आज इस आर्टिकल में हम आपको तुगलक वंश से जुड़ी जानकारी से जुड़ी बातें की जानकारी देने जा रहे है जो निम्न प्रकार से है-
गयासुद्दीन तुगलक ने दिल्ली सल्तनत में एक नवीन राजवंश की स्थापना की. खुसरो शाह के शासन को समाप्त कर गयासुद्दीन तुगलक 1320 ईस्वी में दिल्ली का सुल्तान बना. निजामुद्दीन औलिया ने गयासुद्दीन तुगलक के बारे में कहा था कि दिल्ली अभी दूर है.
गयासुद्दीन तुगलक की मृत्यु के बाद 1325 ईस्वी में मोहम्मद बिन तुगलक दिल्ली का सुल्तान बना. दिल्ली के सुल्तानों में वह प्रथम सुल्तान था, जिसने योग्यता के आधार पर पद देना आरंभ किया. अपने शासनकाल में वह विवादास्पद निर्णयों के कारण प्रसिद्ध हुआ. मोहम्मद- बिन- तुगलक ने कृषि के विकास के लिए दीवान -ए-कोही नामक विभाग की स्थापना की. इसके समय महाराष्ट्र में बहमन शाह ने 1347 ईस्वी बहमनी राज्य की स्वतंत्रता स्थापना की.
खेलों से संबन्धित प्रश्न उत्तर
1351 ईस्वी में मोहम्मद- बिन- तुगलकी सट्टा में मृत्यु के बाद फिरोजशाह तुगलक दिल्ली का सुल्तान बना. फिरोजशाह तुगलक गयासुद्दीन तुगलक के छोटे भाई रजब का पुत्र था. रजब का विवाह एक राजपूत सांसद रणमल की पुत्री से हुआ. इस प्रकार फिरोज हिंदू माता से उत्पन्न पहला मुस्लिम शासक था.
उसने गरीबों की सहायता के लिए दीवान -ए- खैरात नामक दान विभाग स्थापित किया.उसने रोजगार ब्यूरो तथा दारुल सफा स्थापित किए. फिरोज तुगलक ने मेरठ सथा टॉप राशि अशोक स्तंभ मंगवाकर दिल्ली में फिरोजशाह कोटला में स्थापित करवाए. नसीरुद्दीन मुहम्मद तुगलक वंश का अंतिम सुल्तान था.
बहलोल लोदी ने लोदी राजवंश की स्थापना की. वह अफगानों की महत्वपूर्ण शाखा साहू खेल से संबंधित था. दिल्ली का सुल्तान बनने पर उसने गाजी की उपाधि ग्रहण की. उसने अफगान सरदारों को जागीरें प्रदान की. वह अपने सरदारों को मसनद ए अली कहकर पुकारता था. तथा सरदारों के खड़े रहने पर स्वयं भी खड़ा रहता था.
निजाम खान सुल्तान सिकंदर शाह के नाम से 14 से 89 ईसवी में शासन आरंभ किया. सिकंदर लोदी स्वर्णकार हिंदू माता का पुत्र था. उसकी माता का नाम जयबन्द था. उसने भूमि पैमाइश के लिए गज ए सिकंदरी नामक पैमाने का प्रचलन किया. किसके आदेश पर संस्कृत के 1 आयुर्वेद ग्रंथ का फारसी में फरहंगे के नाम से अनुवाद हुआ.1504 ईस्वी में उसने आगरा नगर बसाया. राजस्थान के शासकों पर अपना अधिपत्य बनाए रखने के उद्देश्य से उसने आगरा को अपनी राजधानी बनाया. सिकंदर लोदी के शासन काल में संगीत कला के श्रेष्ठ ग्रंथ लज्जत -ए- सिकंदर शाही की रचना हुई. प्रसिद्ध संत कबीर दास सिकंदर लोदी के समकालीन थे.
15270 सिकंदर लोदी की मृत्यु के बाद इब्राहिम लोदी शासक बना. वह दिल्ली सल्तनत का अंतिम शासक था. 21 अप्रैल 1526 ईस्वी में पानीपत की पहली लड़ाई में इब्राहिम लोदी बाबर से पराजित हुआ, जिसके साथ व्यस्त था दिल्ली सल्तनत का शासन समाप्त हो गया.
विभाग प्रमुख | विभाग |
दीवान -ए- विजारत | प्रशासनिक विभाग |
दीवान -ए- आरिज | सैन्य विभाग |
दीवान -ए- इंशा | पत्राचार विभाग |
दीवान -ए- रसालत | विदेशी विभाग |
दीवाने-ए-अमीरकोही | कृषि विभाग |
दीवान -ए- मुस्तखराज | राजस्व विभाग |
दीवान -ए- खैरात | दान विभाग |
दीवाने-ए- इसतिहाक | पेंशन विभाग |
दीवाने-ए- बंदगान | दास भाग |
दीवान -ए- कजा | न्याय विभाग |
आज इस आर्टिकल में हमने आपको तुगलक वंश से जुडी जानकारी दी इसको लेकर अगर आप का कोई सवाल या सुझाव है तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते है.
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