RPSC Sanskrit Edu. 20-02-2019 Hindi Solved Question Paper

आज इस आर्टिकल में हम आपको RPSC Sanskrit Edu. 20-02-2019 Hindi Solved Question Paper दे रहे है जिसकी मदद से आप अपने exam के ज्यादातर सवालों की जांच करके अपने maximum नंबर के बारे में जान सकते है. हम आपको नीचे पुरे पेपर का सलूशन देंगे. Sr. Teacher Gr II (Sanskrit Edu.) (Non-TSP) – 2018, Sr. Teacher Gr II (Sanskrit Edu.) (TSP) – 2018, Sr. Teacher Gr II (Sanskrit Edu.) Hindi (Non-TSP) – 2018, Sr. Teacher Gr II (Sanskrit Edu.) Hindi (TSP) – 2018, Sr. Teacher Gr II (Sanskrit Edu.) English (Non-TSP) – 2018, Sr. Teacher Gr II (Sanskrit Edu.) English (TSP) – 2018

RPSC Sanskrit Edu. 20-02-2019 Hindi Solved Question Paper

कथा धारा में संकलित रचना जैसलमेर की राजकुमारी में उल्लेखित राजकुमारी का नाम था?

  • शीलवती
  • रतनवती
  • रत्नावली
  • रूपमती

कथा धारा में संकलित रचना एटम बम के रचयिता है?

  • अमृतलाल नागर
  • अज्ञेय
  • आचार्य चतुरसेन शास्त्री
  • जैनेंद्र कुमार

प्रजा प्रभाव में संकलित सवैया के अनुसार रसखान ब्रज की कटीली झाड़ियों पर क्या नशा वर्क करने को तत्पर है?

  • जन्मांतरों के संचित पुण्य
  • तीनों लोकों का राज्य
  • करोड़ों स्वर्ण महल
  • अष्ट सिद्धि नव निधि का सुख

प्रज्ञा प्रवाह में संकलित रचना धरती धोरा री में रचनाकार ने राजस्थान की तुलना की धरती की तुलना किससे की है?

  • दिव्य लोक से
  • सागर से
  • आकाश से
  • स्वर्ग से

आलोक में संकलित रानी लक्ष्मीबाई रचना के अनुसार रानी के दत्तक पुत्र का नाम क्या था?

  • माधवन
  • हरिहर
  • मनोहर
  • दामोदर

आलोक में संकलित मुक्तियोद्धाओं के शिविर में रचना के लेखक कौन है?

  • प्रभाकर मावचे
  • विष्णुकांत शास्त्री
  • अज्ञेय
  • विष्णु प्रभाकर

प्रजा प्रवाह में संकलित हार की जीत की कहानी के लेखक हैं

  • जैनेंद्र कुमार
  • सुदर्शन
  • विशंभरनाथ कौशिक
  • प्रेमचंद

अपरा में संकलित यात्रा का रोमांच पाठ के आधार पर बताइए कि निम्नलिखित में से कौन सा कथन गलत है

  • यात्रा यायावर को तटस्थ दृष्टि देती है.
  • यायावर का रास्ता कभी समाप्त नहीं होता है.
  • यायावर जहां से गुजर जाए वही उसका रास्ता है.
  • यायावर की मंजिल पहले से तय होती है.

जिसके चरणों में पड़ा ताल दर्पण से फैला है विशाल- प्रजा प्रवाह में संकलित रचना पर्वत प्रदेश में पावस के अनुसार किस के चरणों में विशाल ताल फैला हुआ है

  • पर्वत के
  • पहाड़ी गांव के
  • पहाड़ी पगडंडी के
  • ऊंचे ऊंचे वृक्षों के

पुर ते निकसी रघुबीर वधू धरि धीर दए मग मग द्वे————- फिर बूझती है चलनो अब केतिक पर्णकुटी करिहो कित हवे – प्रज्ञा प्रवाह में संकलित वनगमन पाठ के अनुसार सीता के उपर्युक्त प्रश्न की राम पर क्या प्रतिक्रिया होती है

  • थोड़ी दूर और चलकर विश्राम करने की बात करते हैं.
  • वह सीता को ढांढस बताते हैं.
  • उनकी आंखों में आंसू भर आते हैं.
  • वन की रमणीयता का उल्लेख कर सीता का ध्यान बताते हैं.

अपरा में संकलित रचना गद्य साहित्य का आविर्भाव के अनुसार प्रजा हितैषी पत्र के संपादक कौन थे?

  • प्रताप नारायण मिश्र
  • राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद
  • भारतेंदु हरिश्चंद्र
  • राजा लक्ष्मण सिंह

अपरा में संकलित रचना भारतीय जीवन दर्शन एवं संस्कृति के अनुसार सेवा किस माना है?

  • पूजा
  • त्याग
  • विनम्रता
  • समर्पण

अपरा में संकलित सूरदास के विनय संबंधी पदों में कवि ने किन लोगों का साथ छोड़ने के लिए कहा है

  • लोक विमुख
  • निंदक
  • हरी विमुख
  • पाखंडी

प्रजा प्रवाह में संकलित रचना उधार मांगना भी एक कला है, के अनुसार बिना पूंजी के व्यापार प्रारम्भ करने के लिए क्या करना चाहिए?

  • उधार मांगने की कला का अभ्यास करना चाहिए.
  • मित्रों से सहयोग लेना चाहिए.
  • सहकारी बैंक से ऋण लेना चाहिए.
  • रिश्तेदारों से सहायता लेनी चाहिए

अपरा में संकलित धरा और पर्यावरण रचना के अनुसार राष्ट्र के संतुलित विकास के लिए कितने प्रतिशत भू भाग पर जंगल होने आवश्यक है?

  • 25
  • 33
  • 35
  • 30

इस माता और इस बहन की सिली हुई कमीज मेरे लिए मेरे शरीर का नहीं मेरी आत्मा का वस्त्र है इसका पहनना मेरी तीर्थ यात्रा है उपर्युक्त उद्धरण सृजन में संकलित किस रचना से लिया गया है

  • तोलिए
  • बाजार दर्शन
  • मजदूरी और प्रेम
  • ठेले पर हिमालय

सृजन में संकलित आचार्य सुलक सुकल के निबंध के आधार पर बताइए कि इनमें से कौन सा कथन असत्य है?

  • अतिभय और भयकारक का सम्मान सभ्यता के लक्षण है
  • भी जब स्वभावगत हो जाता है तब कायरता या भीरुता कहलाता है
  • भय का विषय दो रूपों के सामने आता है ऐसा असाध्य रूप में और साध्य रूप में
  • अशिक्षित होने के कारण अधिकांश भारतवासी भव्य के उपासक हो गए हैं.

जल्दी ही अपडेट करेंगे……. कृपया थोड़ी देर में विजिट करें.

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