चुंबकीय क्षेत्र की दिशा ऊर्ध्वाधर नीचे की ओर है।
युक्तियां जिनमें विद्युत मोटर प्रयुक्त होती है- वॉशिंग मशीन, मिक्सर तथा ब्लैडर, रेफ्रिजरेटर, विद्युत पंखा, जनरेटर, जल पंप, DVD प्लेयर, टेप रिकॉर्डर तथा राइटर/ रिकॉर्डर आदि।
यदि कुंडली A में धारा को परिवर्तित कर दिया जाता है तो कुंडली B में द्वारा प्रेरित होगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब कुंडली A में धारा को परिवर्तित किया जाता है तो इससे इसका चुंबकीय क्षेत्र परिवर्तित होता है। इससे कुंडली B में चुंबकीय फ्लक्स प्रेरित होता है, जिसे धारा उत्पन्न होती है।
लघुपथन होता है-
भूसंपर्क तार का कार्य- भूसंपर्क तार धारा को न्यून (कम) प्रतिरोध उपलब्ध करवाती। साधित्र के धात्विक ढांचे से जो धारा लीक करती है उसे पृथ्वी के समान विभव पर रखती है अर्थात शून्य विभव पर रखती है। धारा को शीघ्र पृथ्वी में जाने की सुविधा प्रदान करती है।
साधित्र जिनका बाह्रा ढाँचा धात्विक होता है, को भूसंपर्क तार से जोड़ने की आवश्यकता पड़ती है ताकि धारा लीक होने से विद्युत का झटका ना लग जाए।
आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की अपने डॉक्यूमेंट किससे Attest करवाए - List…
निर्देश : (प्र. 1-3) नीचे दिए गये प्रश्नों में, दो कथन S1 व S2 तथा…
1. रतनपुर के कलचुरिशासक पृथ्वी देव प्रथम के सम्बन्ध में निम्नलिखित में से कौन सा…
आज इस आर्टिकल में हम आपको Haryana Group D Important Question Hindi के बारे में…
अगर आपका selection HSSC group D में हुआ है और आपको कौन सा पद और…
आज इस आर्टिकल में हम आपको HSSC Group D Syllabus & Exam Pattern - Haryana…