कोशिका की खोज किसने और कैसे की?
संग 1665 में रॉबर्ट हुक ने, कार्क की छाल का अध्ययन कर कोशिका की खोज की. हुक ने स्वनिर्मित सूक्ष्मदर्शी द्वारा कोशिकाओं को देखा. रॉबर्ट हुक ने बॉक्सनुमा संरचनाओं को कोशिका का नाम दिया.
कोशिका किसे कहते हैं? इसका क्या महत्व है।
जीव के शरीर की संरचनात्मक तथा क्रियात्मक इकाई को कोशिका कहते हैं।
कोशिका का महत्व-
- यह जीवो की रचना की इकाई होती है।
- यह जीवो के विकास की इकाई होती है।
- यह वंश परंपरा की इकाई होती है।
- यह जीवो के शारीरिक कार्य की इकाई।
कोशिका की समानता हम किससे व किस प्रकार कर सकते हैं?
जिस प्रकार मकान ईंटो से बनता है, ठीक उसी प्रकार कोशिकाएं हमारे शरीर का निर्माण करती है। अंत: ईंट मकान कि व कोशिका शरीर की संरचनात्मक इकाई है। कोशिका की आकृति, डिजाइन व साइज में अलग-अलग प्रकार की होती है। यही कारण है कि एक सजीव दूसरे से आकृति में भिन्न होता है।
सजीव में कोशिकाओं की व्याख्या के बारे में जानकारी दें?
सभी जीवधारी कोशिकाओं से बने होते हैं। अमीबा के शरीर में केवल एक कोशिका होती है, जबकि विशाल वृक्ष एवं हाथी जैसे जीवो में इनकी संख्या अरबों- खरबों में होती है। मनुष्य के शरीर में खरब (100 खरब= 1014) कोशिकाएं होती है।
एक कोशिक एवं बहु कोशिका जीव किसे कहते हैं?
एकौशिक जीव-जिन जीवो का शरीर एक कोशिका से बना हो, वे एक कोशिकीय जीव कहलाते हैं। जैसे अमीबा, सेवाल, क्लैमीडोमोनास, यूग्लीना, पैरामीशियम आदि।
बहु कोशिका जीव- जिन जिवों का शरीर अनेक कोशिकाओं से मिलकर बना होता है, उन्हें बहु कोशिका जीव कहते हैं, जैसे हाइड्रा, व्हेल, स्पंज, मनुष्य, गेंदा ,मछली आदि।
कोशिका जीवन की क्रियात्मक इकाई है कैसे?
कोशिका जीवन की मूल इकाई है। सभी जीव छोटी-छोटी सजीव इकाइयों से मिलकर बने होते हैं। इन इकाइयों को ही कोशिकाएं कहते हैं। शरीर का निर्माण असंख्य कोशिकाओं से होता है और सभी क्रियाएं, जैसे श्वसन , पोषण, उत्सर्जन, विभाजन वृद्धि आदि कोशिकाओं में होती है। प्रतिक्रिया के लिए कोशिका में अलग-अलग विशेष अंग होते हैं। कोशिकाएं आपसी सहयोग से अभिक्रिया को संपन्न करती है, इसलिए कोशिका को जीवन की क्रियात्मक इकाई माना जाता है। एक कोशिका जीव में सभी क्रियाएं कोशिका में होती है, जबकि बहू कोशिक जीवो में यह प्रिया कोशिकाओं के समूह उतको द्वारा की जाती है। उत्तक अंगों का निर्माण करते हैं।
कोशिकाओं के आमाप एवं आकृति की विभिन्न विधाओं का वर्णन कीजिए?
कोशिका का आकार इतना छोटा होता है कि इसे देखना कठिन होता है। इसे सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखा जा सकता है। इतनी छोटी संरचना देखने और मापने के लिए एक विशेष प्रकार के माप का प्रयोग किया जाता है जिसे माइक्रोन या माइक्रोमीटर कहते हैं।
एक माइक्रोन एक मिली मीटर का 1000 वां भाग होता है। सामान्य कोशिकाओं का माप 30 माइक्रोन के बीच होता है। सबसे छोटी में 170 mm होता है। एक तंत्रिका कोशिका की लंबाई कई फुट हो सकती है। प्लूरोनिमोनिया का आकार 00.1 माइक्रोमीटर होता है। कोशिका का आमाप कार्य पर निर्भर करता है। कोशिकाएं भिन्न-भिन्न आकृतियां की होती है। जैसे गोलिय घनाकार, स्तंभकार, और रेसा आकार ( धागे के आकार की)।
श्वेत रक्त कोशिका व अमीबा में समानता होती है?
श्वेत रक्त कोशिका (WBC) वह अमीबा दोनों में अपनी आकृति बदलने का गुण एक समान है। दोनों स्वतंत्र कोशिकाएं होती हैं।
कोशिका को कौन -सी सरंचना आकृति प्रदान करती है?
कोशिका झिल्ली कोशिका को आकृति प्रदान करती है। पादप कोशिका में कोशिका झिल्ली के अतिरिक्त एक अन्य आवरण होता है, जिसे कोशिका भित्ति कहते हैं। यह भाग कोशिका को आकृति व दृढ़ता प्रदान करता है। पौधे और जंतु कोशिकाओं की आकृति की भिन्नता इनकी झिल्ली व कोशिका भीती के कारण होती है।
कोशिका के मूल घटकों के नाम लिखो?
कोशिका झिल्ली, कोशिका द्रव्य, केंद्रक।
कोशिका द्रव्य केंद्र कोशिका झिल्ली के अंदर होते हैं।
कोशिका झिल्ली और कोशिका भित्ति किसे कहते हैं? दोनों मैं अंतर स्पष्ट करें।
कोशिका झिल्ली– सभी कोशिका एक झिल्ली से घिरी होती है, जिसे कोशिका झिल्ली कहते हैं। यह एक कोशिका को दूसरी कोशिका से अलग करती है।
कोशिका भित्ति– पौध की कोशिका में कोशिका झिल्ली के बाहर एक परत होती है जिसे कोशिका भित्ति कहते हैं।
कोशिका झिल्ली और कोशिका भित्ति में निम्नलिखित अंतर है-
कोशिका झिल्ली | कोशिका भित्ति |
यह सजीव होती है। | यह निर्जीव होती। |
यह प्रोटीन और वसा की बनी होती है। | यह सेल्यूलोज की बनी होती है। |
यह लचीली और मुलायम होती है। | यह कठोर होती है। |
कोशिका झिल्ली के तीन कार्य
- कोशिका झिल्ली कोशिका में विभिन्न पदार्थों के आदान-प्रदान में सहायता करती है।
- यह कोशिका को समुचित आकार प्रदान करती है।
- यह कोशिका के अंदर स्थित कोशिकागों को सुरक्षा प्रदान करती है।
कोशिका भित्ति के 3 कार्य
- यह कोशिका को आकृति प्रदान करती है।
- यह कोशिकांगों को सुरक्षा प्रदान करती है।
- यह समीप की कोशिकाओं से संपर्क बनाए रखती है।
जीव द्रव्य किसे कहते हैं?
प्रत्येक कोशिका में एक गाढ़े तरल पदार्थ के रूप में भरा होता है जिसमें कोशिका केंद्रक और केंद्र के बाहर अन्य विशेष अंग सरचनाएं पाई जाती है। यह मटमैला दानेदार तरल पदार्थ होता है जिसमें 80% के लगभग पानी पाया जाता है। इसमें कार्बनिक और अकार्बनिक पदार्थ पाए जाते हैं। जीव द्रव्य का 90% भाग चार तत्वों से मिलकर बना होता है। यह चार तत्व है- कार्बन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन और ऑक्सीजन। इसमें अन्य तत्वों भी होते हैं जो विभिन्न यौगिकों ,जैसे जल, कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, वसा, खनिज लवणों के यौगिकों के रूप में पाए जाते हैं।
जीव द्रव्य कोशिका द्रव्य से किस प्रकार भिन्न है?
जीव द्रव्य- कोशिका झिल्ली के अंदर एक तरल पदार्थ होता है, जिसे जीव द्रव्य कहते हैं। यह गाढा, मटमैला, एवं दानेदार तरल पदार्थ होता है। इसमें 80% के लगभग पानी पाया जाता है। इस कार्बनिक और अकार्बनिक पदार्थ भी पाए जाते हैं।
कोशिका द्रव्य– केंद्रक और कोशिका झिल्ली के बीच उपस्थित द्रव्य को कोशिका द्रव्य कहते हैं। यह केंद्र के अतिरिक्त कोशिका का शेष भाग है जिसमें विभिन्न कोशिकांग गोल्जिकाय, तारककाय, माइटोकॉन्ड्रिया, अंत: प्रद्रव्यी जालीका, राइबोसोम, लाइसोसोम तथा हरित लवक होते हैं।
जीन पर नोट लिखें।
गुणसूत्रों पर स्थित दाने जैसी छोटी छोटी संरचनाएं जीन कहलाती है। जीन हमेशा क्रोमोसोम की लंबाई पर विन्यासित होते हैं। जीन हमेशा गुणसूत्रों पर जोडों में पाए जाते हैं। जीन का एक जोड़ा एक गुण का निर्धारण करता है। उदाहरण के लिए, हमारे शरीर में पाए जाने वाले गुण सूत्रों पर लंबाई का गुण दो जीन अर्थात एक जोड़ा जीन पर निर्धारित किया जाता है। इसी प्रकार शरीर के अन्य गुण, जैसे त्वचा का रंग, आंखों का रंग, चेहरे की आकृति आदि सभी गुण एक-एक जोड़े से विकसित होते हैं।
प्रमुख कोशिकांगों के नाम लिखें?
कोशिका का निर्माण जिन अंगो से मिलकर होता है,उन्हें कोशिकांग कहते हैं। जैसे माइटोकॉन्ड्रिया, गॉल्जीकाय, राइबोसोम, लाइसोसोम, तारककाय, रसधानी, लवक आदि।
केंद्रक झिल्ली क्या होती है? इसके कार्य लिखो?
केंद्र के चारों ओर एक आवरण पाया जाता है, जिसे केंद्रकावर्ण या केंद्रक झिल्ली कहते हैं। यह सरंध्र होती है।
कार्य- यह कोशिका द्रव्य एवं कोशिका के बीच पदार्थों के आवागमन को नियंत्रित करती है।
गुणसूत्र क्या होते हैं?
प्रत्येक जीव की प्रत्येक कोशिका के केंद्रक में लंबे -पतले तत्वों जैसी संरचनाएं पाई जाती है, जिन्हें गुणसूत्र कहते हैं। यह न्यूक्लियर प्रोटीन नामक पदार्थ से बने होते हैं जो न्यूकिलक अम्लों और प्रोटीन के जुड़ने से बनते हैं। यह हमेशा युग्म में पाए जाते हैं जैसे मनुष्य में 23 यूग्म , बंदर में 24 युग्म और सेब में 17 युग्म में गुणसूत्र पाए जाते हैं।
क्लोरोप्लास्ट ( हरित लवक) पर संक्षिप्त नोट लिखें?
क्लोरोप्लास्ट सभी हरे रंग के पौधों में पाया जाता है। यह संरचना कोशिका द्रव्य में पाई जाती है। इन्हें प्लैस्टिड या लवक कहते हैं। हरे रंग के लवक को क्लोरोप्लास्ट या हरित लवक कहते हैं। क्लोरोप्लास्ट पौधों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया का सहायक अंग है। क्लोरोप्लास्ट में प्रकाश संश्लेषण वर्णक पाए जाते हैं।
वनस्पति और जंतु कोशिका में समानताएँ लिखे।
- इन दोनों में केंद्रक पाया जाता है।
- इन दोनों में जीव द्रव्य पाया जाता है।
- इन दोनों में कोशिका झिल्ली पाई जाती है।
- इन दोनों में गुणसूत्र पाए जाते हैं।
ऊत्तक, अंग से अंग- तंत्र की परिभाषा लिखें?
- ऊतक – समान रचना व समान कार्य करने वाली कोशिकाओं के समूह को उत्तक कहते हैं।
- अंग- ऊतकों के समूह को, जो मिलकर कार्य करते हैं, अंग कहते हैं।
- अंग- तंत्र- यह शरीर के कई अंगों का एक समूह है जो सामूहिक रूप से मिलकर कोई बड़ा कार्य करने में एक दूसरे को सहयोग देते हैं। अंगों के समूह से अंग तंत्र बनता है।
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Arush