G.K

किन्नौर जिले के जानकारी

मुख्यालय- रिकांगपियों

समुद्र तल से ऊंचाई- 2769 मीटर पर स्थित

संक्षिप्त इतिहास

किनौर राज्य रामपुर बुशहर रियासत का एक हिस्सा था। यहां के प्रसिद्ध शासक है- प्रतमपाल, प्रदुमन, चतर सिंह एवं केहरिसिंह थे जिसे अजानबाहू के नाम से जाना जाता था। किन्नौर के निवासी किन्नरों का भारतीय धार्मिक पुस्तकों पुराणों में विवरण मिलता है। किन्नर लोग प्राय नृत्य गायन संगीत है में बहुत परंपरागत होते थे। इन लोगों में बहुपति प्रथा पाई जाती थी।

13 नवंबर 1914 को बुशहर रियासत का अंतिम शासक राजा पदमसिंह गद्दी पर बैठा एवं 1947 तक शासन किया। राजा पदम सिंह के दो पुत्र हैं- राजा वीरभद्र सिंह (वर्तमान मुख्यमंत्री) 131 में उत्तराधिकारी और उनके भ्राता राजकुमार देवेंद्र सिंह। 1948 ई. में बुशहर राज्य, केंद्र शासित चीफ कमिश्नर क्षेत्र हिमाचल प्रदेश का अंग बनाया गया। 1960 तक वर्तमान किन्नौर जिला, महासू जिले की चिन्नी तहसील बना। कुछ समय पश्चात 1960 में ही किन्नौर हिमाचल प्रदेश का छठवां जिला बना। किन्नौर जिले में पांच तहसील एवं एक उप तहसील है।

मुख्य फसलें- गेहूं, जो, आग्ला और फापरा,मक्का मसूर (रागी), चावल आदि। सूखे मेवे अखरोट, बादाम एवं अन्य फल जैसे- अंगूर, सेवा आदी प्रचुर मात्रा में पैदा होते हैं।

प्रमुख मेले- फागुली, उखाँग, दारकेनी, दीवाल, मोहांग खेपा, लोसार, सांगला और छोटा दीवाल।

प्रमुख विद्युत शक्ति परियोजनाएं- शोंग-टोंग बांग टू परियोजना, नाथ पा झाकड़ी, बास्पा परियोजना एवं थोपान परीयोजना, प्रसिद्ध जल विद्युत परियोजनाएं हैं।

2011 की जनगणना

  • कुल जनसंख्या- 84121
  • कुल क्षेत्रफल- 6401 वर्ग किलोमीटर
  • जनसंख्या घनत्व- 13 प्रति वर्ग किलोमीटर
  • साक्षरता प्रतिशत – 80.0  प्रतिशत
  • पुरुष साक्षरता प्रतिशत -87.2 प्रतिशत
  • महिला साक्षरता प्रतिशत -70.9 प्रतिशत
  • महिलाएं प्रति हजार पुरुषों पर- 818

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