थ्रमिट अभिक्रिया या एल्यूमिनोथर्मी क्या है?, रेल की लाइन को कैसे जोड़ते है, थ्रमिट क्रिया क्या है, एल्यूमिनोथर्मी क्या होता है,
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थ्रमिट अभिक्रिया या एल्यूमिनोथर्मी क्या है?
यह एक ऐसा प्रक्रम है जिसे एल्युमीनियम का उपयोग करके टूटी हुई रेल लाइन का जोड़ने में प्रयोग किया जाता है।
प्रक्रम
इस प्रक्रिया में एक क्रूसिबल लेते हैं जिसके तली में एक छेद होता है। क्रूसिबल के अंदर एलुमिनियम पाउडर और फेरिक ऑक्साइड का मिश्रण 1:3 में लेते हैं। इस मिश्रण को थर्मिट कहते हैं।
अब क्रूसिबल को रेल लाइन के टूटे हुए भाग पर रखा जाता है ताकि क्रूसिबल का छेद रेल लाइन के टूटे हुए भाग पर आए। थर्मिट मिश्रण के ऊपर ज्वलन/दहन मिश्रण (AI पाउडर + बेरियम परऑक्साइड) डाला जाता है। इस मिश्रण में एलुमिनियम रिबन इस प्रकार लगा देते हैं कि इसका एक सिरा क्रूसिबल से बाहर आए। प्रक्रिया शुरू होने से पहले मैग्नीशियम रिबन को जलाया जाता है। जैसे ही आग मैग्नीशियम रिबन से होती हुई दहन मिश्रण तक पहुंचती है, दहन मिश्रण तेजी से जलने लगता है। इसी कारण से अत्यधिक मात्रा में उष्मा निकलती है जो नीचे रखे थ्रमीट को पिघला देती है और थर्मिट से गलित लोहा, नीचे टूटी हुई रेल लाइन पर पड़ता है। जब टूटा हुआ भाग भर जाता है तो क्रूसिबल को हटा लेते हैं। ठंडा होने पर रेल लाइन जुड़ जाती है उसे पूरे प्रकरण को एलुमिनियनोथ्रमी कहते हैं।