सम्मान व पुरूस्कार हमारी संस्कृति के विशिष्ट अंग है, जिनके द्वारा हम अपने देशवासियों एवं गैर भारतीयों का सम्मान तो करते ही हैं, साथ ही साथ उनमें तथा अन्य लोगों में भी हम अपने संस्कृति विकास में योगदान के लिए अभिरुचि जगाते हैं। विश्व में अनेक ऐसी विभूतियां आज मानवीय गुणों की प्रतीक बनी हुई है। इन विभूतियों को सम्मान और पुरस्कार से अलंकृत कर भुलाया नहीं जा सकता है।
छत्तीसगढ़ राज्य शासन द्वारा घोषित प्रमुख पुरस्कार इस प्रकार है –
राज्य सरकार द्वारा आदिवासी एवं पिछड़ा वर्ग के उत्थान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्ति अथवा संगठन को यह पुरस्कार शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस 10 दिसंबर को प्रतिवर्ष दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ का यह प्रथम पुरस्कार वर्ष 2000 के लिए नारायणपुर-बस्तर में कार्यरत संस्था रामकृष्ण मिशन आश्रम को दिया गया। पुष्कर के लिए गठित चयन समिति के प्रथम अध्यक्ष उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश श्री के. एम. अग्रवाल थे।
छत्तीसगढ़ के महान सपूत बाबा गुरु घासीदास के नाम से सामाजिक चेतना एवं सामाजिक न्याय के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ योगदान करने वाले व्यक्ति या संगठन को यह पुरस्कार राज्य शासन द्वारा गुरु घासीदास जयंती को प्रतिवर्ष 18 दिसंबर को दिया जायेगा। यह पहला पुरस्कार डॉ रतन जांगिड़ एवं राजमहंत जगतु सोन वानी को संयुक्त रूप से दिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में लोककला संस्कृति के प्रोत्साहन हेतु राज्य सरकार द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह की स्मृति में प्रतिवर्ष राज्यस्तरीय आदिवासी लोककला महोत्सव आयोजित किया जाएगा तथा इस महोत्सव में यह पुरस्कार दिया जाएगा। पुरुस्कारों में प्रथम पुरस्कार ₹100000 द्वितीय पुरस्कार ₹50000 पुरस्कार तृतीय ₹25000 हजार तथा सांत्वना पुरस्कार समस्त जिले के लोककला दलों को एक ₹1000 प्रदान की जाएगी। छत्तीसगढ़ का प्रथम लोककला महोत्सव पुरुस्कार जशपुर के श्री रामदयाल के नर्तक दल को दिया गया
छत्तीसगढ़ की प्रमुख समाज सेविका स्वर्गीय मिनी माता के नाम पर किसी भी जाति धर्म की महिला को समाज में उत्कृष्ट कार्य करने व सेवा के लिए ₹200000 का पुरस्कार दिया जाएगा। यह सम्मान प्रतिवर्ष मिनीमाता की पुण्य तिथि 11 अगस्त को दिया जाएगा। प्रथम मिनी माता सम्मान श्रीमती बिन्नी बाई को दिया गया।
छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, श्रमिक नेता और छत्तीसगढ़ में सहकारिता आंदोलन के अग्रणी नेता स्वर्गीय ठाकुर प्यारेलाल सिंह की स्मृति में वार्षिक पुरस्कार प्रारंभ करने की घोषणा की है। यह पुरस्कार सहकारिता के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले व्यक्तियों या संगठन को दिया जाएगा।
राज्य के प्रतिभावना खिलाड़ियों खेल प्रशिक्षकों व निर्णयको को सम्मानित करने के लिए खेल पुरस्कारों की स्थापना राज्य सरकार द्वारा की गई है। राज्य के सीनियर खिलाड़ी को स्वर्गीय शहीद राजीव पांडे पुरस्कार, जूनियर खिलाड़ी को स्वर्गीय शहीद कौशल यादव पुरस्कार तथा प्रशिक्षकों व निर्णयको को स्वर्गीय हनुमान सिंह पुरस्कार राज्य के खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा दिए जाएंगे। स्वर्गीय राजीव पांडे पुरस्कार के तहत पुरस्कृत को 2.25 लाख रुपए कौशल यादव पुरस्कार के तहत 1-1 लाख तथा हनुमान सिंह पुरस्कार के तहत दो ₹200000, की राशि अलंकरण, मानपत्र, ब्लेजर व टाई के साथ पुरस्कृतों को प्रदान की जाएगी।
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