आज का यह आर्टिकल वैज्ञानिक उपकरण के बारे में है जिसमें हम आपको बताएंगे की उनका इस्तेमाल कहां-कहां होता है तो अगर आपको हमारा आर्टिकल और हमारी वेबसाइट के आर्टिकल अच्छे लगते हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज से भी जुड़ सकते हैं जहां पर हम रेगुलर ऐसी चीजें अपडेट करते रहते हैं.
अल्टीनेटर का इस्तेमाल विमानों की उचाई मापने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
ऑडियोमीटर का इस्तेमाल ध्वनि की तीव्रता मापने के लिए किया जाता है.
एनीमोमीटर का इस्तेमाल वायु की शक्ति नापने और उसकी गति नापने के लिए किया जाता है.
एयरोमीटर वायु और गैस का भार और घनत्व मापने के लिए किया जाता है.
एक्सेलरेटर चलती हुई सीढ़ियां होती है जो कि आपको किसी भी मेट्रो स्टेशन पर देखने को मिलती है इसके अलावा इसका इस्तेमाल बहुत से और भी जगह अब होने लगा है.
ओडोमीटर का इस्तेमाल वाहनों की पहियों द्वारा तय की गई दूरी को मापने के लिए किया जाता है.
बैरोमीटर का इस्तेमाल वायुमंडल दाब नापने के लिए किया जाता है.
बोलोमीटर उष्मीय विकिरण मापने के इस्तेमाल होता है.
बैरोग्राफ का इस्तेमाल वायुमंडल के दाब में होने वाले परिवर्तन को मापने के लिए किया जाता है.
कार्डियोग्राम मनुष्य के हृदय की गति नापने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
क्रोनोमीटर का इस्तेमाल पानी के जहाजों में सही समय का पता लगाने के लिए किया जाता है.
कोरियोग्राफ का इस्तेमाल हृदय की गति को अभिलिखित करने के लिए किया जाता है.
डेंसिटीमीटर का इस्तेमाल घनत्व नापने के लिए किया जाता है
डायनेमोमीटर का इस्तेमाल इंजन की उत्पन्न गई शक्ति को नापने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
डायनेमो का इस्तेमाल किसी भी यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने के लिए किया जाता है.
इलेक्ट्रोस्कोप विद्युत आवेश की उपस्थिति बताने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
इलेक्ट्रोमीटर का इस्तेमाल विभवांतर मापने के लिए किया जाता है
इडोस्कोप का इस्तेमाल मानव शरीर के अंदर के भाग देखने के लिए किया जाता है
फेदोमीटर का इस्तेमाल समुंदर की गहराई नापने के लिए किया जाता है
गैल्वेनोमीटर का इस्तेमाल विद्युत धारा की प्रबलता नापने के लिए किया जाता है.
हाइड्रोफोन पानी के अंदर ध्वनि तरंगों की गणना करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
हाइग्रोमीटर का इस्तेमाल वायुमंडल में नमी नापने के लिए किया जाता है?
हाइड्रोमीटर का इस्तेमाल द्रवों का आपेषिक घनत्व को नापने के लिए किया जाता है.
हाइग्रोस्कोप का इस्तेमाल वायुमंडलीय नमी में परिवर्तन देखने के लिए किया जाता है.
लैक्टोमीटर का इस्तेमाल दूध की शुद्धता नाम अपने के लिए किया जाता है
मैनोमीटर का इस्तेमाल गैसों का दाब मापने के लिए किया जाता है.
माइक्रोस्कोप इस्तेमाल छोटी-छोटी वस्तुओं को बडा करके देखने के लिए किया जाता है.
मैकमीटर का इस्तेमाल वायु की गति को ध्वनि की गति के पदों को नापने के लिए होता है.
ऑडोमीटर का इस्तेमाल किसी भी गाड़ी की गति ज्ञात करने के लिए किया जाता है.
ओममीटर का इस्तेमाल विद्युत के प्रतिरोध को नापने के लिए किया जाता है.
पाइरोमीटर का इस्तेमाल उच्चतम ताप मापने के लिए किया जाता है.
पोटोमीटर का इस्तेमाल पौधो में वाष्प उत्सर्जन दर मापने के लिए किया जाता है.
पोलीग्राफ का इस्तेमाल झूठ का पता लगाने के लिए किया जाता है.
रेडिएटर का उपयोग किसी भी गाड़ी के इंजन को ठंडा रखने के लिए किया जाता है.
रेडिएटर का इस्तेमाल विकिरण को नापने के लिए किया जाता है.
रेनगेज वर्षा की मात्रा ज्ञात करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है
रेडियो माइक्रोमीटर का इस्तेमाल उष्मीय विकिरण नापने के लिए किया जाता है.
सेक्सटेंट का इस्तेमाल ऊंचाइयों को नापने के लिए किया जाता है.
सिफ्ग्मोस्कोप नाड़ियों की गति के कम्पन का अध्ययन करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
सिफ्ग्मोमैनोमीटर का इस्तेमाल नसों में खून के दाब को नापने के लिए किया जाता है.
आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की अपने डॉक्यूमेंट किससे Attest करवाए - List…
निर्देश : (प्र. 1-3) नीचे दिए गये प्रश्नों में, दो कथन S1 व S2 तथा…
1. रतनपुर के कलचुरिशासक पृथ्वी देव प्रथम के सम्बन्ध में निम्नलिखित में से कौन सा…
आज इस आर्टिकल में हम आपको Haryana Group D Important Question Hindi के बारे में…
अगर आपका selection HSSC group D में हुआ है और आपको कौन सा पद और…
आज इस आर्टिकल में हम आपको HSSC Group D Syllabus & Exam Pattern - Haryana…