अम्ल क्षार एवं लवण से जुडी जानकारी

अम्ल

अम्ल वे पदार्थ है जिनका स्वाद खट्टा होता है तथा जो नीले लिटमस को लाल कर देते हैं. वह पदार्थ है जो जलीय विलियन में H आयन देते हैं.

जलीय विलियन में विद्युत का चालन कर सकते हैं. कुछ प्रमुख अम्लों के स्रोत निम्न है

अम्ल स्रोत अम्ल  स्रोत
सिट्रिक अमल निंबू, संतरा, अंगूर लेक्टिक अम्ल   दूध
मेलिक अम्ल   कच्चे सेब हाइड्रोक्लोरिक अमल आमाशय रासायनिक विधि
ऐसीटिक अमल सिरका

अम्लराज

हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का सांद्र नाइट्रिक अमल का 3:1 अनुपात का मिश्रण है.

उत्कृष्ट धातुओं जैसे- सोना तथा प्लैटिनम को खोलने के लिए प्रयोग में लाया जाता है.

क्षारक एवं क्षार

क्षारक वह पदार्थ हैं, जिनका स्वाद कड़वा होता है तथा जो लाल लिटमस को नीला कर देते हैं. क्षार वे पदार्थ है जो जलीय विलियन में OH आयन देते हैं.

उदाहरण- NAOH, KOH, CSOH, Mg (OH)2 आदि. यादों  प्रोटान (H) ग्रहण करते हैं.

अचार को सदैव कांच की बोतल में रखा जाता है क्योंकि इन में उपस्थित अम्ल धात्विक क्षार की धातु से अभिक्रिया कर सकता है.

ph मान

किसी विलयन या पदार्थ की अम्लता क्षारीयता की माप है.

किसी विलयन में हाइड्रोजन आयन सांद्रता ( मॉल\ली) परिणात्मक लघुगणक होता  है.

उदासीन विलयन के लिए ph मान 7 होता है, क्षारीय विलियन के लिए ph मान 7  से अधिक में अम्लीय विलयन के लिए ph मान 7 से कम होता है.

बफर विलयन

वह विलयन जो अम्ल या क्षार साधारण मात्राओं की अपनी प्रभावी अम्लता या क्षारकता में पर्याप्त परिवर्तन के किए बिना अवशोषित कर लेता है, जैसे- सोडियम एसीटेट था ऐसीटिक अमल का मिस्टर एक प्रभावी बफर विलियन है.

लवण

किसी अम्ल तथा क्षार की उदासीनीकरण अभिक्रिया से प्राप्त होगी को लवण कहते हैं. इस यौगिक में अम्ल से प्राप्त है ऋण आयन तथा सारक से प्राप्त धनायन उपस्थित होते हैं.

साधारण लवण\नमक (NACL)

हमारे जीवन के लिए नमक बहुत महत्वपूर्ण है. भोजन में नमक एक महत्वपूर्ण घटक होता है. यह भोजन संरक्षण के लिए उपयोग में लाया जाता है. नमक का प्रयोग क्लोरीन, हाइड्रोक्लोरिक अमल, धावन सोडा और सोडियम हाइड्रोक्साइड को बनाने में भी किया जाता है.

सोडियम बाइकार्बोनेट

सोडियम बाइकार्बोनेट का प्रयोग बेकिंग पाउडर में तथा दवाओ में किया जाता है.इससे पेट में पैदा होने वाली अम्लता दूर करने वाली दवाई बनाई जाती है.

धावन सोडा

धावन सोडा का उपयोग लॉन्ड्री में किया जाता है. यह डिटर्जेंट पाउडर और कास्टिक सोडा बनाने में भी प्रयुक्त होता है. इसका प्रयोग अग्निशमन के लिए भी किया जाता है.

पोटेशियम नाइट्रेट

पोटेशियम नाइट्रेट का उपयोग गन पाउडर बनाने में, आतिशबाजी का सामान बनाने में, कांच उद्योग में, उर्वरक के रूप में किया जाता है.

कॉपर सल्फेट

(CUSO4 5H2O) कीटाणुनाशक के रूप में, विद्युत लेपन में, रंगाई एवं सफाई में कॉपर के शुद्धिकरण में किया जाता है.

पोटाश एलम

[K2 SO4 AL2(SO4)3 24H2O) का उपयोग जल के शुद्धीकरण में, औषध निर्माण में, रंग में रंग बंदक के रूप में, शरीर के किसी अंग के थोड़ा कट जाने पर खून का बहना रोकने में, चमड़ा उद्योग आदि में किया जाता है.

पोटेशियम केलोरेट

( KCIO3) का उपयोग माचिस उद्योग में किया जाता है.

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