आज इस आर्टिकल में हम आपको बक्सर का युद्ध का इतिहास के बारे में बताने जा रहे है.
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बक्सर का युद्ध
अंग्रेजों ने मीर कासिम के स्वच्छंद आचरण को देख कर उसे नवाब पद से हटाने का निर्णय किया. मीर कासिम भागकर पहले पटना आया और फिर लखनऊ जाकर नवाब शुजाउदौला से सहायता मांगी. उन दिनों मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय भी अवध में ही उपस्थित था.
मीर कासिम ने अवध के नवाब शुजाउदौला एवं मुगल सम्राट शाह अलम द्वितीय के साथ मिलकर अंग्रेजों के खिलाफ एक गुट का निर्माण कर अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध किया. परंतु 22 अक्टूबर 1764 ई. में सर हेक्टर मुनरो नेतृत्व में अंग्रेजों की सेना ने उन्हें पराजित कर दिया.
बक्सर युद्ध के पश्चात बिहार प्रशासन मिर्जा मोहम्मद कासिम खान के द्वारा बिहार के डिप्टी गवर्नर धीरज नारायण (राजा रामनायारण का भाई) के सहयोग से चलाया जा रहा था.