सीकरण से केवल दो ए टी पी बनते हैं।
इसके अंतिम उत्पाद CO2, H2O तथा ऊर्जा है। इसके अंतिम उत्पाद CO2 लैक्टिक अम्ल है और थोड़ी सी उर्जा भी उत्सर्जित होती है।
इसमें ग्लूकोज के एक अणु से 673Kcal ऊर्जा मुक्त होती है। इसमें ग्लूकोज के एक अणु से मात्र 21Kcal ऊर्जा होती है।

अवायविय श्वसन यीस्ट में, आर्की बैक्टीरिया तथा कथित जीवाणुओं में होता है।

गैसों के अधिकतम विनिमय के लिए कुंपिकाएँ किस प्रकार है अभीकलीपत है?

कुंपिकाएँ गुब्बारों की तरह झिल्लीदार संरचनाएँ होती है जो श्व्स्निकाओं के सिरे पर स्थित होती है। कुंपिकाएँ की में रुधिर वाहिकाओं का विस्तरिण जाल होता है। कुंपिकाएँ स्थिति के कारण प्रत्येक फुफ्फुसका सतही क्षेत्रफल लगभग 80 मीटर होता है।

हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी के क्या परिणाम हो सकते हैं?

  • क्योंकि हिमोग्लोबिन शरीर के विभिन्न भागों में O2 का स्थानांतरण करता है जिससे भोजन का ऑक्सीकरण हो सके। इसलिए यदि हिमोग्लोबिन की कमी हो जाती है तो कोशिकाओं और उसको तक पर्याप्त मात्रा O2 नहीं पहुंच पाती और शरीर में उत्सर्जित ऊर्जा की मात्रा भी अपर्याप्त रहती है।
  • ऐसी स्थिति में व्यक्ति हर समय थका हुआ अनुभव करता है और ज्यादा कार्य नहीं कर पाता है।
  • उसकी त्वचा में आंखों का रंग पीला पड़ जाता है।

जाइलम और फ्लोएम में पदार्थों के वहन में क्या अंतर है?

जाइलम में पदार्थों का वहन

जाइलम केवल जल तथा खनिज लवणों का वहन करता है, जो पौधों की जड़ों द्वारा अवशोषित किए गए होते हैं।

फ्लोएम में पदार्थों का वहन

फ्लोएम उत्तक शर्करा तथा प्रकाश संश्लेषण के अन्य उत्पादों का वहन करता है तथा यह पादप हार्मोन का वहन भी करता है।

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