आज इस आर्टिकल में हम आपको मजदुर आन्दोलन का इतिहास के बारे में बताने जा रहे है.
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मजदुर आन्दोलन का इतिहास
मजदूर आंदोलन
दिसंबर 1919 में जमशेदपुर व जमालपुर में मजदूरों की हड़ताल हुई. 1920 में एस एन हल्दर तथा व्योमकेश चक्रवर्ती के नेतृत्व में जमशेदपुर वर्कर्स एसोसिएशन तथा 1929 में माणिक होमी के नेतृत्व में जमशेदपुर लेवल फेडरेशन की स्थापना हुई. सुभाष चंद्र बोस, प्रो. अब्दुल बारी, जय प्रकाश नारायण, योगेंद्र शुक्ला, बसावन सिंह, बृजनंदन शर्मा, बालेश्वर सिंह आदि मजदूर आंदोलन के महत्वपूर्ण नेता थे.
1929 में झरिया में अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस का अधिवेशन हुआ, जिसमें पंडित जवाहरलाल नेहरू को आगामी अध्यक्ष चुना गया. 1937 से 1939 के बीच तथा आगे भी बिहार में अनेक स्थानों पर हड़तालें हुई. इसी आंदोलन के क्रम में जमशेदपुर में दिए हुए भाषण के लिए जयप्रकाश नारायण को 18 फरवरी, 1940 को गिरफ्तार करके 9 महीने की कड़ी सजा दी गई. 1942, 1944, 1947 में अनेक सभा एवं हड़तालों का आयोजन हुआ
पटना युवा संघ
1927 में पटना युवा संघ की स्थापना हुई. 1929 तक इसकी शाखाएं बिहार के अनेक नगरों में स्थापित हो गई थी, इसके फलस्वरूप बिहार में युवा आंदोलन ने जोर पकड़ा.