आज इस आर्टिकल में हम आपको कण्व वंश (72-27 ई. पु.) का इतिहास के बारे में बताने जा रहे है.

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कण्व वंश (72-27 ई. पु.) का इतिहास

शुंग वंश के अंतिम राजा देवभूति की षड्यंत्र पूर्वक हत्या करके उसके आमत्य वसुमित्र ने एक नए वंश कण्व राजवंश की स्थापना की. शुंगों के समान कण्व भी ब्राह्मण थे. वसुमित्र ने कुल 9 वर्षों तक राज्य किया. उसके बाद तीन राजा भूमि मित्र, नारायण और सुशर्मा ने क्रमशः 14 वर्ष, 12 वर्ष और 10 वर्षों तक राज्य किया.

सुशर्मा इस राजवंश का आखिरी शासक था. वायुपुराण के अनुसार वह अपने आंध्रजातीय भृत्व शिमुख द्वारा मार डाला गया. सुशर्मा की मृत्यु के साथ ही कण्व राजवंश का अंत हो गया.

वसु मित्र से लेकर सुशर्मा तक इस वंश के राजाओं ने 72 से 27 ई० पु० (45 वर्ष) तक शासन किया.

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