3000- 2050 ई. पू. हिमाचल क्षेत्र से आर्यों का प्रथम संपर्क
242 ई. पू. बौद्ध भिक्षुओं द्वारा हिमाचल क्षेत्र में धर्म का प्रचार किया गया।
200-255 ई. पू. कुषाणों ने जो शुंगों के पश्चात आए उन्होने पुन: इन क्षेत्रों पर अधिकार कर लिया।
425 से 455 ई. पू. कुमार गुप्त I के काल में इस प्रदेश पर हूणो के हमले शुरू हो गए थे।
525 ई. पू. हूणो के तोरमन के पुत्र द्वारा मिहरी कुल पर आक्रमण।
606- 647 ई. पू. चीनी यात्री हेनसांग ने कुलूत, ब्रह्मपुर, जालंधर (त्रिगर्त) का वर्णन अपने यात्रा वृतांत में किया गया।
900 ई. बुंदेलखंड के राजकुमार वीरचंद ने बिलासपुर राज्य स्थापित किया।
1009 ई. महमूद गजनवी का कांगड़ा किले पर आक्रमण अपार धन संपदा लूटकर गजनी वापस चला गया
1017 ई. गजनी के सुल्तान इब्राहिम ने जालंधर पर अधिकार कर लिया।
1170 ई. में राजकुमार पूर्णचंद्र ने जसवाँ रियासत की स्थापना की।
1192 ई. मुहम्मद गौरी पृथ्वीराज के मध्य हुए युद्ध में त्रिगर्त के शासक ने पृथ्वीराज चौहान को सैनिक सहायता दी थी।
1210 ई. सिरमौर के राजा माल्ही प्रकाश ने अपना राज्य बनाया।
1365 ई. फिरोजशाह तुगलक का कांगड़ा किले पर हमला।
1399 ई. तैमूर लंग कपड़े रियासतों को लूट कर भागना।
1450 ई. गुलेर राज्य की स्थापना कांगड़ा के राजा हरिश्चंद्र ने की
1527 ई. में राजा अजबर सेन ने मंडी राज्य की स्थापना कर मंडी को राजधानी बना लिया
1540 ई. शेरशाह सूरी ने अपने सेनापति खवासखाँ को नगरकोट तथा अन्य पहाड़ी राज्यों पर अधिकार करने के लिए भेजा।
1550 ई. दातापुर राज्य की स्थापना की गई।
1620 ई. मुगल सम्राट जहांगीर द्वारा कांगड़ा पर अधिकार किया गया।
1686 ई. गुरु गोविंद सिंह और बिलासपुर के राजा भीम चंद के मध्य भागणि की लड़ाई हुई जिसमें गुरु गोविंद सिंह की विजय हुई।
1784 ई. राजा संसार चंद का मुगल सरदार सफी खाँ की मृत्यु के पश्चात कांगड़ा के किले पर अधिकार।
786 ई. नरेशी शाहपुर का युद्ध।
1805 ई. गोरखों का अमर सिंह थापरा के सेनापतित्व में कांगड़ा किले पर घेरा।
1809 ई. महाराजा रणजीत सिंह का कांगड़ा पर अधिकार और देशा सिंह मजीठिया को नाजिम नियुक्त किया।
1814-15 ई. गोरखा अंग्रेज युद्ध (शिमला हिल स्टेटस के राज्यों पर अंग्रेजों का आधिपत्य हो गया)।
1846 ई. में गोरखा सिख संधि (इसके बाद कांगड़ा इत्यादि पर अंग्रेजों का अधिकार हो गया)
1807 ई. के जातोग विद्रोह (सूबेदार भीमसिंह के नेतृत्व में सेना ने किया)
1864 ई. शिमला स्थायी रूप से अंग्रेजों की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनी।
1913-14 ई. मेकमोहन रेखा खींचने का निर्णय शिमला में लिया गया जिसमें अंग्रेज, चीन व तिब्बत के प्रतिनिधि शामिल थे।
1921 ई. महात्मा गांधी पहली बार शिमला आए।
1930 ई. डांडरा आंदोलन (बिलासपुर में राजा के कर्मचारियों की धाँधलियों के विरुद्ध युद्ध हुआ)।
1948 ई. हिमाचल प्रदेश में अस्थायी सरकार की स्थापना।
1952 ई. मुख्यायुक्त के स्थान पर उपराज्यपाल की नियुक्ति।
1954 ई. ग भाग के राज्य बिलासपुर को हिमाचल प्रदेश में 5वें जिले के रूप में शामिल किया गया।
1971 ई. में हिमाचल प्रदेश 18वां राज्य बन गया।
1979 ई. प्रशासनिक सुविधा को ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश को दो खंडों में (कांगड़ा व शिमला) में बांटा गया।
1983 ई हिमाचल प्रदेश में लोकायुक्त का पद सृजित किया गया।
1983 ई. हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक अधिकरण संविधान की धारा 323 (अ) के अंतर्गत संसद ने वर्ष 1985 में प्रशासनिक अधिकरण 1985 पारित किया।
1986 ई. श्री के आर गांधी को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया।
1990 ई. श्री राधारमन शास्त्री को हिमाचल प्रदेश का विधान सभा अध्यक्ष बनाया गया ।
1998 ई. में हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ सेवाएँ चयन बोर्ड हमीरपुर की स्थापना की गई ।
2001 ई. में सूचना प्रौद्योगिकी नीति औपचारिक रूप से शुरू की गई।
2007 ई. में श्री प्रेमकुमार धूमल के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता संभाली।
2010 ई. में श्रीमती उर्मिला सिंह हिमाचल की राज्यपाल नियुक्त की गई। 25 जनवरी हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की स्थापना की 40 वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम शुरू (13 मार्च)
2011 ई. एंटी हेल गन प्रणाली स्थापित करने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य बना। विश्व का सबसे बड़ा तथा भारत का प्रथम क्लीन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत विश्व बैंक तथा हिमाचल प्रदेश की सरकार के बीच समझौता।
2014 ई. शिमला में तीसरे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का आयोजन (सितंबर) हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक को देश के सभी सहकारी बैंकों में सर्वश्रेष्ठ सहकारी बैंक का पुरस्कार।
2015 ई. हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क वाली परियोजना का शुभारंभ किया गया (11 फरवरी) मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पहली बार राज्य में पेपरलेस बजट (2015-16) पेश किया। हिमाचल प्रदेश ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बना (18 मार्च) हिमाचल प्रदेश में देश का प्रथम विधान मोबाइल एप्लीकेशन का शुभारंभ (30 मार्च) ग्रीन कॉन्सेप्ट आधारित स्टेट डाटा सेंटर का शुभारंभ करने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य बना (5 जून) हिमाचल के मंडी में एनटीपीसी के 800 मेगावाट कोलडैम हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की शुरुआत (15 जुन) स्थानीय शहरी निकायों में 63484 स्ट्रीट लाइट्स को एलईडी लाइट्स में बदला जाएगा। इसके लिए राजीव गांधी इल्यूमिनेटिंग स्कीम फोर हिल टाउन एडवांसमेंट (रिश्ता) का शुभारंभ (20 अगस्त)।