बुंदेलखंड के राजकुमार वीरचंद ने सतलज नदी की वादियों में स्थानीय ठाकुरों को हराकर 900 ई. में बिलासपुर (केहलूर) राज्य की स्थापना की।
किन्नौर राज्य रामपुर रियासत (बुशहर) का एक भाग था। यहां के प्रसिद्ध शासक थे प्रतपाल, प्रद्युमन, चतर सिंह एवं केहरी सिंह, जिसे आजनबाहु नाम से जाना जाता था।
यह हिमाचल प्रदेश की रियासत थी। इतिहास में त्रिगर्त नाम से विख्यात है। वर्तमान में यह नगरकोट नाम से जानी जाती है।
कुल्लू का पुराना नाम कुल्लूट था। यहां के निवासी उदुबरा थे। उच्च व्यासघाटी में स्थित कुल्लू की स्थापना बेहंगमनी ने की थी जो प्रयाग से आया था।
चंबा का वास्तविक नाम चंपा था। सातवीं शताब्दी में मारु और वर्मन ने इसकी स्थापना की थी। वर्तमान चम्बा की स्थापना साहिल वर्मन ने 920-940 के बीच अपनी पुत्री चंपावती के नाम पर की थी। रावी नदी के दाईं ओर स्थित यह हिमाचल प्रदेश का सबसे सुंदर जिला है।
वर्तमान ऊना जिला कांगड़ा और होशियारपुर की सीमा पर स्थित कूटलहर रियासत का हिस्सा था। इसकी स्थापना दसवीं व ग्यारह वीं शताब्दी के मध्य जसपाल ने की थी।
1527 ई. में बाहुसेन के उत्तराधिकारी अजगर सेन ने मंडी रियासत की स्थापना की थी।
18वीं शताब्दी के प्रारंभिक दौर में आज का शिमलानगर क्योंथल रियासत का एक भाग था क्योंथल रियासत की स्थापना 1211 ई. में गिरी सेन ने की थी।
लाहौल स्पीति भारत के उत्तरी पश्चिमी हिस्से में स्थित है। लाहौल के निवासी मंगोलियन जाति के हैं। 1961 तक लाहौल स्पीति पंजाब राज्य में जिला कांगड़ा का एक हिस्सा था।
सिरमौर का संस्थापक राजा रसालू था। इसका प्राचीन नाम सुलोकिना था। इतिहासकारों के अनुसार यहां के निवासी कुलिंद थे। आधुनिक काल के कनेत ही प्राचीनकाल में कुलिंद के नाम से जाने जाते थे।
18वीं शताब्दी में हमीरपुर की स्थापना हमीरचंद कटोच ने की थी। यह कांगड़ा रियासत का एक हिस्सा था।
15 अप्रैल 1948 को महासू जिले की दो तहसीलें अर्की भागल, कुनिहार और मांगल रियासतों को मिलाकर तथा सोलन भागत बेजा व ठाकुर रियासतों को मिलाकर बनाई गई सोलन जिले में, नालागढ़, भागत, कुनिहार, माँगल, बेजा, तथा कुठार आदि रियासते शामिल है।
राज्य\ रियासत | राज्यों के संस्थापक | वर्ष | राज्य/रियासत | राज्यों के संस्थापक | वर्ष |
त्रिगर्त राज्य | सुशर्मा | 13वीं सदी | चंबा रियासत | मारुवर्मन | 550 ई. |
जसवां | पूर्वचंद | 1170ई. | डाडा सिवा रियासत | सिवर्णचंद | 1550 ई. |
सिब्बा राज्य | शिव रामचंद्र | 1450 ई. | सुजानपुर | घमंडचंद्र | – |
सुकेत राज्य | वीर सेन | 765 ई. | सारी राज्य | मूलचंद | – |
गुलेर राज्य | हरिचंद | 1405 ई. | महलोग रियासत | वीरचंद | – |
आधुनिक कुल्लू राज्य | रत्ना भदरा | – | मंडी रियासत | बाहुसेन | – |
नूरपुर राज्य | जेतपाल नामक तोमर राजपूत | 1000 ई. | भागत रियासत | अजय देव | – |
नालागढ़ व्यास | अजयचंद | 1000 ई. | बालसन रियासत | अशोक सिंह | 12 वीं सदी |
भज्जी रियासत | चारु राजा | – | कुम्हार सेन रियासत | किरतचंद | 11 वीं सदी |
कहलुर रियासत | वीरचंद चंदेल | 900 ई. | जुब्बल रियासत | करमचंद | – |
दरकोटी रियासत | दुर्गा सिंह | – | देलथ रियासत | पृथ्वी सिंह | – |
सिरमौर राज्य | शुंभश प्रकाश | 1195 ई. | प्राचीन कुल्लू राज्य | विहंगम मणिपाल | 1500 ई. |
कुठार रियासत | सूरतचंद | – | कुनिहार रियासत | अभोजदयों | 1154 ई. |
ठियोग रियासत | जयचंद | 1667 ई. | कियोंथल राज्य | गिरि सेन | 765 ई. |
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