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वर्कशॉप में दुर्घटना के कारण, सुरक्षा और सावधानी

दुर्घटनाएं

दुर्घटना एक अन्य घटना है जिससे किसी कारीगर, कजारिया मशीन आदि को हानि पहुंचती है। दुर्घटना के मूल निम्नलिखित कारण हो सकते हैं-

  • कार्य के ज्ञान का अभाव।
  • उचित औजारों व मशीनों का अभाव।
  • सामर्थ्य से अधिक श्रम।
  • कम समय में अधिक धन कमाने की लालसा।
  • कार्य शीघ्र समाप्त करने की उत्सुकता।

सुरक्षा सावधानियां

दुर्घटना से बचने के लिए तीन प्रकार की सुरक्षा सावधानियां का ध्यान रखना चाहिए-

  • स्वयं की सुरक्षा।
  • कार्य (जॉब) की सुरक्षा।
  • औजारों का मशीनों की सुरक्षा।

स्वयं की सुरक्षा

  • कार्यशाला में यथासंभव सुस्त कपड़े पहने।
  • चलती मशीन के भागों को व्यक्त में न छुए, न उसमें तेल आदि दे।
  • मशीन के बेल्ट गार्ड हटाकर कार्य न करें।
  • कार्यशाला में नंगे पाओं न में घूमे ।
  • उचित औजारों का ही प्रयोग करें।
  • औजारों पर अनावश्यक चिकनाई साफ करके प्रयोग करें।
  • वेल्डिंग करते समय अथवा ग्राइंडर पर कार्य करते समय चश्मे का प्रयोग करना चाहिए।
  • कार्यशाला में अनियंत्रित आग नहीं जलनी चाहिए।
  • कार्यस्थान पर पर्याप्त रोशनी व हवा की व्यवस्था होनी चाहिए।
  • जिस मशीन की पूर्ण जानकारी ना हो, उसे बिना योग्य व्यक्ति की उपस्थिति के प्रयोग नहीं करना चाहिए।
  • दोषपूर्ण ऑजारों तथा मशीन का प्रयोग ना करें।
  • वेल्डिंग करते समय तथा कार्य करते समय चश्मे का प्रयोग करें।
  • हाथ के औजारों की चिकनाई ठीक प्रकार से साफ करके प्रयोग करें।
  • दुर्घटना होने से चोट लगने पर शीघ्र प्राथमिक उपचार करें।
  • दुर्घटना की सूचना अपने उच्च कर्मचारी को दें।

कार्य (जॉब) की सुरक्षा

  • कार्य पूर्ण करने के लिए व्यवस्थित है, क्रमानुसार कार्यक्रम बनाना चाहिए।
  • कटिंग संक्रिया के समय धातु के अनुसार उचित लुब्रिकेंट तथा कूलैंट प्रयोग करें।
  • कटिंग टूल प्रयोग करते समय उसकी धार उपयुक्त होनी चाहिए।
  • यदि किसी कार्य को मशीन पर पूर्ण करना हो तो उसे सुव्यवस्थित रुप से बांधना चाहिए।
  • किसी कार्य के लिए उचित निर्धारित तथा कटिंग टूल तथा सही नाप का प्रयोग करें।
  • कटिंग टूल में एक साथ गहरा कट नहीं लेना चाहिए।

औजारों में मशीनों की सुरक्षा

  • प्रत्येक कार्य के लिए निर्धारित औजारों का ही प्रयोग करना चाहिए।
  • कटिंग टूलों को अन्य टूलों से अलग रखें।
  • सूक्ष्ममापी औजार सावधानी से प्रयोग करें।
  • मशीनों की सामाजिक देखभाल करें तथा मरम्मत की आवश्यकता होने पर पहले मशीन ठीक करने के बाद प्रयोग करें।
  • मशीन को निर्धारित लोड से अधिक पर न प्रयोग करें।
  • मशीन की उचित फाउंडेशन अवश्य करें।
  • फाइल पर चिकनाई ना लगाएं।
  • छेनी प्रयोग करते समय उसके हेड के बीच में ही चोट मारे।
  • टेप व डाई का प्रयोग करते समय उचित लुब्रिकेशन का प्रयोग करें तथा टेप या डाई को आगे पीछे घूमाते रहे।
  • हेक्सा ब्लेड ढीला अथवा अधिक टाइट न रखें ।
  • कटिंग टूल पर सही कोण पर धार रखें।
  • फाइल, छेनी, स्क्रेपिंग आदि कटिंग टूलों को अन्य टूलों से अलग रखें।
  • मशीन के गियरों को चलते हुए न बदलें।
  • विद्युत आपूर्ति के कारण मशीन बंद होने पर उसका स्विच ऑफ कर दें।
  • भारी कार्यों (जॉब) को मशीन पर मजबूती से पकड़ना चाहिए।

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