बिहार की नगदी अथवा व्यवसायिक फसलें, bihar ki nagdi aur vyvassayik fasal, bihar ki nagdi fasal koun koun si hai, bihar mein hone waali prmukh fasal
बिहार भारत के प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों में एक है. गन्ना यहां की नगदी फसल है. जिसका सर्वाधिक उपयोग चीनी उद्योग में किया जाता है. गन्ने के लिए अधिक वर्षा, भुरभुरी दोमट मिट्टी तथा मटियारी व चुना युक्त मिट्टी तथा 26 सेंटीग्रेड तापमान की आवश्यकता होती है.
बागमती तथा कोसी नदियों के पश्चिम क्षेत्र में खनिज लवण युक्त मिट्टी में चूने के तत्व उपलब्ध है. बिहार में गन्ना का सर्वाधिक संघन क्षेत्र है, जहां कुल गन्ना क्षेत्र का 7% से अधिक भाग स्थित है, पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सारण, एवं सिवान जिलों में सीमित है.
बिहार में गन्ने की सामान्य खेती कोसी नदी के पश्चिम भाग, गंगा के दक्षिण में भोजपुर, औरंगाबाद, पटना, नालंदा, मुंगेर एवं भागलपुर जिला में की जाती है. संपूर्ण बिहार में लगभग 3 लाख हेक्टेयर भूमि में गन्ने की खेती होती है. वर्ष 2014-15 में राज्य में का कुल उत्पादन 15,499 टन था तथा उत्पादन में अग्रणी जिले में पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण, जबकि उत्पादक जिले थे- पूर्व चंपारण, नालंदा, जहानाबाद.
जुट का उपयोग कम गुणवत्ता वाले कपड़ा, टाट, बोरी, रस्सी, गलीचे आदि में होता है. जुट उत्पादन के क्षेत्र में बिहार भारत का द्वितीय सर्वाधिक बड़ा राज्य है. यहां इसके उत्पादन हेतु पर्याप्त वर्षा हो जाती है और नदियों द्वारा लाई गई उपजाऊ काँप मिट्टी विस्तृत क्षेत्र में उपलब्ध है. बिहार में पूर्णिया में सर्वाधिक जूट पैदा होती है. उसके उपरांत कटिहार, सहरसा, चंपारण, दरभंगा, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर जिलों में भी जुट उत्पादित की जाती है.
पूर्णिया जिला अकेला ही कुल जूट उत्पादन का 70% जुट उत्पन्न करता है. गर्मी के मौसम की प्रथम भारी वर्षा के बाद अप्रैल-मई के महीनों में जूट की बुवाई की जाती है, जबकि इस की कटाई अक्टूबर माह में की जाती है. अनुकूल परिस्थितियां में इसके उदय दशक लंबे हो जाते हैं.
बिहार भारत का सबसे बड़ा तंबाकू उत्पादक राज्य है. एक पुर्तगाली यात्री तंबाकू के पौधे को उतरी अमेरिका और यूरोप और यूरोप से भारत लाया था.
तंबाकू की खेती बिहार के लगभग 14,000 हेक्टेयर भूमि पर की जाती है जिसमें 17,000 तंबाकू का उत्पादन होता है. इसकी खेती गंडक नदी से बिहार के पूर्वी सीमा तक नदी के कगार पर होती है. तंबाकू के प्रमुख उत्पाद जिले हैं- वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, पूर्णिया, गोपालगंज आदि.
बिहार में फूलों का उत्पादन 2013-14 में 883131 टन हुआ था तथा इसकी खेती 793.22 हेक्टेयर में हुई थी, बिहार में उपयुक्त फलों के अतिरिक्त विभिन्न फल व सब्जी आलू, प्याज, मिर्च आदि की बिक्री की जाती है. इन सभी फसलों का बिहार की कृषि में अहम योगदान होता है. बिहार में फल एवं सब्जियों की खेती वरीहम पैमाने पर होती है. वर्ष 2014 से 2015 में राज्य में 346.64 हजार हेक्टेयर में फलों एवं 843.5 सब्जियों की खेती हुई थी.
वर्ष 2015 से 2015 में राज्य में फलों का उत्पादन 3997.83 हजार टन, जबकि सब्जियों का उत्पादन 14498.94 हजार टन हुआ था. राज्य में लीची, मखाना, सिंघाड़ा, आदि की खेती भी व्यापक पैमाने पर होती थी.
सामान्यतः बिहार के हर जिले में आलू पैदा किया जाता है लेकिन नालंदा, पटना और सारण जिले आलू के उत्पादन में अग्रणी है. गया, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, शाहाबाद, दरभंगा, चंपारण आदि जिलों में भी यह बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाता है.
मेस्ता की पैदावार अधिकांशत: बिहार के मैदानी भागों में होती है. इसके लिए उच्च तापमान अत्यधिक वर्षा व उपजाऊ भूमि की आवश्यकता होती है. पूर्णिया, सहरसा, चंपारण, सारण, पटना, मुंगेर, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, तथा गया जिलों में मेस्ता उगाया हुआ जाता है.
मखाना की खेती के लिए बिहार देश का अग्रणी राज्य है. राज्य में प्रमुख मखाना उत्पादक जिले- दरभंगा, सहरसा, समस्तीपुर, अररिया, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, मधुबनी और सुपौल है.
पुरुष 2014-15 में लीची की खेती 32.20 हजार हेक्टेयर में हुई थी, जिसमें 197.70 हजार टन लीची का उत्पादन हुआ था. लीची से विभिन्न खाद उत्पादन (जैम, जेली, जूस आदि) तैयार किए जाते हैं. मुजफ्फरपुर इसका प्रमुख केंद्र है. यहां का शाही लीची सर्वाधिक प्रसिद्ध है.
आम का माल्दह प्रभेद बिहार के फल समूह का एक प्रसिद्ध फल है. वर्ष 2014-15 में यहां आम की खेती 148.37 हजार हेक्टेयर में हुई तथा आम का उत्पादन 1271.62 हजार टन हुआ था.
केला, अमरूद, पपीता, अन्नानास और, निंबू, चीकू आदि अनेक अन्य फलों की भी यहां व्यापक रूप से खेती होती है.
फसल का नाम | उत्पादक जिलों का नाम |
चावल | चंपारण, पूर्णिया, वैशाली, सारण, सिवान, गोपालगंज, समस्तीपुर, पटना, मुंगेर, सहरसा तथा कटिहार. |
गेहूं | चंपारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सहरसा पटना, भोजपुर, नालंदा, रोहतास, गया, मुंगेर, भागलपुर आदि. |
मक्का | चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सहरसा, सारण, भागलपुर |
जो एवं ज्वार | चंपारण, पूर्णिया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, बक्सर, गया, मुंगेर आदि. |
बांद्रा | गया, मुंगेर, भोजपुर रोहतास कैमूर बक्सर तथा पटना. |
तिलहन | |
सरसों | पूर्णिया तथा पटना |
तिल | गया |
दलहन | |
अरहर | दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सारण तथा गया |
चना | पटना, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, बक्सर, गया मुंगेर, आदि |
व्यवसायिक फसलें | |
गन्ना | चंपारण, सारण, सीवान, गोपालगंज, गया, दरभंगा मुजफ्फरपुर, भागलपुर, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, बक्सर पटना ,मुंगेर |
जुट | पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, चंपारण, दरभंगा और मुजफ्फरपुर |
गन्ना | चंपारण, सारण, सीवान, गोपालगंज, गया, दरभंगा मुजफ्फरपुर, भागलपुर, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, बक्सर, पटना, मुंगेर. |
जुट | पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, चंपारण, दरभंगा और मुजफ्फरपुर |
तंबाकू | दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, मुंगेर, तथा पूर्णिया |
कृषि प्रधान राज्य बिहार में धान, गेहूं, मक्का, चना, और गन्ना का उत्पादन किया जाता है. इन फसलों के उत्पादन में बिहार ने देश भर में अपना विशेष स्थान बनाया है.
फसल | देश में स्थान | फसल | देश में स्थान |
धान ( चावल) | पांचवा | गेहूं | छठा |
मक्का | दूसरा | चना | छठा |
जुट | दूसरा | गन्ना | नोवा |
तंबाकू | दूसरा | तिलहन | सातवां |
फसल | उत्पादन क्षेत्र/स्थान/जिला |
गेहूं का सर्वाधिक उत्पादन | बागमती के कतार में |
मक्का का अधिकांश उत्पादन | गंगा के तटवर्ती भाग में |
जवार का सर्वाधिक उत्पादन | शाहाबाद क्षेत्र में |
गन्ना उत्पादन में अग्रणी | गंडक एवं कोशि मध्य मैदानी भाग |
सर्वाधिक जूट उत्पादन | पूर्णिया में |
सर्वाधिक मशहूर उत्पादन | पटना |
सरसों का सबसे अधिक प्रति हेक्टेयर उत्पादन | पूर्णिया में |
फसल | उत्पादन/उत्पादकता | 2013-14 | 2014-15 |
चावल | उत्पादन | रोहतास, औरंगाबाद केमूर | रोहतास, औरंगाबाद पश्चिम चंपारण, अरवल रोहतास, शेखपुरा |
उत्पादकता | रोहतास, औरंगाबाद, कैमूर | अरवल, रोहतास, शेखपुरा | |
गेहूं | उत्पादन | रोहतास, पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर | रोहतास, कैमूर, सिवान |
उत्पादकता | समस्तीपुर, शिवहर, मुजफ्फरपुर | जहानाबाद, पटना, गया | |
मक्का | उत्पादन | कटिहार, अररिया, भागलपुर | कटिहार, मधेपुरा, खगड़िया |
उत्पादकता | कटिहार, भागलपुर, अररिया | कटिहार, मधेपुरा, सहरसा | |
दलहन | उत्पादन | पटना, पूर्वी चंपारण, लखीसराय | पटना, औरंगाबाद, नालंदा |
उत्पादकता | पूर्व चंपारण, लखीसराय,, पटना | कैमूर, पटना, दरभंगा |
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