छत्तीसगढ़ सामान्य ज्ञान से जुड़े तथ्य

आज इस आर्टिकल में हम आपको छत्तीसगढ़ सामान्य ज्ञान से जुड़े तथ्य के बारे में बताने जा रहे है. यह तथ्य छत्तीसगढ़ नया राज्य बनने के बाद के है.

छत्तीसगढ़ सामान्य ज्ञान से जुड़े तथ्य

  • 1861 में सेंट्रल प्रोविंगसेस में छत्तीसगढ़ को शामिल किए जाने के साथ पृथक छत्तीसगढ़ राज्य की जनभावना का उदय हुआ।
  • सर्वप्रथम 1924 में पहली बार रायपुर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के गठन की मांग की गई इसके बाद जबलपुर के त्रिपुरी सम्मेलन (1939) में भी यह मांग उठी।
  • 1956 में राज्य पुनर्गठन आयोग के समक्ष भी पृथक छत्तीसगढ़ राज्य के लिए प्रतिवेदन प्रस्तुत किए गए।
  • राज्यसभा सदस्य डॉ खूबचंद बघेल ने 1967 में पृथक छत्तीसगढ़ की विचारधारा को सर्वप्रथम अभियान व जन आंदोलन का रूप दिया तथा छत्तीसगढ़ भातृसंघ का गठन किया।
  • 1977 तक शेष मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ का विकास समान रूप से होता रहा। अंत पृथक छत्तीसगढ़ की मांग सीमित रही।
  • 28 जून, 1991 को छत्तीसगढ़ की बेमेतरा विधान सभा सीट के प्रतिनिधि जनता दल के विधायक श्री महेश तिवारी ने कांग्रेस के समर्थन यह अशासकीय संकल्प प्रस्तुत किया किन्तु मध्य प्रदेश की तत्कालीन भाजपा सरकार इसे पारित न करा सकी।
  • 4 मार्च, 1994 को मालवा अंचल के आगर विधान सभा सीट के प्रतिनिधि भाजपा विधायक श्री गोपाल परमार ने पृथक छत्तीसगढ़ राज्य का संकल्प-पत्र प्रस्तुत किया, जिसे 18 मार्च, 1994 को विधान सभा में सर्वसम्मति से पारित किया गया।
  • 9 अप्रैल, 1995 से आजाद छत्तीसगढ़ फौज नामक संगठन के समाजसेवी श्री दाऊआनंद कुमार के नेतृत्व में 1000 दिन का अखंड धरना दिया गया।
  • 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी के 13 दिन के संक्षिप्त प्रधान-मंत्रित्व काल में राष्ट्रपति के अभिभाषण में पृथक छत्तीसगढ़ का जिक्र न होने पर भाजपा को अपनी ही पार्टी के नेताओं का कड़ा विरोध झेलना पड़ा।
  • 1998 में हुए 12वीं लोक सभा के चुनाव में भाजपा के घोषणा-पत्र व भाजपा गठबंधन सरकार के नेशनल एंजेडा में पृथक छत्तीसगढ़ राज्य के प्रति संकल्प दर्शाया गया।
  • 15 अप्रैल, 1998 को मध्य प्रदेश विधान सभा में एक शासकीय संकल्प स्वीकृत करके केंद्र सरकार के प्रति कृतज्ञता प्रकट की गई
  • संवैधानिक अनुच्छेद 2, 3, 4, के अनुसार राष्ट्रपति महोदय द्वारा मध्य प्रदेश विधान सभा का भेजे गए मध्य प्रदेश पुनर्गठन विधेयक 1998 पर बहस करने हेतु 31 अगस्त व 1 सितंबर 1998 को मध्य प्रदेश विधान सभा का विशेष सत्र आहूत किया गया। प्रदेश के संसदीय मंत्री श्री राजेंद्र प्रसाद शुक्ल ने इसे चर्चा हेतु विधान सभा में प्रस्तुत किया तथा राज्य सरकार की ओर से राष्ट्रपति महोदय के उक्त विधेयक में 3 दर्जन से अधिक संशोधन पेश किए, जिन्हें विधान सभा अध्यक्ष श्रीयुत श्रीनिवास तिवारी ने सुझाव रूप में प्रस्तुत किया तथा 2 अक्टूबर, 1998 को छत्तीसगढ़ राज्य के गठन की तिथि का सुझाव केंद्र सरकार को दिया।
  • अगस्त 2000 में संसद के दोनों सदनों ने राज्य का पुनर्गठन विधेयक पारित कर दिया गया। पुनर्गठन विधेयक लोक सभा में 31 जुलाई को तथा राज्य सभा में 9 अगस्त, 2000 को पारित किया गया।
  • राष्ट्रपति महोदय ने विधेयक पर मंजूरी 28 अगस्त, 2000 को दे दी।
  • 1 नवंबर, 2000 को छत्तीसगढ़ भारत के 26वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आ गया।
  • छत्तीसगढ़ में 3 संभाग-रायपुर, बस्तर तथा बिलासपुर है जिनमें 27 जिले हैं। इन सभी जिलों, उनकी तहसीलों तथा विकास खंडों का विस्तृत विवरण निम्नलिखित तालिका में दर्शाया गया है.

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