देवघर का क्षेत्रफल वर्ग किमी में कितना है?
2,477 वर्ग किलोमीटर
देवघर का उपनाम क्या है?
मंदिरों का शहर
देवघर का प्रमंडल कहां स्थित है?
संथाल परगना
देवघर का अनुमंडल कहां पर स्थित है?
देवघर, मधुपुर।
देवघर में कितने प्रखंड है और कौन-कौन से?
देवघर में 10 प्रखंड है देवघर, मोहनपुर, सरवा, मधुपुर, पालजोरी, सारठ, देवीपुर, सोनारथारी मर्गोमुंडा
देवघर की कुल जनसंख्या 2011 के अनुसार कितनी है?
14,92,073
देवघर में 2011 के कुल जनसंख्या के अनुसार पुरुष की जनसंख्या कितनी है?
7,75,022
देवघर में कुल जनसंख्या 2011 के अनुसार महिलाओं की जनसंख्या कितनी है?
7,17,051
दशकीय वृद्धि दर (2001-11) के अनुसार कितनी है?
28.02 प्रतिशत
देवघर में लिंगानुपात 2011 के अनुसार कितना है?
1000 : 925
देवघर में जनसंख्या घनत्व 2011 के अनुसार कितना है?
64.85%
देवघर में कुल साक्षरता 2011 के अनुसार पुरुष साक्षरता दर कितना प्रतिशत है?
76.85%
देवघर में कुल अनुसूचित जाति की जनसंख्या 2011 के अनुसार कितनी थी?
1,90,036
देवघर में कुल अनुसूचित जाति की जनसंख्या के अनुसार 2011 के पुरुष की जनसंख्या कितनी थी?
98,295
देवघर में कुल अनुसूचित जाति की जनसंख्या 2011 के अनुसार महिलाओं की जनसंख्या कितनी थी?
91,741
देवघर में विधानसभा सदस्यों की संख्या कितनी है कहां कहां पर है?
03 , मधुपुर, सारथ, देवघर
देवघर को कौन सी राजधानी कहा जाता है?
सांस्कृतिक राजधानी
देवघर का संक्षिप्त में वर्णन करें?
- संथाल परगाना के सवडिवीजन के रूप में यह क्षेत्र काफी दिनों तक रहा, किंतु विकास के दौर में यह क्षेत्र पीछे न रहे अंत इसे भी 1 जून, 1986 को जिला बना दिया गया।
- पहले इसे देवगढ़ के नाम से जाना जाता था, किंतु खिलजी के समय से इस स्थान को देवघर कहा जाने लगा। देवघर शांति और भाईचारे का प्रतीक है।
- देवघर में स्थित हैं वैद्यनाथ धाम के मंदिर का उल्लेख भविष्य पुराण में मिलता है।
- देवघर एक शक्तिपीठ है जहां सति का हृदय गिरा था और अंतिम संस्कार भी देवघर में ही हुआ था। तभी से यह स्थान चिताभूमि भी कहलाने लगा है।
- पुराने की दृष्टि से विशेष महत्व होने के कारण द्वादश ज्योतिर्लिंग में 9 ज्योतिर्लिंग के रूप में रावणेश्वर वैद्यनाथ पर जल अर्पण कर मोक्ष की कामना से हजारों लोग यहां आते हैं।
- श्रावण के महीने में यहां लगभग 50 लाख तीर्थयात्री, लगभग 100 किलोमीटर की पदयात्रा कर बाबा वैद्यनाथ को गंगाजल चढ़ाने आते हैं।
- देवघर से 5 किलोमीटर दूर सातर ग्राम में देवता की मूर्ति के रूप में पूजे जाने वाले नवीनतम मंदिर में स्थापित है 3*1\2 फुट
- ऊंची और 2 फुट चौड़ी काले पत्थर की मूर्ति है, जिसके नीचे लिखी भाषा अब तक पढ़ी नहीं जा सकी है।
- देवघर में ज्योतिर्लिंग मंदिर का निर्माण 1556 ईसवी में गीत और स्टेट के संस्थापक पूरनमल ने इसके मुख्य मंदिर का निर्माण करवाया था।
देवघर में कौन सी मिट्टी मुख्य रूप से पाई जाती है?
लाल मिट्टी
देवघर में मुख्य रूप से कौन-कौन सी फसलें उगाई जाती है?
धान, मक्का, गेहूं
देवघर में कौन-कौन सी नदियां बहती है?
अजय नदी, पथरा, जयंती, मयूराक्षी, मोर।
वनाच्छादित क्षेत्र 2017 के अनुसार वर्ग किलोमीटर कितना है?
202 वर्ग किलोमीटर
देवघर में मुख्य रूप से कौन-कौन से खनिज पाए जाते हैं?
कोयला, एस्बेस्टस, तांबा।
देवघर में कौन-कौन सी जनजातियां पाई जाती है?
संथाली, कोरा, महीली, कोल।
देवघर में मुख्य मंदिर कौन-कौन से हैं?
वैद्यनाथ धाम मंदिर, राम लखन मंदिर, दुर्गा सरस्वती मंदिर।
देवघर में मुख्य कौन-कौन से उद्योग है?
डाबर दवा कंपनी, केश तेल, इंसुलेटर, उन्नी धागा, चीनी मिट्टी उद्योग, रेलवे वैगन फैक्ट्री, ग्लास उद्योग।
देवघर में कौन-कौन से शिक्षण संस्थान है?
हिंदी विद्यापीठ, देवघर।
देवघर में कौन-सी परियोजना है?
अजय बराज परियोजना
देवघर में कितने लाख आबादी पर एक से भी कम डाकघर है?
प्रति एक लाख
देवघर में भारत की कितनी ज्योतिर्लिंगों है?
1 ज्योतिर्लिंग
देवघर में दुमका मार्ग पर कौन-सा पवित्र स्थल है?
वासुकीनाथ
देवघर में बिरला समूह की कौन सी इंडस्ट्रीज स्थित है?
हैदराबाद इंडस्ट्रीज देवघर यह एस्बेस्टस उसका प्रमुख कारखाना है ।
भारत का सबसे बड़ा मेला कहां लगता है?
देवघर में
भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने झारखंड के देवघर में कौन-सी परियोजना का उद्घाटन किया था?
भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 30 अप्रैल 2013 को झारखंड के देवघर में बसुकीनाथ में 44 किलोमीटर लंबी और ऊर्जा स्ट्रीट परियोजना का उद्घाटन किया और तीर्थ यात्रियों के लिए पंक्ति परिसर का पत्थर रखा।
देवघर में कौन-कौन से प्रसिद्ध स्थल है उनकी संक्षेप में व्याख्या करें?
- वैधनाथ धाम- देवघर जिले में स्थित यह मंदिर हिंदुओं का एक महान तीर्थ स्थान है। भगवान शिव का मंदिर होने के कारण इसे वैद्यनाथ धाम कहा जाता है। वैद्यनाथ मंदिर में स्थापित लिंग भगवान शिव की 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है। पुराणों में भी इसका वर्णन मिलता है। ऐसा माना जाता है कि रावण चाहता था कि उसकी राजधानी पर शिव का आशीर्वाद बना रहे। इसलिए वह कैलाश पर्वत गया और शिव की आराधना की। उसकी तपस्या से प्रसन्न होकर शिव जी ने रावण को अपना ज्योतिर्लिंग दिया, लेकिन इसके साथ उन्होंने एक शर्त रखी कि रावण अपनी यात्रा बीच में रोक नहीं सकता और इस लिंग को कहीं भी नीचे नहीं रखना होगा। यदि लंका से पहले कहीं भी रख दिया गया तो वह सदा के लिए वही स्थापित हो जाएगा। देवगण अपने शत्रु को मिले इस वरदान से घबरा गए और एक योजना के तहत इंद्र ब्राह्मण बनकर आए। इंद्र ने ऐसा बहाना बनाया कि रावण ने यह लिंग उन्हें सौंप दिया। ब्राह्मण रूपी इन्द्र ने यह लिंग देवघर में रख दिया। रावण की लाख कोशिश के बाद भी यह हिला नहीं। रावण अपनी गलती को सुधारने के लिए रोज यहां आता था और गंगाजल से शिव जी का अभिषेक करता था।
- बासुकीनाथ मंदिर- बासुकीनाथ अपने शिव मंदिर के लिए जाना जाता है। वैधनाथ मंदिर की यात्रा तब तक अधूरी मानी जाती है जब तक बासुकीनाथ के दर्शन नहीं किए जाते हैं। यह मंदिर देवघर से 42 किलोमीटर दूर जरमुंडी गांव के पास स्थित है। इसके इतिहास का संबंध नोनीहाट के घाट वालों से जोड़ा जाता है। वासुकीनाथ मंदिर परिसर में कई अन्य छोटे-छोटे मंदिर है।
- बैजू मंदिर- बाबा वैद्यनाथ मंदिर परिसर के पश्चिमी देवघर के मुख्य बाजरा में तीन और मंदिर भी हैं। इन्हें बैजू मंदिर के नाम से जाना जाता है। इन मंदिरों का निर्माण बाबा वैद्यनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी को वंशजों ने करवाया था। प्रत्येक मंदिर में भगवान शिव का लिंग स्थापित है।
- त्रिकूट- देवघर से 16 किलोमीटर दूर दुमका रोड पर एक खूबसूरत त्रिकुट स्थित है। इस पहाड़ पर बहुत सारी गुफाएं और झरने हैं। वैद्यनाथ से बासुकीनाथ मंदिर की ओर जाने वाली श्रद्धालु मंदिरों से सजे इस पर्वत पर रुकना पसंद करते हैं।
- नौलखा मंदिर- देवघर के बाहरी हिस्से में स्थित यह मंदिर अपने वास्तुशिल्प की खूबसूरती के लिए जाना जाता है। इस मंदिर का निर्माण बालानंद ब्रह्मचारी के एक अनुयायी ने किया था जो शहर से 8 किलोमीटर दूर तपोवन में तपस्या करते थे। तपोवन मंदिर और गुफाओं से सजा एक आकर्षक स्थल है।
- सत्संग आश्रम- ठाकुर अनुकूल चंद के अनुयायियों के लिए यह स्थान धार्मिक आस्था का प्रतीक है। सर्व धर्म मंदिर के अलावा यहां पर एक संग्रहालय और चिड़िया घर भी है।
देवघर – धर्म आधारित जनगणना 2011
ग्राम | कुल जनसंख्या | प्रतिशत |
हिंदू | 11,65,140 | 78.09 |
मुस्लिम | 3,02,626 | 20.28 |
ईसाई | 6,027 | 0.40 |
सीख | 143 | 0.01 |
बौद्ध | 188 | 0.01 |
जैन | 282 | 0.02 |
अन्य | 16,067 | 1.08 |
अवर्गीकृत | 1,600 | 0.11 |
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