विश्व के प्रमुख मत्स्य क्षेत्र उत्तरी गोलार्द्ध में पाए जाते हैं। यहाँ पर विश्व की 98% मछली पकड़ी जाती है। यहाँ पर इस उद्योग के मिलने के निम्नलिखित कारण हैं

विश्व के प्रमुख मत्स्य क्षेत्र उत्तरी गोलार्द्ध
विश्व के प्रमुख मत्स्य क्षेत्र उत्तरी गोलार्द्ध

महाद्वीपीय मग्नतट

महाद्वीपीय मग्नतट सागर तट के नजदीक समुद्र का उथला भाग होता है। इसकी अधिकतम ऊँचाई 200 मीटर होती है। यहाँ पर मछलियों को नदियों द्वारा लाया गया तलछट व ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होती है, जो कि मछलियों के पनपने के लिए आवश्यक है.

कटी-फटी तट रेखा

कटी-फटी तट रेखा के समीप पानी शांत रहता है, यहाँ पर समुद्री तूफानों का भी डर नहीं होता, इसलिए मछलियाँ यहाँ पर अधिक पनपती हैं।

ठण्डी व गर्म जलधारा

गर्म व ठण्डी जलधाराओं के मिलन-स्थल पर प्लेकटन अधिक मिलता है। प्लेक्टन एक सूक्ष्म जीवीय अंश होता है। इस प्लेक्टन पर मछलियों का जीवन निर्भर रहता है। न्यूफाऊंडलैण्ड के पास लेब्रोडोर की ठण्डी धारा व गल्फ स्ट्रीम की गर्मधारा के मिलने वाले स्थान पर मछलियाँ अधिक मात्रा में मिलती हैं।

चबुतरा व बैंक

समुद्र में पाए जाने वाले मन्द ढाल वाले भाग को चबूतरा कहते हैं। न्यूफाऊंडलैण्ड  के दक्षिण-पूर्व में ग्रांड बैंक तथा उत्तरी सागर में डागर बैंक प्रमुख मछली उत्पादक क्षेत्र है.

शीतल जलवायु

शीतल जलवायु में मछली जल्दी खराब न होने के कारण काफी दूर तक सुरक्षित रहती हैं। अतः व्यापार के उद्देश्य से यहाँ पर अधिक मछलियाँ पाली जाती हैं।

यातायात

उत्तरी गोलार्द्ध में बन्दरगाहें, सड़कों से जुड़ी हुई हैं। जिस कारण मछलियाँ यह से दूर दराज के स्थानों पर भेज दी जाती हैं।

माँग

उत्तरी गोलार्द्ध में मछली अधिक होने का एक कारण जनसंख्या की अधिकता है अधिकता के कारण यहाँ पर खाद्यान्न की कमी रहती है, अतः खाद्यान्न की कमी को पूरा करने लिए यहाँ पर मछलियाँ अधिक मात्रा में पाली जाती हैं।

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विश्व के प्रमुख मत्स्य क्षेत्र

उत्तरी गोलार्द्ध में चार प्रमुख मत्स्य क्षेत्र हैं जो कि निम्नलिखित है

उत्तरी पश्चिमी प्रशांत महासागरीय क्षेत्र

यह मत्स्य क्षेत्र बैरिंग सागर से पूर्वी चीन तक विस्तृत है। यह संसार का बड़ा मत्स्य क्षेत्र है, यहाँ के अधिकतर लोगों का व्यवसाय मछली पालन है।

यहाँ पर अधिक मछली होने का प्रमुख कारण जापान के निकट उत्तर से आने वाली आयोति की ठण्डी धारा व क्यूरोशिवो की गर्म धारा के मिलने से उत्पन्न होने वाले प्लेक्टेन के कारण है, जिस वजह से यहाँ पर मछलियाँ प्रचुर मात्रा में पाई जाती है.

यहाँ पर शीत जलवायु होने के कारण मछलियाँ जल्दी खराब नहीं होतीं और उन्हें काफी समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है तथा यहाँ पर कटी-फटी तट रेखाएँ होने के कारण कई बन्दरगाह हैं जहाँ पर मछलियाँ आसानी से पकड़ी जा सकती है

उत्तर-पश्चिमी अन्धमहासागरीय मत्स्य क्षेत्र

यह क्षेत्र न्यूफाऊंडलैण्ड से न्यू इंग्लैण्ड विस्तृत है। यहाँ पर मछलियाँ अधिक होने का कारण गल्फस्ट्रीम की गर्म जलधारा तथा लैबोर्ड ठण्डी धारा का मिलना है। इस क्षेत्र में मछली पकड़ने के लिए अनेक चबूतरे हैं, जहाँ पर म प्रचुर मात्रा में मिलती हैं। यहाँ के प्रमुख बैंक हैं-ग्राण्डबैंक, जार्जबैंक, सेन्ट पीरी बैंक आदि से बड़ी मात्रा में मछलियाँ U.S.A., कनाड़ा, दक्षिणी अमेरिका, उत्तरी अफ्रीका आदि को निय दी जाती हैं।

उत्तर-पूर्वी अन्धमहासागरीय मत्स्य क्षेत्र

यह क्षेत्र आइसलैण्ड से रूम सागर के तट त हुआ है। यहाँ पर डॉगर बैंक तथा ग्रेट फिशर बैंक मछली के अपार क्षेत्र है। इन क्षेत्रों में अधिक होने के कारण मांग अधिक रहती है। अतः जनसंख्या की खाद्यान्न संबंधी आवश्य की पूर्ति के लिए मछली पालन बड़े पैमान पर किया जाता है। यह क्षेत्र अधिक कटा-फटा कारण मछलियाँ पकड़ने के लिए कई सुरक्षित बन्दरगाह हैं।

उत्तर-पूर्वी प्रशांत महासागरीय मत्स्य क्षेत्र

यह क्षेत्र उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तात के साथ साथ अलास्का से कैलिफोर्निया तक विस्तृत है.

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