आज इस आर्टिकल में हम आपको UKPSC Civil Judge 26 May Solved Question Paper 2019 के बारे में बताने जा रहे है जिसकी मदद से आप आगामी एग्जाम की तैयारी कर सकते है.
UKPSC Civil Judge 26 May Solved Question Paper 2019
अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीशों को निर्वाचित किया जाता है:
- सुरक्षा परिषद् के द्वारा
- सामान्य सभा के द्वारा
- सुरक्षा परिषद् की संस्तुति पर सामान्य सभा के द्वारा
- एक दूसरे के स्वतन्त्र रूप से, सामान्य सभा और सुरक्षा परिषद् के द्वारा
शारदा अधिनियम, 1930 सम्बन्धित है:
- विधवा विवाह से
- बाल विवाह से
- अंतर्जातीय विवाह से
- बहु-विवाह से
अल्पसंख्यक राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष को सदस्य माना जाएगा:
- मानव अधिकार परिषद् का
- भारत का विधि आयोग का
- अन्तर्राष्ट्रीय विधि आयोग का
- राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का
संसद के दो सत्रों के मध्य समय अन्तराल की अधिकतम अवधि हो सकती है:
भारतीय संविधान की प्रस्तावना” का अभी तक संशोधन हो चुका है:
- एक बार
- दो बार
- तीन बार
- कभी नहीं
संघ के रक्षा बलों का सर्वोच्च समादेश निहित होगा:
- प्रधान मंत्री में
- राष्ट्रपति में
- रक्षा मंत्री में
- सेना अध्यक्ष में
यू.एन.सी.एच.आर. सम्बन्धित है:
- श्रमिकों से
- बच्चों से
- महिलाओं से
- शरणार्थियों से
“केन्द्रीय मंत्री परिषद् में प्रधान मंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या लोकसभा के सदस्यों की कुल संख्या के पन्द्रह प्रतिशत से अधिक नहीं होगी।” – यह प्रावधान अन्तः स्थापित किया गया है:
- संविधान (बयालिसवाँ संशोधन) अधिनियम द्वारा
- संविधान (चवालीसवाँ संशोधन) अधिनियम द्वारा
- संविधान (इक्यानबेवाँ संशोधन) अधिनियम द्वारा
- संविधान (तिरानबेवाँ संशोधन) अधिनियम द्वारा
भारतीय संविधान के भाग IV-A में वर्णित “मूलभूत कर्तव्यों की कुल संख्या है:
निम्नलिखित वादों में से किस वाद में यह कहा गया है कि संविधान की उद्देशिका संविधान का अभिन्न एवं क्रियात्मक भाग है?
- मिनर्वा मिल्स वाद में
- रि बेरूबारी वाद में
- गोलकनाथ बनाम पंजाब राज्य में
- केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य में
बेनामी संव्यवहार (प्रतिषेध) संशोधन अधिनियम, 2016, प्रभावी हुआ
- 1 नवम्बर, 2016 से
- 1 जनवरी, 2016 से
- 1 अप्रैल, 2016 से
- 1 मार्च, 2016 से
उच्च शिक्षा में गुणात्मक परिवर्तन लाने हेतु, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को समाप्त कर उसके स्थान पर निम्नलिखित किस संस्था को बनाने का निर्णय किया है?
- समेकित उच्च शिक्षा आयोग
- भारतीय उच्च शिक्षा आयोग
- अखिल भारतीय उच्च शिक्षा आयोग
- उपरोक्त में से कोई नहीं
भारत में अभिलेख न्यायालय है:
- केवल उच्चतम न्यायालय
- केवल उच्च न्यायालय
- उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालय दोनों
- उपरोक्त में से कोई नहीं
राज्य के राज्यपाल द्वारा अध्यादेश निर्गत करने की शक्ति का उल्लेख संविधान के किस अनुच्छेद में वर्णित है?
- अनुच्छेद 213
- अनुच्छेद 123
- अनुच्छेद 133
- अनुच्छेद 231
“डोकलाम विवाद” किन दो राष्ट्रों के मध्य विवादित बिन्दु रहा?
- भारत और नेपाल
- चीन और नेपाल
- भारत और चीन
- चीन और पाकिस्तान
“माल एवं सेवा कर” संपूर्ण भारत में लागू किया गया है:
- 100वें संवैधानिक संशोधन द्वारा
- 101वें संवैधानिक संशोधन द्वारा
- 96वें संवैधानिक संशोधन द्वारा
- 97वें संवैधानिक संशोधन द्वारा
राष्ट्रपति पद रिक्त होने पर पद को भरने हेतु निर्वाचन प्रक्रिया अधिकतम कितनी समयावधि में पूर्ण हो जानी चाहिए?
- रिक्ति की तिथि से 3 माह में
- रिक्ति की तिथि से 1 माह में
- रिक्ति की तिथि से 6 माह में
- रिक्ति की तिथि से 12 माह में
जनवरी 2018 में “विश्व आर्थिक मंच” की पाँचवीं वार्षिक बैठक निम्न में से किस स्थान पर संपन्न हुई?
- दावोस में
- कॉपेनहेगन में
- रूस में
- न्यूयॉर्क में
“अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीशों की पदावधि है:
- निर्धारित नहीं है
- 5 वर्ष
- 7 वर्ष
- 9 वर्ष
भारत के निम्न न्यायमूर्तियों में से किसको अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय का न्यायाधीश पुनर्निर्वाचित किया गया है?
- न्यायमूर्ति डी.वाई. चन्द्रचूड़
- न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा
- न्यायमूर्ति तरुण गोगई
- न्यायमूर्ति दलवीर भंडारी
ई.वी.एम. सूचक है:
- नये संगीत उपकरणों का
- इको मार्क्स का
- इलेक्ट्रोनिक वोटिंग उपकरण का
- उपरोक्त में से कोई नहीं
बहुचर्चित नॉज फाउन्डेशन बनाम एन.सी.टी. ऑफ दिल्ली के बाद में भारतीय दण्ड संहिता की जिस धारा की संवैधानिकता को चुनौती दी गयी थी, वह है:
- धारा 377
- धारा 375
- धारा 497
- धारा 498
भारत में प्रत्येक 26 नवम्बर को “विधि दिवस” के रूप में मनाया जाना प्रारंभ हुआ था:
- वर्ष 1949 से
- वर्ष 1950 से
- वर्ष 1951 से
- वर्ष 1979 से
65वें राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया गया:
- मॉम
- नगर कीर्तन
- विलेज रॉक स्टार
- बाहुबली-2
भारत के उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को अपने पद से हटाया जा सकता है:
- केवल साबित कदाचार के आधार पर
- केवल असमर्थता के आधार पर
- केवल भ्रष्टाचार के आधार पर
- उपरोक्त तथा दोनों
26 जुलाई को निम्नलिखित रूप में मनाया जाता है:
- कारगिल विजय दिवस
- वायु सेना दिवस
- सेना दिवस
- उपरोक्त में से कोई नहीं
“सिंधु दर्शन महोत्सव मनाया जाता है:
- केरल में
- लद्दाख में
- असम में
- उत्तराखण्ड में
2018 में राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में जीते हैं:
- आदित्य नाथ सिंह
- अनन्त कुमार
- हरिवंश प्रताप सिंह
- हरि प्रसाद
कम्प्यूटर प्रोसेसर इन भागों से मिल कर बनता है:
- की बोर्ड और हार्ड डिस्क
- की बोर्ड और माउस
- कन्ट्रोल यूनिट और ए.एल.यू.
- की बोर्ड, कन्ट्रोल यूनिट और ए.एल.यू.
14 अप्रैल, 2018 को प्रधान मंत्री ने “आयुष्मान भारत योजना” प्रारम्भ की:
- नई दिल्ली से
- लखनऊ से
- अहमदाबाद से
- बीजापुर (छत्तीसगढ़) से
“फीफा वर्ल्ड कप, 2018 का उपविजेता है:
- फ्रांस
- इंग्लैण्ड
- क्रोएशिया
- ब्राजील
भारत की सबसे लम्बी नदी है:
- ब्रह्मपुत्र
- गंगा
- कावेरी
- यमुना
भारत संघ बनाम नवीन जिंदल में उच्चतम न्यायालय ने निम्नलिखित अधिकार को मान्य घोषित किया है:
- शिक्षा के अधिकार को
- शुद्ध पेय जल के अधिकार को
- राष्ट्रीय झंडे को फहराने के अधिकार को
- मृत्यु के अधिकार को
“विधिक सहायता दिवस मनाया जाता है:
- 9 नवम्बर को
- 26 नवम्बर को
- 10 दिसम्बर को
- उपरोक्त में से कोई नहीं
उच्चतम न्यायालय ने निम्नलिखित वाद में अभिनिर्धारित किया है कि निजता का अधिकार मूल अधिकार है:
- चमेली सिंह बनाम उ.प्र. राज्य
- टी. सरीथा बनाम टी. वेंकट सुबैय्या
- सुमन गुप्ता बनाम जम्मू एवं कश्मीर राज्य
- गोविन्द बनाम म.प्र. राज्य
“हलाला” सम्बन्धित है:
- मुस्लिम महिलाओं से
- हिन्दू महिलाओं से
- अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की महिलाओं से
- शरणार्थियों की महिलाओं से
स्कर्वी रोग निम्नलिखित विटामिन की कमी से कारित होता है:
वर्ष 2018 में, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त हुई हैं:
- रेखा शर्मा
- मीरा कुमार
- रीता बहुगुणा
- उपरोक्त में से कोई नहीं
“विश्व बौद्धिक संपदा संगठन” का मुख्यालय स्थित है:
- पेरिस में
- मैड्रिड में
- न्यूयॉर्क में
- जिनेवा में
निम्न में से कौन सा संयुक्त राष्ट्र का प्रमुख अंग नहीं है?
- अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन
- सुरक्षा परिषद्
- अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय
- महा सभा
निम्नलिखित देशों में से कौन संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद् का स्थायी सदस्य नहीं है?
- यू.एस.ए.
- यू.के.
- फ्रांस
- स्पेन
निम्नलिखित में से कौन भारतीय राष्ट्रीय एकता परिषद् की अध्यक्षता करता है?
- राष्ट्रपति
- उपराष्ट्रपति
- प्रधानमंत्री
- उच्चतम न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश
किस तिथि में “संयुक्त राष्ट्र” ने मानव अधिकारों की “सार्वभौमिक घोषणा” को अपनाया?
- 20 अक्टूबर, 1945
- 24 अक्टूबर, 1945
- 26 जून, 1945
- 10 दिसम्बर, 1948
मवेशी पालन और डेयरी के लिए केन्द्र सरकार से “राष्ट्रीय गोपाल रत्न” पुरस्कार किसने जीता है?
- प्रीति लता शर्मा
- अमृता धीरज
- ए. धीरज राम कृष्ण
- जी.एस. कुलकर्णी
बसवा सागर बाँध किस राज्य में स्थित है?
- उड़ीसा में
- कर्नाटक में
- असम में
- पंजाब में
भारत के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए अधिकतम आयु सीमा है:
- 65 वर्ष
- 70 वर्ष
- 62 वर्ष
- कोई सीमा नहीं
“पंचायती राज” भारत में निम्नलिखित वर्ष में लागू किया गया था:
- 1950 में
- 1952 में
- 1959 में
- 1962 में
निम्नलिखित में से कौन लगातार दो बार भारत के राष्ट्रपति के पद पर रहे? ।
- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
- डॉ. जाकिर हुसैन
- डॉ. राधा कृष्णन
- उपरोक्त में से कोई नहीं
भारत में सबसे पुराना उच्च न्यायालय निम्नलिखित में से कौन सा है?
- मद्रास उच्च न्यायालय
- कलकत्ता उच्च न्यायालय
- दिल्ली उच्च न्यायालय
- इलाहाबाद उच्च न्यायालय
भारत के उच्चतम न्यायालय ने किस ऐतिहासिक निर्णय में कार्य स्थल पर महिला यौन उत्पीड़न के विरुद्ध दिशा निर्देश निर्धारित किए?
- विशाखा बनाम राजस्थान राज्य
- नीलाबती बेहरा बनाम उड़ीसा राज्य
- मेनका गाँधी बनाम भारत संघ
- हुसैनआरा खातून बनाम बिहार राज्य
भारतीय साक्ष्य अधिनियम में धारा 114-A निम्न में से किस निर्णय के विरुद्ध व्यापक प्रदर्शन के बाद जोड़ी गयी?
- तुकाराम बनाम स्टेट ऑफ महाराष्ट्र
- मोगिनबाई बनाम गुजरात राज्य
- हरपाल सिंह वाद
- प्रमोद महतो वाद
इलेक्ट्रोनिक अभिलेख हैं:
- मौखिक साक्ष्य
- कोई साक्ष्य नहीं
- दस्तावेजी साक्ष्य
- उपरोक्त में से कोई नहीं
“शिनाख्त कार्यवाही” भारतीय साक्ष्य अधिनियम की किस धारा के अधीन हैं?
- धारा 7
- धारा 8
- धारा 11
- धारा 9
अन्तरण का दस्तावेज वैध रूप से अनुप्रमाणित होता है जबकि:
- निष्पादक ने अपने परिवारजनों के समक्ष दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए हों।
- किसी व्यक्ति ने दस्तावेज उसकी उपस्थिति में लिखे जाने के तथ्य पर गवाह के रूप में हस्ताक्षर किए हैं।
- एक व्यक्ति जिसने निष्पादक को दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते देखा है अपने हस्ताक्षर गवाह रूप में करता है।
- दस्तावेज दो गवाहों द्वारा हस्ताक्षरित हों जिन्होंने निष्पादक को हस्ताक्षर करते देखा हो और जिन्होंने निष्पादक की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए हों।
निम्न में से कौन सी सम्पत्ति, सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम के अन्तर्गत अचल सम्पत्ति नहीं है?
- अचल सम्पत्ति के बन्धक द्वारा प्रतिभूत किया गया ऋण
- पूजा का अधिकार जो मंदिर विशेष के संदर्भ में हो
- एक झील
- एक तालाब से मछली पकड़ने व ले जाने का अधिकार
निम्न में से कौन एक “अनुयोज्य दावा नहीं है?
- कोई ऋण जिसके लिए न्यायालय द्वारा दी गई डिक्री
- अचल सम्पत्ति के किराए की बकाया राशि का दावा
- उपर्युक्त तथा दोनों
- उपर्युक्त तथा में से कोई नहीं
सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम के अधीन “सम्पत्ति का अन्तरण” में सम्मिलित है:
- विभाजन
- समर्पण
- पारिवारिक समझौता
- उपर्युक्त में से कोई नहीं
सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम के अन्तर्गत, निम्न में से किसे किसी सम्पत्ति के अन्तरण हेतु वैध प्रतिफल के रूप में मान्यता नहीं है?
- नैसर्गिक प्रेम व स्नेह
- चल सम्पत्ति
- कालावधीय रूप से की जाने वाली सेवा
- उपर्युक्त सभी
वह नियम, जो पश्चातवर्ती बन्धकग्रहिता को अधिकृत करता है कि वो दो सम्पत्तियों के पूर्ववर्ती बन्धकग्रहिता को बाध्य कर सके कि वह पूर्विक बन्धक ऋण को ऐसी सम्पत्ति से सन्तुष्ट कराए जोकि पश्चातवर्ती बन्धकग्रहिता के पास बन्धक नहीं है, ऐसे नियम को कहते हैं:
- प्रत्यासन
- अभिदाय
- क्रमबंधन
- आवंधन
सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम के अन्तर्गत एक “भार”
- मात्र विधि की क्रिया से ही सृजित होता है।
- अचल सम्पत्ति पर ही सृजित होता है।
- सर्वबंधी अधिकार उत्पन्न करता है।
- भार के धारक व्यक्ति को भार के अधीन सम्पत्ति अपने धन के संदाय हेतु ले जाने का अधिकार है।
पट्टे का पर्यवसान होता है:
- विलयन द्वारा
- समपहरण द्वारा
- अभ्यर्पण द्वारा
- उपर्युक्त सभी
निम्नलिखित में से कौन सही सुमेलित नहीं है?
- संचयन के लिए निदेश – धारा 17
- बन्धककर्ता की पट्टा करने की शक्ति – धारा 65-क
- एक सहस्वामी द्वारा अन्तरण – धारा 44
- धन का विनिमय
अन्तरण के कौन से प्रकार के लिए लिखित विलेख में दो साक्षियों द्वारा अनुप्रमाणन को सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम में बाध्यकारी प्रावधानित किया गया है?
- विक्रय
- बन्धक
- दान
- उपर्युक्त सभी
वैधानिक रूप से एक दान तब तक पूर्ण नहीं है जब तक कि उसका आदाता द्वारा प्रतिग्रहण न कर लिया जाए। ऐसा प्रतिग्रहण होना चाहिए ।
- लिखित में आदाता द्वारा अथवा आदाता की ओर से ।
- दाता के जीवनकाल में किया गया ।
- तब तक किया गया जबकि दाता देने में समर्थ हो ।
- दाता के जीवनकाल में तथा तब तक किया गया जबकि दाता देने में समर्थ हो ।
निम्नलिखित में से कौन सा “दान” सम्पत्ति अंतरण अधिनियम के अन्तर्गत वैध है?
- एक अवयस्क को किया गया दान
- भावी सम्पत्ति का दान
- दाता के मरणोपरान्त प्रतिग्रहित दान ।
- दान जिसका हेतुक अतीत का अयुक्त संभोग हो ।
अवयस्क को किया पट्टा:
- वैध है।
- शून्य है।
- शून्यकरणीय है।
- उपर्युक्त में से कोई नहीं
सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम के अन्तर्गत एक “जीवित व्यक्ति से अभिप्राय है:
- केवल मनुष्य
- केवल लिमिटेड कम्पनी
- केवल भागीदारी फर्म
- उपर्युक्त सभी
बन्धककर्ता का मोचन का अधिकार इसके साथ समविस्तीर्ण है:
- बन्धककर्ता का दस्तावेजों की जाँच व प्रस्तुतीकरण के प्रति अधिकार
- बन्धकग्रहिता का पुरोबन्ध अथवा विक्रय का अधिकार
- बन्धककर्ता का प्रथकतः अथवा सब एक साथ मोचन करने का अधिकार
- उपर्युक्त सभी
निम्न में से कौन विलक्षण बंधक की कोटि में आ सकता है?
- केवल सशर्त विक्रय द्वारा भोग बन्धक ।
- केवल सादा भोग बंधक।
- उपरोक्त तथा दोनों ।
- उपरोक्त तथा में से कोई नहीं ।
एक वर्ष से अधिक की अवधि के लिए एक मकान का पट्टा किया जा सकता है:
- केवल पंजीकृत विलेख द्वारा
- मौखिक अनुबन्ध द्वारा
- मौखिक अनुबन्ध द्वारा अथवा पंजीकृत विलेख द्वारा
- उपरोक्त में से कोई नहीं
“शाश्वतता के विरुद्ध नियम” का उद्भव इस वाद से हुआ है:
- टल्क बनाम मोक्सहे, 41 ER 1143
- काडल बनाम पामर, 131 ER 859
- एल्डरसन बनाम व्हाइट, 44 ER 924
- आरिफ बनाम जादूनाथ, AIR 1931 PC 79
“किसी व्यक्ति को एक ही समय में अनुमोदन एवं अस्वीकार करना अनुमत नहीं होता है । इस नियम ने निम्नलिखित में से किसे आधार प्रदान किया?
- विबन्ध द्वारा प्रदान के पोषण का सिद्धान्त
- भागिक पालन का सिद्धान्त
- निर्वाचन का सिद्धान्त
- मोचन ऊपर की ओर, पुरोबन्ध नीचे की ओर का नियम
भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 115 द्वारा घोषित विबन्ध का सिद्धान्त सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम की इन धाराओं में अभिव्यक्ति प्राप्त करता है:
- धारा 35 तथा धारा 53-क
- धारा 41 तथा धारा 43
- धारा 35 तथा धारा 43
- धारा 35, धारा 43 तथा धारा 60
“राम कुमार कुन्डू बनाम मैक्वीन, वाद सम्बन्धित है:
- लम्बित वाद
- भागिक पालन
- बन्धक
- दृश्यमान स्वामी
सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम के अन्तर्गत पुरोबन्ध का उपचार निम्न बंधकों में से किसमें उपलब्ध है?
- स्वत्व-विलेखों के निक्षेप द्वारा बन्धक
- सादा बन्धक
- सशर्त विक्रय बन्धक
- अंग्रेजी बन्धक
सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम के अन्तर्गत एक अजात व्यक्ति अपने फायदे के लिए किये गये अन्तरण पर कब निहित हित अर्जित करता है?
- जन्म लेने पर
- वयस्कता प्राप्त करने पर
- विवाह करने पर
- उपरोक्त में से कोई नहीं
सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम की धारा 3 के अनुसार “लिखत” से अभिप्रेत है:
- वसीयती लिखत
- अवसीयती लिखत
- दोनों तथा
- उपरोक्त में से कोई नहीं है
सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम के अन्तर्गत “विक्रय” अन्तरण होता है:
- विनिर्दिष्ट अचल सम्पत्ति में हित का
- अचल सम्पत्ति के उपभोग के अधिकार का
- स्वामित्व का
- उपर्युक्त में से कोई नहीं
भारतीय दण्ड संहिता की धारा 300 के अन्तर्गत कितनी परिस्थितियाँ गिनाई गई हैं जिनके अन्तर्गत सदोष मानव वध हत्या है?
‘A’, ‘B’ को घोर उपहति कारित करने के आशय से ‘B’ के घर में प्रवेश करता है, किन्तु पाता है कि ‘B’ घर में नहीं है। ‘A’ द्वारा कौन सा अपराध, यदि कोई है, किया गया है?
- घोर उपहति कारित करने का प्रयास
- गृह-भेदन
- कोई अपराध नहीं
- उपर्युक्त तथा दोनों
भारतीय दण्ड संहिता के अन्तर्गत शरीर एवं सम्पत्ति की प्राइवेट प्रतिरक्षा में आक्रामक की मृत्यु कारित की जा सकती है?
- 100 एवं 103
- 101 एवं 102
- 105 एवं 103
- 98 एवं 103
भारतीय दण्ड संहिता की किस धारा के अन्तर्गत दुष्प्रेरण का प्रावधान है?
- 106
- 107
- 108
- उपरोक्त में से कोई नहीं
‘X’ रास्ते में ‘Y’ से मिलता है। ‘Y’ एक खतरनाक चाकू ‘X’ को दिखाता है और उसकी घड़ी की माँग करता है। ‘X’ अपनी घड़ी ‘Y’ को दे देता है । कौन सा अपराध किया गया है?
भारतीय दण्ड संहिता की धारा 379:
- चोरी के अपराध को परिभाषित करती है।
- चोरी के अपराध के दण्ड का प्रावधान करती है।
- उपरोक्त तथा दोनों
- उपरोक्त में से कोई नहीं
लूट के अपराध में सम्मिलित है:
- केवल चोरी
- केवल उद्दापन
- उपरोक्त दोनों
- उपरोक्त में से कोई नहीं
प्रसिद्ध वाद ‘आर बनाम गोविन्दा’ (1876) 1 बम्बई 342, में अभियुक्त गोविन्दा को किस अपराध के लिए दण्डित किया गया था?
- सदोष मानव वध
- घोर उपहति
- हत्या
- उसे दोषमुक्त कर दिया गया था
जब कोई व्यक्ति आजीवन कारावास के दण्डादेश के अधीन हो, यदि किसी की हत्या का प्रयास करता है, और यदि उस व्यक्ति को उपहति कारित होती है, तो
- उस व्यक्ति को मृत्यु दण्ड से दण्डित किया जाएगा।
- उस व्यक्ति को मृत्यु दण्ड से दण्डित किया जा सकता है।
- उस व्यक्ति को उपहति कारित करने के अपराध के लिए दण्डित किया जायेगा।
- उस व्यक्ति को आजीवन कारावास के दण्ड से दण्डित किया जायेगा।
कौन सा चोरी का आवश्यक तत्व नहीं है?
- चल सम्पत्ति
- उस सम्पत्ति का कब्जा
- उस सम्पत्ति का स्वामित्व
- उस सम्पत्ति का हटाया जाना
अभिरक्षा में बलात्कार का दण्ड का प्रावधान है:
- 7 वर्ष का कठोर कारावास तथा जुर्माना
- कठोर कारावास जो 10 वर्ष से कम नहीं, परन्तु आजीवन कारावास हो सकेगा तथा जुर्माना भी देय होगा।
- 15 वर्ष कारावास
- 20 वर्ष कारावास
अम्ल का प्रयोग करके स्वेच्छया घोर उपहति करने पर न्यूनतम दण्ड क्या है?
- जुर्माने के साथ 7 वर्ष का कारावास
- जुर्माने के साथ 10 वर्ष का कारावास
- जुर्माने के साथ 15 वर्ष का कारावास
- जुर्माने के साथ 20 वर्ष का कारावास
‘X’ एवं ‘Y’ झगड़ा कर रहे हैं । झगड़ा लड़ाई में बदल जाता है जिसमें दोनों को शारीरिक चोट लगती है। ‘Y’ को अधिक घोर उपहति होती है और तीन दिन बाद अस्पताल में उसकी मृत्यु हो जाती है। ‘X’ दायी होगा
- घोर उपहति कारित करने के लिए
- हत्या के लिए
- सदोष मानव वध के लिए
- कोई अपराध नहीं
भारतीय दण्ड संहिता की निम्नलिखित में से कौन सी धारा मृत्यु कारित करने या पीड़िता के सतत् विनाशक स्थिति में परिणामित होने के दण्ड का प्रावधान करती है?
- धारा 376-क
- धारा 376-ख
- धारा 376-ग
- धारा 376-ङ
भारतीय दण्ड संहिता की धारा 84 में कौन सी अभिव्यक्ति प्रयुक्त की गई है?
- पागलपन
- मानसिक बीमारी
- चित्त-विकृति
- उन्मुक्तता
भारतीय दण्ड संहिता के अधीन आपराधिक मानहानि के कितने अपवादों का प्रावधान किया गया है?
भारतीय दण्ड संहिता में ‘सदोष अभिलाभ एवं ‘सदोष हानि’ को परिभाषित किया गया है।
- धारा 22 में
- धारा 23 में
- धारा 24 में
- धारा 27 में
भारतीय दण्ड संहिता का निम्न में से कौन सा प्रावधान ‘मैक्नाटेन नियम” पर आधारित है?
- धारा 83
- धारा 84
- धारा 85
- धारा 86
भारतीय दण्ड संहिता की निम्न में कौन सी धारा ‘दंगा’ को परिभाषित करती है?
- धारा 146
- धारा 148
- धारा 159
- धारा 160
निम्न में से कौन सी भारतीय दण्ड संहिता की धारा ‘मिथ्या दस्तावेज रचना’ को परिभाषित करती है?
- धारा 464
- धारा 465
- धारा 466
- धारा 467
‘A’ महिला महाविद्यालय के गेट के पास खड़ा होकर अश्लील गाने गाता है, उसने कौन सा अपराध किया है?
- हमला
- स्त्री की लज्जा भंग करना
- आपराधिक अभित्रास
- अश्लील कार्य
मानव को अन्य मानव द्वारा मृत्युकारित किया जाना कहा जाता है।
- हत्या
- सदोष मानव वध
- मानव वध
- वध
निम्न में से भारतीय दण्ड संहिता का कौन सा प्रावधान मत्त व्यक्ति द्वारा लोक-स्थान में अवचार को दण्डित करता है?
- धारा 507
- धारा 508
- धारा 509
- धारा 510
निम्न में से भारतीय दण्ड संहिता की कौन सी धारा ‘स्वेच्छया’ को परिभाषित करती है?
- धारा 39
- धारा 38
- धारा 37
- धारा 36
भारतीय दण्ड संहिता की निम्न में से किस धारा के अन्तर्गत लोक-मार्ग पर उतावलेपन या उपेक्षा से कोई वाहन चलाना अपराध है?
- धारा 279
- धारा 280
- धारा 281
- धारा 282
‘रेस सब जुडिस’ (न्यायाधीन) शब्दावली से अभिप्राय है:
- अपील को रोक दिया जाना ।
- वाद को रोक दिया जाना।
- आवेदन को रोक दिया जाना ।
- निष्पादन को रोक दिया जाना ।
सिविल प्रक्रिया संहिता में ‘प्लीडर’ को परिभाषित किया है।
- धारा 2(7) में
- धारा 2(15) में
- धारा 2(17) में
- धारा 2(11) में
सिविल प्रक्रिया संहिता की निम्न में से कौन सी धारा ‘आदेश’ को परिभाषित करती है?
- धारा 2(2)
- धारा 2(9)
- धारा 2(14)
- धारा 2(10)
सिविल प्रक्रिया संहिता की निम्न में से कौन सी धारा दीवानी न्यायालय के धनीय अधिकारिता से सम्बन्धित है?
- धारा 4
- धारा 5
- धारा 6
- उपरोक्त में कोई नहीं
सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 115 प्रावधान करती है।
- पुनरीक्षण
- निर्देश
- पुनर्विलोकन
- उच्चतम न्यायालय को अपील
सिविल प्रक्रिया संहिता का कौन सा प्रावधान यह कहता है कि एक व्यक्ति समान हित के लिए सबकी तरफ से वाद संस्थित कर सकता है या बचाव कर सकता है?
- आदेश 1, नियम 1
- आदेश 2, नियम 2
- आदेश 1, नियम 9
- आदेश 1, नियम 8
सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 15 के अन्तर्गत सभी वाद दायर किये जायेंगे
- जिला न्यायालय में
- निम्नतम श्रेणी के न्यायालय में
- उच्चतर श्रेणी के न्यायालय में
- उपरोक्त सभी में
निम्न में से सिविल प्रक्रिया संहिता की किस धारा में “अन्तःकालीन लाभ” की परिभाषा दी गयी है?
- धारा 2(4)
- धारा 2(14)
- धारा 2(6)
- धारा 2(12)
‘प्रार्डन्याय’ का सिद्धान्त निम्न में से किस सूत्र पर आधारित है?
- क्यू फेसिट पर एलियम फेसिट पर सी
- एक्स टप क़ौजा नॉन-ओरिटर एक्सिओ
- इन्टरेस्ट रिपब्लिका अट सिट फिनिश लिटियम
- रिस्पान्डेंट सुपीरियर
एक डिक्री निष्पादित करायी जा सकती है।
- तहसीलदार द्वारा
- कलक्टर द्वारा
- जिला न्यायाधीश द्वारा
- या तो उसे पारित करने वाला न्यायालय अथवा जिसे वह भेजी गयी है।
सिविल प्रक्रिया संहिता में ‘मुजरा’ और ‘प्रतिदावा’ से सम्बन्धित उपबन्ध निम्नलिखित आदेशों में से किसमें अन्तर्दिष्ट हैं?
- आदेश VI
- आदेश VII
- आदेश VIII
- आदेश IX
‘लिखित कथन’ का अर्थ है:
- वादी के बाद का प्रतिवादी द्वारा उत्तर
- प्रतिवादी के बाद का वादी द्वारा उत्तर
- वादी का वाद
- प्रतिवादी का वाद
सिविल प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत जहाँ एक व्यक्ति जो वाद का एक आवश्यक पक्षकार है, उसे पक्षकार के रूप में संयोजित नहीं किया जाता है, यह मामला है:
- कुसंयोजन का
- असंयोजन का
- उपरोक्त तथा दोनों
- उपरोक्त में से कोई नहीं
सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 80 के प्रावधान
- आज्ञापक हैं।
- निर्देशात्मक हैं।
- विवेकाधीन हैं।
- उपरोक्त में से कोई नहीं
सिविल प्रक्रिया संहिता के निम्न प्रावधानों में से कौन सा ‘शपथ-पत्र’ से सम्बन्धित है?
- आदेश 17
- आदेश 19
- आदेश 26
- आदेश 39
119. सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 25 निम्न में से किसका प्रावधान करती है?
- वादों के अन्तरण की उच्चतम न्यायालय की शक्ति
- वादों के अन्तरण की उच्च न्यायालयों की शक्ति
- वादों के अन्तरण की जिला न्यायालयों की शक्ति
- वादों के अन्तरण की आयुक्त की शक्ति
सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 80 के अन्तर्गत सूचना जब वह रेलवे से सम्बन्धित हो, निम्न में से किस पर तामील की जायेगी?
- रेल मंत्री को
- रेल मंत्रालय के सचिव को
- सम्बन्धित रेल के महाप्रबन्धक को
- भारत के प्रधान मंत्री को
जहाँ न्यायालयों की अधिकारिता की स्थानीय सीमाएँ अनिश्चित हैं वहाँ वाद के संस्थित किए जाने के स्थान का निर्धारण होगा।
- सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 16 के अन्तर्गत
- सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 17 के अन्तर्गत
- सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 18 के अन्तर्गत
- सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 19 के अन्तर्गत
सिविल प्रक्रिया संहिता की निम्न धाराओं में से किनमें ‘लोक खैरात’ से सम्बन्धित वादों के लिए प्रावधान हैं?
- धाराएँ 90-91
- धाराएँ 92-93
- धाराएँ 94-95
- धाराएँ 96-100
सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 152 न्यायालयों को निर्णयों, डिक्रियों या आदेशों के संशोधन की शक्ति प्रदान करती है जो कि सम्बन्धित है:
- केवल लेखन या गणित सम्बन्धित भूलों से
- केवल किसी आकस्मिक भूल या लोप से उत्पन्न होने वाली त्रुटि से
- उपरोक्त दोनों
- उपरोक्त में से कोई नहीं
सिविल प्रक्रिया संहिता के निम्न में से कौन से आदेश और नियम ‘विवाद्यकों की विरचना’ का प्रावधान करते हैं।
- आदेश XIV नियम 1
- आदेश XVIII नियम 1
- आदेश XIV नियम 2
- आदेश XIV नियम 5
न्यायालय के बाहर विवादों के निपटारे के निम्न माध्यमों में से कौन सा सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 89 में प्रावधानित नहीं है?
- माध्यस्थम
- वार्ता
- सुलह
- मध्यस्थता
सिविल प्रक्रिया संहिता के निम्न में से किस प्रावधान में आन्वयिक प्राङ्न्याय की व्याख्या की गई है?
- धारा 11 स्पष्टीकरण VI
- धारा 11 स्पष्टीकरण IV
- धारा 11 स्पष्टीकरण III
- धारा 11 स्पष्टीकरण I
सिविल प्रक्रिया संहिता के निम्न में से किस प्रावधान के अन्तर्गत “वादपत्र का निरस्तीकरण” बताया गया है?
- आदेश VII नियम 11 में
- आदेश VI नियम 13 में
- आदेश VII नियम 12 में
- आदेश VIII नियम 4 में
सिविल प्रक्रिया संहिता की किस धारा में “केवियट’ दायर करने का अधिकार प्रदान किया गया है?
- धारा 148
- धारा 148-क
- धारा 149
- धारा 147
द्विविवाह कारित होगा, यदि पश्चात्वर्ती विवाह
- वैध है।
- शून्यकरणीय है
- शून्य है।
- उपरोक्त तथा दोनों
हिन्दू विवाह अधिनियम की धारा 5 के खण्ड III के उल्लंघन के लिए दण्ड का प्रावधान निम्न में से किस धारा में किया गया है?
- धारा 5 में
- धारा 8 में
- धारा 18(क) में
- धारा 18(ख) में
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम की अनुसूची के वर्ग 1 में पुत्र में सम्मिलित नहीं है।
- सौतेला पुत्र
- दत्तक पुत्र
- उपरोक्त तथा दोनों
- उपरोक्त में से कोई नहीं
हिन्दू विवाह अधिनियम के अन्तर्गत निम्न में से कौन सा शून्यकरणीय विवाह का आधार नहीं है?
- नपुंसकता
- चित्त-विकृति
- बलप्रयोग या कपट
- द्विविवाह
हिन्दू विवाह अधिनियम की किस धारा के अन्तर्गत हिन्दू विवाह के लिए संस्कार का प्रावधान है?
- धारा 6
- धारा 7
- धारा 8
- धारा 8-A
हिन्दू विवाह अधिनियम के अन्तर्गत निम्नलिखित में से किस धारा में शून्य विवाह का प्रावधान किया गया है?
- धारा 12 में
- धारा 13 में
- धारा 11 में
- धारा 10 में
हिन्दू विवाह अधिनियम की निम्न में सी कौन से धारा पारस्परिक सम्मति से विवाह-विच्छेद से सम्बन्धित है?
- धारा 13-क
- धारा 13-ख
- धारा 13
- इनमें से कोई नहीं
निम्नलिखित में कौन प्रसिद्ध कृति ‘मिताक्षरा’ के लेखक हैं?
- अपरार्क
- भोज
- विज्ञानेश्वर
- पारासर
‘जिमूतवाहन’ अपनी इस कृति के लिए जाने जाते हैं।
- निर्णय सिंधु
- दायभाग
- दयातत्व
- दत्तक मीमांसा
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम की धारा 14 लागू होती है ।
- केवल चल सम्पत्ति पर
- केवल अचल सम्पत्ति पर
- चल और अचल सम्पत्ति पर
- चिरभोगाधिकार पर
हिन्दू दत्तक ग्रहण एवं भरण-पोषण अधिनियम की अधोलिखित कौन सी धारा हिन्दू महिला को बच्चे के दत्तक ग्रहण के लिए सामर्थ्य प्रदान करती है?
- धारा 3
- धारा 4
- धारा 7
- धारा 8
हिन्दू अप्राप्तवयता और संरक्षकता अधिनियम की धारा 6 के अन्तर्गत अप्राप्तवय का नैसर्गिक संरक्षक कौन है?
- केवल माता
- केवल पिता
- माता तथा पिता दोनों मामले के अनुसार
- दादी और दादा
निम्न किस वाद में उच्चतम न्यायालय ने यह निर्देशित किया है कि सभी व्यक्तियों, किसी धर्म के हों, के विवाह का उनके राज्य में पंजीकरण हो, जहाँ विवाह सम्पादित हुआ हो, यदि वह भारत के नागरिक हैं?
- सीमा बनाम अश्विनी कुमार
- गीथा हरिहरन बनाम भारतीय रिजर्व बैंक
- जॉन वल्लामट्टम बनाम भारत संघ
- उपरोक्त में से कोई नहीं
‘तुहर’ से अभिप्रेत है।
- इद्दत की अवधि
- रजोधर्म की अवधि
- विवाह की तिथि
- दो रजोधर्म के मध्य की अवधि
मुस्लिम विधि में निम्न में कौन सा सर्वाधिक अनुमोदित तलाक है?
- तलाक-ए-तफवीज
- तलाक-ए-अहसन
- तलाक-ए-हसन
- तलाक-उल-बिद्दत
सुन्नी पुरुष का किसी सम्प्रदाय की मुस्लिम महिला से विवाह है।
- वैध
- शून्य
- अवैध
- शून्यकरणीय
निम्न में से कौन सुन्नी विधि की एक शाखा नहीं है?
- हनबली
- मलिकी
- शफेई
- मुताज़िलास
‘हिजानत’ से अर्थ है
- केवल बच्चे पर माता की अभिरक्षा
- केवल बच्चे पर पिता की अभिरक्षा
- बच्चे पर भाई की अभिरक्षा
- उपरोक्त दोनों
एक मुस्लिम पत्नी तलाक के लिए मुस्लिम विवाह-विच्छेद अधिनियम के प्रावधान के अन्तर्गत वाद दायर कर सकती है, यदि उसका पति उन्मत रहा हो:
- 1 वर्ष तक
- 2 वर्ष तक
- 3 वर्ष तक
- 5 वर्ष तक
एक मुस्लिम पत्नी अपना ‘मेहर’ कब त्याग सकती है?
- जब वह अवयस्क है।
- जब वह 18 वर्ष से कम आयु की नहीं है।
- जब वह यौवनागम को प्राप्त कर ली है।
- जब वह 21 वर्ष से कम आयु की नहीं है।
मुस्लिम विधि में अजन्मे व्यक्ति के पक्ष में किया गया दान कुछ परिस्थितियों अथवा शर्तों को छोड़कर होता है:
- शून्य
- वैध
- शून्यकरणीय
- वैध जब माँ द्वारा स्वीकार्य हो
निम्न में से कौन सा ‘वक्फ’ का विधिक तत्व नहीं है?
- अखण्डनीयता
- शाश्वतता
- अहस्तांतरणीयता
- सार्वभौमिकता
शायरा बानो बनाम भारत संघ (2017) का वाद सम्बन्धित है।
- तिहरे तलाक से
- मुता विवाह से
- मेहर से
- विवाह-विच्छेद से
एक अधर्मज मुस्लिम बच्चे की संरक्षकता होती है।
- माता के पास
- दादी के पास
- पिता और माता दोनों के पास
- न पिता न ही माता के पास
इद्दत के दौरान विवाह
- बातिल है।
- फासिद है।
- शून्य है।
- वैध है।
दण्ड प्रक्रिया संहिता के किस धारा में यह बताया गया है कि भारतीय दण्ड संहिता के अन्तर्गत सभी अपराधों का अन्वेषण, जाँच, विचारण अपराध प्रक्रिया संहिता के उपबन्धों के अनुरूप किए जाएँगे?
- धारा 3
- धारा 4
- धारा 5
- धारा 6
दण्ड प्रक्रिया संहिता की किस धारा में यह व्यवस्था की गयी है कि उच्च न्यायालय आपराधिक न्यायालय हो सकते हैं?
- धारा 6
- धारा 7
- धारा 8
- इनमें से कोई नहीं
किसी जनपद में सत्र न्यायालय स्थापित करने का प्राधिकार किसे दिया गया है?
- राज्यपाल
- उच्च न्यायालय
- राज्य सरकार
- उपरोक्त सभी
सत्र न्यायालय के पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति कौन करेगा?
- राज्यपाल
- उच्च न्यायालय
- राज्य सरकार
- जिला मजिस्ट्रेट
जनपद के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति कौन करेगा?
- राज्यपाल
- उच्च न्यायालय
- राज्य सरकार
- जनपद सत्र न्यायाधीश
एक जनपद में कितने वर्ग के आपराधिक न्यायालय होते हैं?
एक उच्च न्यायालय निम्न में से कौन से दण्ड पारित कर सकता है?
- मृत्यु दण्ड
- आजीवन कारावास
- सश्रम कारावास
- कोई भी दण्ड जो विधि द्वारा प्राधिकृत हो
पुलिस कब एक व्यक्ति को वारण्ट के बिना गिरफ्तार कर सकती हैं?
- केवल संज्ञेय अपराध के मामले में
- केवल उद्घोषित अपराधी के मामले में
- केवल सशस्त्र सेना का भगोड़ा
- उपरोक्त सभी
मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट द्वारा कारावास की अधिकतम कितनी सजा दी जा सकती है?
- 10 वर्ष तक की
- 7 वर्ष तक की
- 5 वर्ष तक की
- 3 वर्ष तक की
“डी.के. बासु बनाम पश्चिम बंगाल राज्य” नामक प्रसिद्ध वाद में किसके सन्दर्भ में दिशा-निर्देश दिए गये हैं?
- व्यक्तियों की गिरफ्तारी
- उचित व त्वरित विचारण का अधिकार
- अग्रिम जमानत दिया जाना
- उपरोक्त सभी
दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 125 के अन्तर्गत भरण-पोषण सम्बन्धी मामले निम्न में से किस न्यायालय के समक्ष दाखिल किए जाएँगे?
- सत्र न्यायालय
- न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी
- न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय श्रेणी
- पारिवारिक न्यायालय
एक आपराधिक मामले में किस स्तर पर दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के अन्तर्गत, किसी व्यक्ति का संस्वीकृति का कथन दर्ज किया जा सकता है?
- अन्वेषण के समय
- जाँच के समय
- विचारण के समय
- मामले के किसी भी स्तर पर
दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 154 के अन्तर्गत संज्ञेय अपराध के घटित होने सम्बन्धी सूचना कौन दे सकता है?
- केवल स्वयं पीड़ित व्यक्ति
- केवल पीड़ित व्यक्ति के आश्रित
- केवल पीड़ित व्यक्ति के सम्बन्धी
- कोई भी व्यक्ति
दण्ड प्रक्रिया संहिता में सुसंगत प्रक्रिया कहाँ दी गयी है, ऐसे मामले में जब 24 घण्टों के अन्दर अन्वेषण पूर्ण न हो पाया हो?
- धारा 57
- धारा 157
- धारा 167
- उपरोक्त सभी
दण्ड प्रक्रिया संहिता की किस धारा के अन्तर्गत भारत के बाहर कारित किए गए अपराधों के सम्बन्ध में आपराधिक न्यायालयों का क्षेत्राधिकार बताया गया है?
- धारा 177
- धारा 179
- धारा 183
- धारा 188
दण्ड प्रक्रिया संहिता में मजिस्ट्रेट द्वारा अपराधों के संज्ञान लिए जाने के कौन से तरीके दिए गए हैं?
- केवल परिवाद प्राप्त किए जाने पर
- केवल पुलिस रिपोर्ट के आधार पर
- केवल पुलिस रिपोर्ट के अतिरिक्त सूचना प्राप्त होने पर
- उपरोक्त सभी
दण्ड प्रक्रिया संहिता की कौन सी धारा सत्र न्यायालयों को अपराधों को, आरम्भिक अधिकारिता के रूप में संज्ञान लेने से रोकती है जब तक कि मामले को किसी मजिस्ट्रेट द्वारा भेजा न गया हो?
- धारा 193
- धारा 194
- धारा 195
- धारा 196
निम्नलिखित वादों में से कौन सा वाद अग्रिम जमानत के सिद्धान्तों से सम्बन्धित है?
- रघुनाथ दास बनाम उड़ीसा राज्य
- गुरुबख्श सिंह सिबिया बनाम पंजाब राज्य
- रमेश कुमार रवि बनाम बिहार राज्य
- वामन नाडे बनाम महाराष्ट्र राज्य
निम्नलिखित में से संविधान का कौन सा अनुच्छेद इस अवधारणा से सम्बन्धित है कि अगर एक व्यक्ति का विचारण किया गया तथा उसे एक अपराध के लिए दोषमुक्त अथवा दोषसिद्ध कर दिया गया। लिए उसका पुनः विचारण नहीं किया जा सकता है?
- अनुच्छेद 20 (1)
- अनुच्छेद 22(1)
- अनुच्छेद 20(2)
- अनुच्छेद 22(2)
दण्ड प्रक्रिया संहिता के किस उपबन्ध के अन्तर्गत अभियुक्त को राज्य के खर्चे पर विधिक सहायता अनुमन्य करायी गई है?
- धारा 301
- धारा 303
- धारा 304
- धारा 306
दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत निम्न में से किसे न्यायालय की भाषा के सन्दर्भ में निर्णय लेने की शक्ति प्रदान की गयी है?
- राज्य सरकार
- राज्यपाल
- उच्च न्यायालय
- जिला आपराधिक न्यायालय
दण्ड प्रक्रिया संहिता के किस उपबन्ध में कहा गया है कि एक अभियुक्त व्यक्ति सक्षम साक्षी होगा तथा बचाव के लिए शपथ पर साक्ष्य दे सकेगा?
- धारा 310
- धारा 315
- धारा 311
- धारा 319
दण्ड प्रक्रिया संहिता के अनुसार ‘आरोप’ का निर्धारण कौन कर सकेगा?
- न्यायालय
- लोक अभियोजक
- सम्बन्धित पुलिस थाने का भार साधक अधिकारी
- उपरोक्त सभी
संक्षिप्त विचारण में न्यायालय किस विचारण प्रक्रिया का अनुसरण करेगी?
- सत्र विचारण प्रक्रिया
- वारण्ट विचारण प्रक्रिया
- समन विचारण प्रक्रिया
- कोई विशिष्ट प्रक्रिया उल्लिखित नहीं है।
दण्ड प्रक्रिया संहिता की निम्नलिखित धाराओं में से कौन सी धारा अपराधियों को अच्छे आचरण पर परिवीक्षा पर छोड़े जाने से सम्बन्धित है?
- धारा 260
- धारा 350
- धारा 356
- धारा 360
निम्न वादों में से कौन सा संस्वीकृति से सम्बन्धित नहीं है?
- पुलुकुरी कोटैय्या बनाम किंग इम्परर
- उत्तर प्रदेश राज्य बनाम देवमन उपाध्याय
- बम्बई राज्य बनाम काठी कालू
- टी.जे. पोन्नम बनाम एम.सी. वर्गीस
भारतीय साक्ष्य अधिनियम की निम्नलिखित में से कौन सी धारा प्रति-परीक्षा में विधिपूर्ण प्रश्न पूछे जा सकेंगे का प्राविधान करती है?
- धारा 146
- धारा 145
- धारा 144
- धारा 147
भारतीय साक्ष्य अधिनियम की निम्नलिखित में से कौन सी धाराएँ प्लीडर की वृत्तिक संसूचनाओं से सम्बन्धित हैं?
- धारा 128 तथा 125
- धारा 129 तथा 130
- धारा 126 तथा 127
- धारा 131 तथा 132
“सबूत के भार” से सम्बन्धित उपबन्ध दिए गए हैं:
- भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 91-100 में
- भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 84-90 में
- भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 101-114 A में
- भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 115-118 में
भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 6 सम्बन्धित है:
- एक ही संव्यवहार के भाग होने वाले तथ्यों की सुसंगति से
- स्वीकृति से
- विशेषज्ञों की राय से
- निश्चायक सबूत से
भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा-133 सम्बन्धित है:
- साक्षियों की संख्या से
- सहअपराधी से
- मौखिक साक्ष्य से
- तथ्य की सुसंगति से
भारतीय साक्ष्य अधिनियम की किस धारा में “दहेज मृत्यु की अवधारणा दी गई है?
- धारा 111-A
- धारा 112
- धारा 113-A
- धारा 113-B
“दूधनाथ पांडे बनाम उत्तर प्रदेश राज्य” का वाद सम्बन्धित है:
- रेस-जेस्टे से
- अन्यत्र उपस्थित (एलीबाई) होने से
- स्वीकृति से
- सहअपराधी से
शिनाख्त परेड से सम्बन्धित महत्त्वपूर्ण वाद है:
- रामनाथन बनाम तमिलनाडु राज्य
- राम लोचन बनाम पश्चिम बंगाल राज्य
- क्वीन एम्प्रेस बनाम अब्दुल्ला
- उपर्युक्त सभी
निम्नलिखित में से किसे ‘प्राथमिक साक्ष्य’ कहा जायेगा?
- मूल का छायाचित्र
- प्रमाणित प्रति
- किसी दस्तावेज का मौखिक वृत्तांत
- हस्तलिखित पत्र
भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 85-C के अन्तर्गत न्यायालय इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर के प्रमाणपत्र के सही होने की उपधारणा:
- कर सकेगा।
- करेगा।
- नहीं करेगा।
- नहीं कर सकेगा।
भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की निम्न धाराओं में से किस धारा को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 92 तथा अनुसूची-II के द्वारा जोड़ा गया है?
- धारा 65
- धारा 154(2)
- धारा 67-क
- धारा 67
भारतीय साक्ष्य अधिनियम के अधीन सूचक प्रश्न सामान्यतया पूछे जा सकते हैं:
- प्रति-परीक्षा में
- मुख्य-परीक्षा में
- पुनः परीक्षा में
- उपर्युक्त सभी में
भारतीय साक्ष्य अधिनियम के अधीन न्यायाधीश के प्रश्न पूछने एवं दस्तावेज या वस्तु को न्यायालय में पेश करने की शक्ति का प्राविधान किया गया है:
- धारा 162 में
- धारा 163 में
- धारा 164 में
- धारा 165 में
भारतीय साक्ष्य अधिनियम के अधीन विबंध का कौन सा प्रकार सम्मिलित नहीं है?
- इच्छा द्वारा विबंध
- विलेख द्वारा विबंध
- आचरण द्वारा विबंध
- अभिलेख द्वारा विबंध
भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872, की धारा 112 में प्रावधान है:
- जीवन की उपधारणा का
- विवाह की उपधारणा का
- धर्मजत्व की उपधारणा का
- मृत्यु की उपधारणा का
भारतीय साक्ष्य अधिनियम की कौन सी धारा “पति और पत्नी विधि में एक व्यक्ति होते हैं” के सिद्धान्त का प्रतिबंध हटाती है?
- धारा 122
- धारा 119
- धारा 120
- धारा 123
भारतीय साक्ष्य अधिनियम की किस धारा के अन्तर्गत न्यायाधीश साक्ष्य की ग्राह्यता के बारे में निश्चय करेगा?
- धारा 135
- धारा 136
- धारा 137
- धारा 138
निम्न में से कौन सा वाद भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 32(1) से सीधे सम्बन्धित है?
- पुलुकुरी कोटैय्या बनाम इम्परर
- महाराष्ट्र राज्य बनाम दामू गोपीनाथ शिन्दे
- पलविन्दर कौर बनाम पंजाब राज्य
- पाकला नारायन स्वामी बनाम इम्परर
भारतीय साक्ष्य अधिनियम में “पक्षद्रोही साक्षी” की चर्चा की गई है:
- धारा 154 में
- धारा 155 में
- धारा 152 में
- धारा 151 में
“क्वीन एम्प्रेस बनाम अब्दुल्लाह” का वाद सम्बन्धित है:
- सबूत के भार से
- विशेषाधिकृत संसूचना से
- संस्वीकृति से
- मृत्युकालिक कथन से
भारतीय साक्ष्य अधिनियम के अन्तर्गत सही विकल्प चुनिये ।
- न्यायिक अवेक्षा – धारा 87
- निजी दस्तावेज – धारा 75
- स्वीकृति – धारा 48
- सहअपराधी – धारा 132
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