कंप्यूटर के आउटपुट डिवाइस के बारे में जानकारी

  • निर्गम उपकरण- ये ऐसे उपकरण है जोकि किसी संगणना के परिणामों को निर्गम तक पहुंचाते हैं। ये परिणाम दृश्य प्रदर्शन इकाई द्वारा दिखालाये जा सकते हैं, प्रिंटर द्वारा मुद्रित कराये जा सकते हैं, चुंबकीय माध्यमों पर संग्रहित किये जा सकते हैं, अथवा अन्य किसी विधि द्वारा यह निर्गम प्राप्त किये जा सकते हैं।
  • हार्ड कॉपी युक्तियां- यह वह युक्तियां है जिससे हम कागज पर आउटपुट प्राप्त कर सकते हैं जैसे प्रिंटर, प्लांटर।
  • सॉफ्ट कॉपी युक्तियां- यह वे युक्तियां है जिनसे हम सिस्टम पर अस्थाई रूप से आउटपुट प्राप्त कर सकते हैं जैसे- मॉनिटर, L.C.D
  • मुद्रण यंत्र- इनसे कंप्यूटर द्वारा प्राप्त परिणामों को कागज के ऊपर छाप कर स्थायी रूप से उपयोगकर्ता को प्रस्तुत किया जाता है।
  • समघात मुद्रण यंत्र- ऐसे मुद्रण-यंत्र जिनमें की अक्षर को मुद्रित कराने हेतु ऐसी तकनीक का प्रयोग किया जाता है जिसमें कि अक्षर को कागज पर छापने के लिए अक्षर एवं कागज के मध्य स्याही युक्त फीते का इस्तेमाल किया जाता है एवं कागज पर उस अक्षर की आकृति उभारने हेतु किसी विधि से अक्षर पर पीछे की ओर से प्रहार किया जाता है।
  • असमघात मुद्रण यंत्र- इसमें डॉट मैट्रिक्स मुद्रण-यंत्र की भांति छोटी-छोटी पीने नहीं होती बल्कि पिनों के स्थान पर छोटे-छोटे विभिन्न नोजल लगे होते हैं जिनसे की कंप्यूटर से प्राप्त संकेतों के अनुसार स्याही की पुतली विभिन्न धाराएं छूटती है जोकि आपस में मिलकर वांछीत अक्षर की आकृति बना देती है।
  • ग्रास प्लांटर – इसके द्वारा ग्राफों तथा डिजाइनों की स्थायी प्रतिलिपि प्राप्त कर सकते हैं। इससे काफी उच्च कोटि की परिशुद्धता प्राप्त की जा सकती है।
  • विजुअल डिस्प्ले यूनिट- यह टेलीविजन की भांति होता है यह किसी चीज को प्रदर्शित करने में प्रयोग किया जाता है।
  • लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले- इसमें आवेशित रसायनों तथा गैंसेज को काँच की प्लेट्स के मध्य संयोजित किया जाता है। ये डिस्प्ले युक्तियां हल्की तथा विद्युत की कम खपत करने वाली होती है। इन डिस्प्ले युक्तियों का प्रयोग लैपटॉप कंप्यूटर्स में किया जाता है।

कंप्यूटर के आउटपुट डिवाइस से जुड़े सवाल

हार्ड कॉपी युक्तियाँ वे युक्ति है?

जिससे हम कागज पर आउटपुट प्राप्त कर सकते हैं।

हार्ड कॉपी प्राप्त होती है निम्नलिखित से

प्रिंटर से

सॉफ्ट कॉपी युक्तियां वह युक्तियां है-

जिनसे हम सिस्टम पर अस्थाई रूप से आउटपुट प्राप्त कर सकते हैं

ऐसे मुद्रण यंत्र जिनमें कि अक्षर को मुद्रित कराने हेतु किसी ऐसी तकनीक का प्रयोग किया जाता है जिसमें कि अक्सर को कागज पर छपने के लिए अक्षर एवं कागज के मध्य स्याही युक्त फीते का इस्तेमाल किया जाता है एवं कागज पर उस अक्षर की आकृति उभारने हेतु किसी विधि से अक्षर पर पीछे की ओर से प्रहार किया जाता है, कहलाते है?

संघात मुद्रण-यंत्र

इनमें उपर्युक्त अन्य मुद्रण-यंत्रों की भांति किसी हथौड़े इत्यादि की तकनीक का उपयोग नहीं किया जाता है। इसमें डॉट मैट्रिक्स मुद्रण-यंत्र की भांति छोटी-छोटी पिनें नहीं होती, बल्कि पिनों के स्थान पर छोटे-छोटे विभिन्न नोजल लगे होते हैं जिनसे की कंप्यूटर से प्राप्त संकेतों के अनुसार स्याही की पतली विभिन्न धाराएं छूटती है, जोकि आपस में मिलकर वांछित अक्षर की आकृति बना देती है-

असंघात मुद्रण-यंत्र।

इसके द्वारा ग्राफ़ो तथा डिजाइनों की स्थायी प्रतिलिपि प्राप्त कर सकते हैं। कंप्यूटर निर्गम हेतु अन्य प्रयुक्त की जाने वाली विधियों जिनमें कि निर्गम स्थाई प्रतिलिपि के रूप में प्राप्त होता है। ग्राफ डिजाइनो एवं अन्य आकृतियों को एकदम सही तरीके से नहीं छाप सकती। अर्थात यदि हमें निर्गम के रूप में स्पष्ट एवं उचित आकृतियों की आवश्यकता हो, तो इस यंत्र का उपयोग किया जाता है। इससे काफी उच्च कोटि की परिशुद्धता प्राप्त की जा सकती है। यह 1 इंच के 1000वें भाग के बराबर बिंदु को भी छाप सकता है-

ग्राफ प्लांटर

विजुअल डिस्प्ले यूनिट है?

मॉनिटर

देखने में यह टेलीविजन की भांति होता है-

मॉनिटर

डिस्प्ले युक्तियों के लिए एक नई तकनीक विकसित की गई है इसमें आवेशित रसायनों तथा गैसेज को कांच की प्लेटस के मध्य संयोजित किया जाता है। ये डिस्प्ले युक्तियां हल्की तथा विद्युत की कम खपत करने वाली होती है। इन डिस्प्ले युक्तियों का प्रयोग लैपटॉप कंप्यूटर्स में किया जाता है-

लिक्विड क्रिस्टल डिस्पले

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